CM नीतीश ने कहा- सभी के विकास को करते रहेंगे काम, आनंद मोहन को ले दिया बड़ा बयान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को पटना के मिलर स्कूल के मैदान में महाराणा प्रताप स्मृति समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने क्या-क्या कहा जानिए इस खबर में।
पटना [स्टेट ब्यूरो]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार पीपुल्स पार्टी के संस्थापक व डीएम जे कृष्णैया हत्याकांड में सजायाफ्ता आनंद मोहन को लेकर बड़ा बयान दिया। साथ ही कहा कि उन्होंने समाज के हर तबके के उत्थान के लिए काम किया है। किसी की उपेक्षा नहीं की। सभी के विकास के लिए वह काम करते रहेंगे। मुख्यमंत्री सोमवार को पटना के मिलर स्कूल के मैदान में महाराणा प्रताप स्मृति समारोह को संबोधित कर रहे थे।
महाराणा प्रताप की स्मृति से युवा पीढ़ी को मिलेगी प्रेरणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्होंने समाज को प्रेरणा दी है उन्हें याद रखना है। महाराणा प्रताप की स्मृति से युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। महाराणा के आचरण से सभी को सबक सीखना चाहिए। उन्होंने यह बताया कि आपस में एक दूसरे के प्रति इज्जत का भाव रखें। अगर कोई देश के इतिहास को जानना चाहता है तो उसे महाराणा प्रताप के इतिहास को जानना चाहिए। उनके संघर्ष से सबक सीखना चाहिए। मैं जब सांसद था तो हल्दीघाटी गया था और वहां की मिट्टी का तिलक लगाया था।
समाज में एकजुटता की कही बात, बोले- टकराव से बचें
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कौन नहीं जानता है कि महाराणा प्रताप ने कभी हार स्वीकार नहीं की। समझौता के लिए तैयार नहीं हुए। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर समाज में एकजुटता की बात को दोहराया। उन्होंने कहा कि टकराव के वातावरण से बचना चाहिए। कुछ लोगों द्वारा टकराव का वातावरण उत्पन्न किया जाता है। आयोजकों को यह परामर्श दिया कि इस आयोजन से सभी को जोडि़ए।
जल-जीवन-हरियाली अभियान की सफलता को ले दी बधाई
जल-जीवन-हरियाली अभियान की कड़ी में रविवार को आयोजित मानव श्रृंखला की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों को वे बधाई देते हैं। दुनिया में इतनी बड़ी मानव श्रृंखला कहीं नहीं बनी। बिहार की 40 फीसद से भी अधिक की आबादी मानव श्रृंखला में शामिल हुई। बिहार में जो काम होता है उसे देखते हैं लोग। मुख्यमंत्री ने लोगों का आह्वान किया कि एकजुट होकर पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करें।
कहा: अानंद मोहन से रहा लगाव, करेंगे हर संभव मदद
समारोह में आए कुछ लोग बिहार पीपुल्स पार्टी के संस्थापक आनंद मोहन की जेल से रिहाई को ले नारेबाजी कर रहे थे। नारेबाजी कर रहे लोगों ने मुख्यमंत्री के पास कागज भी भिजवाया। इसपर मुख्यमंत्री ने मंच से ही कहा कि जिनके बारे में आप नारेबाजी कर रहे हैं वे हमारे पुराने साथी रहे हैं। हमलोगों का उनसे लगाव रहा था। मुझे उनकी चिंता नहीं है क्या? पर कुछ मामले ऐसे होते हैं, जिन पर हमारा वश नहीं। वैसे हमलोगों से जितना संभव हो सकेगा वह करेंगे।