'नीतीश सर' ने क्लास में कार्यकर्ताओं को पढ़ाया अनुशासन और समर्पण का पाठ
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को शराबबंदी, सात निश्चय अभियान को चलाने में सहयोग करने का निर्देश दिया और साथ ही पार्टी के नेताओं के आचरण व व्यवहार में गड़बड़ी पाये जाने पर सख्त कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी।
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को जदयू की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को शराबबंदी व सात निश्चय अभियान को चलाने में सहयोग करने का निर्देश दिया और साथ ही उन्होंने पार्टी के नेताओं के आचरण व व्यवहार में गड़बड़ी पाये जाने पर सख्त कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति में साथियों का आचरण महत्वपूर्ण होता है। राजनीति में नैतिकता ही पूंजी है।आचरण व व्यवहार में अगर किसी की गड़बड़ी पायी जाती है, तो पार्टी उस पर कार्रवाई करेगी। पार्टी ने ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया है और कार्रवाई भी की है।
प्रदेश में जदयूृ-राजद ने मापदंड स्थापित किया है। कानून का राज हमारी प्रतिबद्धता है, इससे अगर कोई छेड़छाड़ करेगा, तो उस पर कठोरतम कार्रवाई की जायेगी।
बिहार में महागठबंधन का प्रयोग सफल रहा
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में जो राजनीतिक प्रयोग हुआ, वह सफल प्रयोग था और ऐसे राजनीतिक प्रयोग देश भर में किये जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में गैर भाजपा दलों को एकजुट करने में जदयू सकारात्मक भूमिका निभायेगा, ताकि सशक्त भाजपा विरोधी ताकत का निर्माण हो सके।
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हम भाजपा से सिद्धांतों के आधार पर अलग हुए थे, लेकिन भाजपा ने नकारात्मक अभियान चलाया। भाजपा सैद्धांतिक अलगाव को निजी महत्वाकांक्षा बताती रही। हमारे लिए उनसे अलग चलने का रास्ता कठिन और चुनौतीपूर्ण था, इसके बावजूद महागंठबंधन को बिहार विधानसभा चुनाव अपार सफलता मिली।
ये लहर जो बिहार में चली वह सत्ता विरोधी लहर नहीं थी, लेकिन भाजपा इसके लिए महीनों अभियान चलाती रही। विधानसभा चुनाव में संपर्क यात्रा, परचे पर चर्चा, हर घर दस्तक जैसे कार्यक्रम हुए और महागठहबंधन पार्टी की रणनीति सफल व कारगर रही।
भाजपा का राष्ट्रप्रेम है दिखावटी
केंद्र सरकार और भाजपा के राष्ट्रप्रेम को दिखावटी करार देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आजादी की लड़ाई में आरएसएस का कोई योगदान नहीं है। जम्मू-कश्मीर में सत्ता के लिए आरएसएस व भाजपा के वरिष्ठ नेता राम माधव उस विधायक से समर्थन मांगने गए थे, जिसने अफजल गुरु की रिहाई की मांग की थी। रोहित बेमूला को आत्महत्या के लिए इन्हीं लोगों ने मजबूर किया।
जरूरी मुद्दों से ध्यान भटका रहा केंद्र
आरएसएस के ड्रेस परिवर्तन पर कटाक्ष करते हुए नीतीश ने कहा कि हाफ पैंट के बदले अब फुल पैंट पहनना ही उनका परिवर्तन है। मुख्यमंत्री ने केंद्र की राजग सरकार पर जनहित के काम नहीं करने एवं जरूरी मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने की साजिश करने का आरोप भी लगाया।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के खिलाफ एकजुटता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कालाधन नहीं लाने, बेरोजगारी बढऩे, खराब आर्थिक स्थिति, लगातार गिरती विकास दर जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ही भाजपा और उसके सहयोगी लव जिहाद, राष्ट्रवाद एवं बीफ जैसे नकली मुद्दों को उछालते हैं।
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोगों ने कन्हैया को भी फंसाने का पूरा प्रयास किया लेकिन हम तो शुरू से कहते थे कि अगर इसमें कुछ प्रमाण है तो दिखाएं, लेकिन वे तो विचारधारा थोपना चाहते थे। वे तिरंगा व आजादी की बात करते हैं, लेकिन इसमें उनका कोई योगदान ही नहीं है।
काम ही हमारी पूंजी
नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी पूंजी काम है, जो हमारे सात निश्चय हैं, वे लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए हैं। लोगों का जीवन स्तर बेहतर होगा इससे समाज का वातावरण भी बेहतर बनेगा जिससे आपसी प्रेम व सद्भाव बनेगा। मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि राजनीति में हमारा मुद्दा केवल काम है।
बिहार में है कानून का राज
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कानून का राज है और रहेगा। पिछले महीनों के कुछ मामलों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा में गलत आचरण करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती, लेकिन जदयू-राजद ने हाल में अपने विधायकों पर कार्रवाई करके यह बता दिया है कि कानून के खिलाफ आचरण कभी बर्दाश्त नहीं किया जाता।