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जल-जीवन-हरियाली यात्रा में बक्‍सर व भोजपुर पहुंचे CM नीतीश, कहा- फसल अवशेष प्रबंधन को देंगे मदद

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार जल-जीवन-हरियाली यात्रा के क्रम में शुक्रवार को बक्‍सर व भोजपुर में थे। उन्‍होंने वहां जलवायु परिवर्तन पर चिंता जाहिर की।

By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 27 Dec 2019 10:43 PM (IST)Updated: Fri, 27 Dec 2019 10:47 PM (IST)
जल-जीवन-हरियाली यात्रा में बक्‍सर व भोजपुर पहुंचे CM नीतीश, कहा- फसल अवशेष प्रबंधन को देंगे मदद
जल-जीवन-हरियाली यात्रा में बक्‍सर व भोजपुर पहुंचे CM नीतीश, कहा- फसल अवशेष प्रबंधन को देंगे मदद

बक्सर/ आरा  [जागरण टीम]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बक्‍सर के उनवांस गांव में कहा कि कटाई के वक्त खेतों में फसलों का अवशेष नहीं रहे, इसके लिए यंत्रों की खरीद पर राज्य सरकार किसानों को 75 फीसद अनुदान देगी।  इससे पूर्व उन्‍होंने भोजपुर जिला अंतर्गत गड़हनी प्रखंड के भेडऱी गांव स्थित पॉलीहाउस का अवलोकन किया। मुख्‍यमंत्री अपनी जल-जीवन-हरियाली यात्रा के तहत शुक्रवार को बक्‍सर व भोजपुर में थे।

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पूरी दुनिया में पर्यावरण और पानी का संकट

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार जल-जीवन-हरियाली यात्रा के क्रम में बक्सर में हिंदी साहित्य के 'शिव' आचार्य शिवपूजन सहाय के गांव उनवांस आए थे। यहां उन्‍होंने कहा कि पूरी दुनिया में पर्यावरण और पानी का संकट पैदा हो रहा है।

भूगर्भ जल को ले बिहार ने शुरू किया अभियान

कई देशों में भूगर्भ जल समाप्त है। बिहार पहला राज्य है, जिसने इस पर अभियान शुरू किया है। जल-जीवन-हरियाली अभियान की चर्चा देश-विदेश में हो रही है। माइक्रोसॉफ्ट के मुखिया बिल गेट्स बिहार आए थे। वे अभियान से इतने प्रभावित हुए कि कहा कि केवल अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस में ही नहीं, बिहार में भी जलवायु परिवर्तन पर चिंता और चर्चा हो रही है।

जल-जीवन-हरियाली बचाने का संकल्‍प

मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन के लिए जरूरी जल और हरियाली, दोनों को बचाने का बिहारवासियों ने संकल्प लिया है। कहा कि बिहार में मानसून के दौरान औसतन 1200 मिमी बारिश होती थी, अब यह आंकड़ा घटकर औसत 901 मिमी रह गया है। पहले 15 जून को बारिश शुरू हो जाती थी। अब कब होगी, इसका कोई ठिकाना नहीं रहता। भूजल की स्थिति इससे खराब हो रही है।  बिहार सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है। राज्य में एक लाख तालाबों को चिह्नित किया है, जिन्हें अतिक्रमणमुक्त कर उनका सुंदरीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही सरकारी भूमि पर रहे तीन लाख कुओं को खोजा गया है। उनकी उड़ाही करा बगल में सोख्ता बनाया जाएगा, जिससे कुएं से निकलने वाले पानी का उपयोग भूजल रिचार्ज के लिए किया जा सके।

भोजपुर के गांव में पॉलीहाउस देखने गए मुख्‍यमंत्री

इससे पूर्व नीतीश कुमार भोजपुर जिला अंतर्गत गड़हनी प्रखंड के भेडऱी गांव स्थित पॉलीहाउस पहुंचे। कृषि विभाग की बागवानी मिशन के तहत बने पॉली हाउस में जरबेरा फूल की खेती, ड्रिप सिंचाई पद्धति पर आधारित मिश्रित खेती, वर्मी कंपोस्ट पिट, डी कंपोजर पिट, कृषि यांत्रिकीकरण मेला, परिवहन मेला, किसान गोष्ठी, सरकारी योजनाओं का स्टॉल भ्रमण तथा मत्स्यपालन हेतु जीर्णोद्धार किए गए तालाबों का अवलोकन किया।

गव्य विकास योजना के लाभुकों को दिए चेक

जरबेरा फूल से संरक्षित पॉलीहाउस में सीएम ने इसकी खेती के बारे में कृषक कांति किरण से जानकारी ली। टपक सिंचाई पद्धति पर आधारित अमरूद एवं सब्जी की मिश्रित खेती का अवलोकन किया। समग्र गव्य विकास योजना के तहत जिला के पांच लाभुकों को प्रथम चरण के अनुदान का चेक प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने फसल अवशेष प्रबंधन के तहत 15 कृषकों को अनुदानित दर पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराने हेतु स्वीकृति पत्र प्रदान की। साथ ही मुख्यमंत्री ने कस्टम हायरिग योजना अंतर्गत चार प्रखंड़ो के जीविका संकुल को 10 लाख रुपये के कृषि यंत्र बैंक की स्थापना का स्वीकृति पत्र प्रदान किया।


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