बिहार : कोहरे ने रोकी विमानों की उड़ान, ट्रेनों की रफ्तार पर भी लगी लगाम
बिहार में ठंड व कोहरे का असर लगतार गहराता जा रहा है। इससे वायु व रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। आइए जानते हैं, क्या है ताजा हाल।
पटना [जेएनएन]। बिहार में छाए घने कोहरे ने जमीन पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार पर तो ब्रेक लगा ही रखी है, आसमान में उडऩे वाले विमानों को भी 'आपातकाल' की स्थिति में ला दिया है। ट्रेनों की रफ्तार थम गई है तो एयरपोर्ट पर विमानों की विमानों का परिचालन भी बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
15 उडानें रद
रविवार को भी पटना एयरपोर्ट पर दोपहर 12.50 बजे के बाद ही उड़ान शुरू हुई। सबसे पहले इंडिगो की शनिवार से फंसी फ्लाइट संख्या-9633 ने रविवार को दोपहर 12.50 बजे लखनऊ के लिए उड़ान भरी। दोपहर ढाई बजे तक शनिवार को रोकी गईं सभी फ्लाइटों को रवाना कर दिया गया। हालांकि, उस वक्त भी विजबिलिटी (दृश्यता) काफी कम करीब 700 मीटर के आसपास ही रही।
दिन में दोपहर तीन बजे के बाद से विजबिलिटी 1200 मीटर पहुंची, तो इंडिगो की पहली फ्लाइट संख्या-485 बेंगलुरु से पटना पहुंची। कोहरे से परेशान विमानन कंपनियों ने रविवार को एहतियातन पहले ही अपने विमानों को रद करने की घोषणा कर दी थी। देर शाम मौसम विभाग का अनुमान था कि विजबिलिटी काफी कम होगी, परंतु रात नौ बजे तक विजबिलिटी 2000 मीटर के आसपास थी। अंतिम फ्लाइट एयर इंडिया ने 7.30 बजे पटना से दिल्ली के लिए उड़ान भरी।
रविवार को 15 विमानों की उड़ान रद रही। जबकि तीन बजे से शाम 7.30 बजे तक 12 विमानों का परिचालन ही कराया जा सका।
परेशानी झेल रहे यात्री
एयरपोर्ट पर लगातार एक सप्ताह से दुश्वारियां झेल रहे यात्रियों को रविवार को भी हलकान होना पड़ा। इंडिगो की फ्लाइट रही हो या जेट एयरवेज अथवा गो-एयरवेज, सभी विमान कंपनियों ने अपने विमानों को रद तो कर दिया, लेकिन सूचना यात्रियों को देना मुनासिब नहीं समझा। नतीजतन, बिहार के कोने-कोने से यात्री निर्धारित समय पर विमान पकडऩे के लिए पटना एयरपोर्ट पर पहुंच रहे थे।
तमाम कंपनियों के काउंटरों पर दिनभर भीड़ लगी रही। किसी भी काउंटर से कोई जवाब नहीं मिल रहा था। यात्रियों के सवाल पूछने पर कंपनियों के प्रतिनिधि झल्ला रहे थे। कई मर्तबा मारपीट की नौबत आ गई। हंगामा होते ही अधिकांश विमान कंपनियों के प्रतिनिधि काउंटर बंद कर खिसक लिए। बाद में एयरपोर्ट प्रबंधन ने हस्तक्षेप किया तो काउंटर पर पहुंचे।
पूरे दिन भीषण ठंड में कंपकपाते हुए परिजनों के साथ यात्री विमानों का इंतजार करते रहे। इनमें से कई यात्री ऐसे भी थे, जो पिछले तीन दिनों से एयरपोर्ट आ रहे थे और वापस लौट रहे थे। शाम होते-होते सारे यात्री वापस लौट गए थे।
घने कोहरे में रेंगकर चल रहीं ट्रेनें
कोहरे के कारण ट्रेनें रेंग-रेंगकर चल रही हैं। सुबह पहुंचने वाली ट्रेनें देर रात तक पटना जंक्शन पहुंचीं। नई दिल्ली से पटना जंक्शन आ रही राजेंद्र नगर राजधानी एक्सप्रेस रविवार को शाम तक 18 घंटा लेट रही। ट्रेन में सवार यात्रियों को बुरा हाल रहा।
भोजन के समय मिल रहा नाश्ता राजधानी एक्सप्रेस में भोजन के समय में नाश्ता और नाश्ते के समय भोजन परोसा जा रहा है। भोजन व नाश्ते की क्वांटिटी व क्वालिटी राम भरोसे है। नाश्ते में पांच-पांच रुपये का बिस्किट व मूंगदाल दिया जा रहा है। अनियमित परिचालन होने के कारण यात्रियों को स्टेशनों पर भी भोजन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
ऑनलाइन आर्डर हो रहे कैंसिल
ट्रेन में सवार यात्रियों द्वारा ऑनलाइन भोजन का आर्डर देने पर उन्हें न कह दिया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि आपकी ट्रेन काफी विलंब से चल रही है, इसलिए आपका आर्डर रद किया जा रहा है।
ट्रेनों का हाल, एक नजर
- 12310 राजधानी एक्स. : 18 घंटे
- 12309 राजधानी : 11 घंटे
- 12394 संपूर्ण क्रांति : 18 घंटे
- 14055 ब्रह्मपुत्र : 25 घंटे
- 14056 ब्रह्म्पुत्र : 9 घंटे
- 12402 मगध एक्स. : 9 घंटे
- 12391 श्रमजीवी : 7 घंटे
- 12368 विक्रमशिला : 19 घंटे
- 12505 नार्थ ईस्ट : 20 घंटे
- 12424 राजधानी एक्स. : 8 घंटे
- 12506 नार्थ ईस्ट : 10 घंटे
- 12488 सीमांचल : 4 घंटे
- 13006 पंजाब मेल : 8 घंटे