Bihar Flood: बाढ़ पीड़ितों से रूबरू हुए CM नीतीश कुमार, राहत कार्य में तेजी लाने के दिए निर्देश
Bihar Flood मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सीतामढ़ी दरभंगा और कटिहार में बाढ़ राहत शिविरों का हाल जाना। मुख्यमंत्री ने पीडि़तों की बात गंभीरता से सुनी।
By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 21 Jul 2019 09:57 PM (IST)Updated: Mon, 22 Jul 2019 09:41 AM (IST)
पटना [जागरण टीम]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सीतामढ़ी, दरभंगा और कटिहार में चल रहे बाढ़ राहत शिविरों का दौरा कर राहत कार्यों की समीक्षा की। नीतीश कुमार ने कहा कि कि राज्य का कोई भी बाढ़ पीडि़त भूखा नहीं रहेगा। सरकार बाढ़ पीड़ितों के प्रति गंभीर है। अधिकारी बाढ़ राहत कार्य चला रहे हैं। उन्होंने सभी डीएम को राहत कार्य में तेजी लाने के साथ ही पीडि़तों के खाते में अविलंब राहत राशि भेजने का आदेश दिया।
सीतामढ़ी में सुनी पीड़ितों की समस्याएं
मुख्यमंत्री रविवार को सीतामढ़ी के रून्नीसैदपुर टोल प्लाजा के समीप बनाए गए विशेष राहत शिविर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने राहत शिविर की व्यवस्था, सामुदायिक किचेन में बन रहे भोजन, चलंत शौचालय, पेयजल, मेडिकल कैम्प और पास से बह रही बागमती नदी का भी अवलोकन किया। लोगों को पौष्टिक भोजन बनाने और साफ सफाई का ध्यान रखने का निर्देश दिया।
उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से बातचीत कर उनकी पीड़ा भी सुनी। बाढ़ पीड़ितों ने राहत कार्य को नगण्य बताते हुए राहत कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अपना विरोध भी दर्ज कराया। महिलाओं ने कहा कि भोजन पानी की बात तो दूर सिर छिपाने के लिए एक अदद पॉलिथीन शीट भी नहीं मिली है। कोई खोज खबर लेने नहीं आया।
मुख्यमंत्री ने पीड़ितों की बात गंभीरता से सुनी। इस दौरान व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कुछ लोगों ने हर-हर महादेव और बोल बम के नारे लगाए तो मुख्यमंत्री जिंदाबाद के नारे भी लगे।
दरभंगा में खामोशी से सबकुछ देखते-सुनते रहे नीतीश
दरभंगा में नीतीश ने बाढ़ प्रभावित अलीनगर प्रखंड का दौरा किया। वहां पीड़ित परिवारों से बातचीत कर उनका हाल जाना। उन्होंने बारीकी से हर व्यवस्था देखी। बाढ़ पीड़ितों को राहत से लेकर पशुओं के चारा तक की व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने खामोशी से राहत शिविर का जायजा लिया। इसके बाद अलीनगर विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी के घर रुपसपुर गए, जहां करीब 10 मिनट तक रुककर बाढ़ के हालात पर चर्चा की।
कटिहार में कहा- महानंदा की तबाही पर लगेगा ब्रेक
कटिहार में मुख्यमंत्री ने कहा कि महानंदा नदी के चलते साल दर साल मचने वाली तबाही पर ब्रेक लगाने को सरकार पूरी तरह गंभीर है। इसके लिए हर कारगर कदम उठाया जाएगा। बाढ़ पीडि़तों का हाल जानने कदवा प्रखंड के चांदपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने इस दौरान जनप्रतिनिधियों सहित विभाग के अभियंताओं से इस बाबत चर्चा भी की और पूर्णिया परिक्षेत्र में परमान को नियंत्रित करने को प्रस्तावित तटबंध पर भी कार्य शुरू करने का निर्देश दिया।
सीतामढ़ी में सुनी पीड़ितों की समस्याएं
मुख्यमंत्री रविवार को सीतामढ़ी के रून्नीसैदपुर टोल प्लाजा के समीप बनाए गए विशेष राहत शिविर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने राहत शिविर की व्यवस्था, सामुदायिक किचेन में बन रहे भोजन, चलंत शौचालय, पेयजल, मेडिकल कैम्प और पास से बह रही बागमती नदी का भी अवलोकन किया। लोगों को पौष्टिक भोजन बनाने और साफ सफाई का ध्यान रखने का निर्देश दिया।
उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से बातचीत कर उनकी पीड़ा भी सुनी। बाढ़ पीड़ितों ने राहत कार्य को नगण्य बताते हुए राहत कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अपना विरोध भी दर्ज कराया। महिलाओं ने कहा कि भोजन पानी की बात तो दूर सिर छिपाने के लिए एक अदद पॉलिथीन शीट भी नहीं मिली है। कोई खोज खबर लेने नहीं आया।
मुख्यमंत्री ने पीड़ितों की बात गंभीरता से सुनी। इस दौरान व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कुछ लोगों ने हर-हर महादेव और बोल बम के नारे लगाए तो मुख्यमंत्री जिंदाबाद के नारे भी लगे।
दरभंगा में खामोशी से सबकुछ देखते-सुनते रहे नीतीश
दरभंगा में नीतीश ने बाढ़ प्रभावित अलीनगर प्रखंड का दौरा किया। वहां पीड़ित परिवारों से बातचीत कर उनका हाल जाना। उन्होंने बारीकी से हर व्यवस्था देखी। बाढ़ पीड़ितों को राहत से लेकर पशुओं के चारा तक की व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने खामोशी से राहत शिविर का जायजा लिया। इसके बाद अलीनगर विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी के घर रुपसपुर गए, जहां करीब 10 मिनट तक रुककर बाढ़ के हालात पर चर्चा की।
कटिहार में कहा- महानंदा की तबाही पर लगेगा ब्रेक
कटिहार में मुख्यमंत्री ने कहा कि महानंदा नदी के चलते साल दर साल मचने वाली तबाही पर ब्रेक लगाने को सरकार पूरी तरह गंभीर है। इसके लिए हर कारगर कदम उठाया जाएगा। बाढ़ पीडि़तों का हाल जानने कदवा प्रखंड के चांदपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने इस दौरान जनप्रतिनिधियों सहित विभाग के अभियंताओं से इस बाबत चर्चा भी की और पूर्णिया परिक्षेत्र में परमान को नियंत्रित करने को प्रस्तावित तटबंध पर भी कार्य शुरू करने का निर्देश दिया।
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