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नीतीश ने की आयुष्मान योजना की समीक्षा, निजी अस्पतालों की भागीदारी बढ़ाने पर दिया जोर

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इस योजना में निजी अस्पतालों की भागीदारी को बढ़ाने की जरूरत है।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 10:08 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 10:08 PM (IST)
नीतीश ने की आयुष्मान योजना की समीक्षा, निजी अस्पतालों की भागीदारी बढ़ाने पर दिया जोर
नीतीश ने की आयुष्मान योजना की समीक्षा, निजी अस्पतालों की भागीदारी बढ़ाने पर दिया जोर

पटना, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस योजना में निजी अस्पतालों की भागीदारी को बढ़ाने की जरूरत है। बचे हुए लोगों का कार्ड तेजी से बनाएं ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका फायदा मिल सके। योजना का लाभ अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए व्यावहारिक स्तर पर कुछ जरूरी सुझाव केंद्र को भेजे जाएं।

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या में बढ़ रही है। कुपोषण की स्थिति में सुधार हुआ है।  हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के लिए जितनी सुविधाओं का जिक्र है, उसके लिए केंद्र पर पर्याप्त जगह होनी चाहिए। राज्य के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित कर लाभार्थियों को वहां सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप कार्यरत केंद्रों को और विकसित करें। उन्‍होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर आबादी के अनुसार अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण का आकलन करें। हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर पर आयुर्वेदिक चिकित्सा व्यवस्था के लिए बेहतर प्रशिक्षण दिए जाएं। 

आयुष्मान भारत के अंतर्गत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने एक प्रेजेंटेशन भी दिया। एक प्रेजेंटेशन पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट फॉर बिहार की स्थापना के संबंध में भी दिया गया। कहा कि  पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट को एक चुनौती के रूप में लें। इसके लिए  प्रोफेशनल स्तर पर पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट कैडर की आवश्यकता है।  बिल गेट्स फांउडेशन के प्रतिनिधियों ने बैठक में बताया कि उनके संस्थान द्वारा किस तरह प्रशिक्षण, टेक्नोलॉजी और मॉनीटङ्क्षरग के काम किए जा रहे हैैं।

आयुष्मान भारत योजना के प्रेजेंटेशन में जानकारी दी गयी कि राज्य में1.8 करोड़ से अधिक लोगों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधा दी जा रही है। अभी तक बिहार में 570 सरकारी एवं 194 निजी अस्पतालों को मिलाकर कुल 764 अस्पताल सूचीबद्ध किए गए हैैं। 

बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मुख्य सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह आमिर सुबहानी, वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा, अनुपम कुमार व स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह भी मौजूद थे।


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