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सीमक्षा बैठक में बोले CM नीतीश, जल-जीवन-हरियाली अभियान की बढ़ सकती है राशि

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना प्रमंडल में जल-जीवन-हरियाली अभियान की सीमक्षा की। बैठक में उन्‍होंने क्‍या-क्‍या कहा जानिए इस खबर में।

By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 30 Dec 2019 10:41 PM (IST)Updated: Mon, 30 Dec 2019 10:41 PM (IST)
सीमक्षा बैठक में बोले CM नीतीश, जल-जीवन-हरियाली अभियान की बढ़ सकती है राशि
सीमक्षा बैठक में बोले CM नीतीश, जल-जीवन-हरियाली अभियान की बढ़ सकती है राशि

पटना [स्‍टेट ब्यूरो]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल-जीवन-हरियाली अभियान पर अगले तीन वर्षों में खर्च होने वाली राशि को बढ़ाने का संकेत दिया है। अभी इसके 11 अवयवों पर काम किया जा रहा है, जिनपर 24 हजार 524 करोड़ रुपये खर्च होंगे। ज्ञान भवन में पटना प्रमंडल की समीक्षा बैठक के दौरान सोमवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक आहर-पईन एवं पोखरों को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा। भूजल स्तर को बनाए रखने के लिए उनका जीर्णोद्धार होगा। अपने क्षेत्र के लोगों को जनप्रतिनिधि जागरूक करें। जरूरत पडऩे पर राशि बढ़ाई भी जा सकती है। इसके लिए राज्य एवं जिला स्तर पर परामर्शदात्री समिति बनी  है।

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अभी तक हो चुकी पांच प्रमंडलों की समीक्षा

जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत अभी तक पांच प्रमंडलों की समीक्षा की जा चुकी है। लोगों में जागृति के लिए यात्राएं की जा रही हैं। सोमवार को पटना प्रमंडल के पटना, नालंदा, भोजपुर, कैमूर, बक्सर एवं रोहतास जिले की समीक्षा की गई। जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र की समस्याओं से सीएम को अवगत कराया। अनुभव बताए। अधिकारियों ने भी अपनी बातें रखीं। कुछ लिखित बातें भी आईं, जिन्हें संबंधित विभागों के पास भेज दिया गया। सात निश्चय योजनाओं की प्रगति की जानकारी भी दी गई।

जलवायु परिवर्तन के कारण कम हो रही बारिश

मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण बारिश कम हो रही है। कभी सूखा तो कभी बाढ़ की स्थिति आ जाती है। आपदा से मुक्ति के लिए जल-जीवन-हरियाली अभियान की महत्ता को समझना होगा। आने वाली पीढ़ी के लिए मिलकर काम करना होगा। विकास के काम तो किए जा रहे हैं, अब जलवायु पर भी काम करना होगा। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बिल गेट्स पटना आए थे। लौटने के बाद उन्होंने बिहार में क्लाइमेट चेंज पर किए जा रहे कामों की तारीफ भी की।

मुख्‍यमंत्री ने पूछा: कितना हुआ काम

मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान नलकूपों, कुओं एवं चापाकलों के किनारे सोख्ता निर्माण, छोटी नदियों-नालों एवं पहाड़ी क्षेत्रों में चेकडैम एवं जल संचयन की अन्य संरचनाओं की जानकारी ली। उन्होंने नए जल स्रोत, पौधशाला, जैविक खेती, सिंचाई, सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन, हर घर नल का जल, पक्की गली-नालियां, संपर्क से वंचित बसावटों को सड़कों से जोडऩा, शौचालय निर्माण, लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम की प्रगति, लोक सेवाओं का अधिकार, पुराने बिजली तारों का बदलाव एवं पावर सब स्टेशन के निर्माण के बारे में पूछा।

समीक्षा बैठक के दौरान ये रहे मौजूद

बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, कृषि मंत्री प्रेम कुमार, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, परिवहन मंत्री संतोष निराला, पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि, उद्योग मंत्री श्याम रजक, सूचना एवं जन-संपर्क मंत्री नीरज कुमार, पटना प्रमंडल के सांसद-विधायक, विधान पार्षद एवं अन्य जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, अन्य विभागों के प्रमुखों, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, योजना एवं विकास विभाग के सचिव मनीष कुमार वर्मा, पटना प्रमंडल के आयुक्त संजय अग्रवाल एवं सीएम के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह आदि मौजूद थे।


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