अमित शाह के भोज में शामिल हुए सीएम नीतीश, पीएम मोदी को शॉल देकर किया सम्मानित
दिल्ली में मंगलवार की रात एनडीए नेताओं की डिनर पार्टी हुई। इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को शॉल देकर सम्मानित किया।
पटना, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 के एग्जिट पोल आने के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की ओर से दिल्ली में दी गई डिनर पार्टी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शॉल देकर सम्मानित किया। माना जा रहा है कि दोनों दिग्गज नेताओं में वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति पर बातें हुईं। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान भी मौजूद रहे।
अमित शाह ने दी है पार्टी
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए नेताओं को यह डिनर पार्टी दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में दी है। नीतीश कुमार इसमें शामिल होने के लिए अपराह्न 2.30 बजे की फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे।
पवन वर्मा से हुई मुलाकात
दिल्ली से आ रही खबर के अनुसार सीएम नीतीश कुमार 6 कामराज लेन स्थित आवास पर थोड़ी देर के लिए रुके। आवास पर जदयू के महासचिव व पूर्व सांसद पवन वर्मा ने सीएम से मुलाकात की। माना जा रहा है कि वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर सीएम से उनकी बात हुई। इसके बाद वे डिनर पार्टी में भाग लेने के लिए होटल पहुंचे।
मैंने फिर याद दिलाया है विशेष राज्य के दर्जे की बात
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को सर्वसम्मति से बिहार विधानसभा और बिहार विधान परिषद से पारित किया गया है। इस वजह से इसके लिए निरंतर प्रयास करने की जिम्मेवारी हमलोगों की है। 15 वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह इस बार जब वोट देने यहां आए थे तो अपने व्यक्तिगत संबंध के तहत उन्हें उस दिन भी इस बात की याद दिलाई। वर्ष 2008 से निरंतर हमलोग इसके लिए प्रयास करते रहे हैैं। आगे भी प्रयास करेंगे।
धारा 370 हटाने की बात नहीं होनी चाहिए
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पूर्व से यह कहते रहे हैैं कि धारा 370 को हटाने की बात नहीं होनी चाहिए। वर्ष 1998 में जब पहली बार हमलोगों के दल का भाजपा से गठबंधन हुआ था तो उसी समय इस मसले पर हमने अपना स्टैैंड स्पष्ट कर दिया था। भाजपा का जो अपना स्टैैंड है, वह एक दल के रूप में है, क्योंकि पार्टी के रूप में सभी के अपने-अपने विचार होते हैैं। इसके साथ ही कॉमन सिविल कोड थोपने की बात भी नहीं होनी चाहिए।
विचित्र स्थिति है पश्चिम बंगाल की
पश्चिमी बंगाल में हुई हिंसा और झड़प के बारे में पूछे गए प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विचित्र स्थिति है वहां की। चुनाव कहीं भी हों, साफ सुथरे होने चाहिए। किसी भी प्रकार की जोर जबर्दस्ती नहीं होनी चाहिए।
तेजस्वी के मतदान पर सवाल को टाल गए
मुख्यमंत्री से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा मतदान नहीं किए जाने के संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मतदान तो जरूर करना चाहिए। वैसे वह किसी पर व्यक्तिगत राय नहीं देते हैैं। वह तो यह लगातार कहते रहे हैैं कि पहले मतदान, फिर जलपान। मैैंने स्वयं सुबह पहले मतदान किया और फिर जलपान लिया।
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