CM नीतीश का बड़ा ऐलान- बिहार में किसी हाल में लागू नहीं होने देंगे NRC, चाहे कुछ भी हो
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान किया है और कहा है कि एनआरसी किसी भी हाल में बिहार में लागू नहीं होने देंगे। नीतीश के इस फैसले से बिहार में राजनीति गरमा सकती है।
पटना, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून Citizenship Ammendment ACT) के लागू होने के बाद देश के कई शहरों में हो रहे लगातार विरोध प्रदर्शन के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने NRC को लेकर बड़ा बयान दिया है। नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में किसी हाल में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (National Register Of Citizenship) लागू नहीं होगा।
नीतीश ने कहा-'काहे का एनआरसी?'
शुक्रवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे बिहार में एनआरसी (NRC) लागू नहीं करेंगे। नीतीश कुमार से जब पूछा गया कि क्या बिहार में एनआरसी लागू किया जाएगा तो उनका कहना था 'काहे का एनआरसी?' उन्होंने एक पंक्ति की सधी हुई प्रतिक्रिया में कहा कि बिहार में नहीं लागू होगा एनआरसी। मुख्यमंत्री की इस प्रतिक्रिया से यह साफ हो गया है कि जदयू एनआरसी को समर्थन नहीं देने के अपने पुराने स्टैैंड पर कायम है।
दरअसल, मुख्यमंत्री भारतीय रोड कांग्रेस के 80 वें अधिवेशन में शामिल होने राजधानी स्थित बापू सभागार पहुंचे थे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वह अपनी गाड़ी पर बैठ चुके थे, तभी मीडिया ने उनसे एनआरसी के मसले पर हो रहे हंगामे पर सवाल किया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह यहां कहां से लागू होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री निकल गए। मालूम हो कि मुख्यमंत्री ने गुरुवार को गया में अपनी सभा में यह कहा था कि उनके रहते अल्पसंख्यकों के हित की अनदेखी नहीं हो सकती। अल्पसंख्यकों के बीच कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैैं।
Bihar Chief Minister Nitish Kumar: National Register of Citizens (NRC) will not be implemented in Bihar. (file pic) pic.twitter.com/0Yri4Q8rze
— ANI (@ANI) December 20, 2019
नीतीश के बयान से बिहार में गरमा सकती है राजनीति
इस तरह के बयान से जहां राजनीतिक के गरमाने के आसार हैं, वहीं नीतीश कुमार ने जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष से किया वादा पूरा किया है। बता दें कि CAA और NRC का प्रशांत किशोर लगातार विरोध कर रहे हैं और इसे लेकर उन्होंने नीतीश कुमार से कुछ दिनों पहले मुलाकात भी की थी। इस मुलाकात में नीतीश कुमार ने उनसे वादा किया था कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे।
भाजपा ने कहा-अभी कहां बना है एनआसी, लागू होने की बात कहां
वहीं, भाजपा नेता प्रेमरंजन पटेल ने कहा है कि एनआरसी को लेकर अभी तक कोई बिल नहीं आया है और जबतक कोई बिल नहीं आया है, तबतक इसे लागू करने की बात ही नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा जब कोई बिल आएगा तो एनडीए के सभी सहयोगियों से बात की जाएगी। सबकी सहमति से ही ऐसा कोई कानून बनेगा।
सीएए पर सहमति देने से नाराज थे जदयू के कुछ नेता
बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल पर पहले तो जदयू ने कहा कि स्टैंड क्लियर नहीं है, लेकिन जब यह विधेयक लोकसभा में पेश किया गया तो जदयू ने इसका समर्थन किया और फिर राज्यसभा में भी इस बिल का समर्थन किया। इसे लेकर उसकी अपनी पार्टी में ही विरोध के सुर उठे थे। जिसमें प्रशांत किशोर, पवन वर्मा सहित कई नेताओं ने पार्टी के स्टैंड का विरोध किया था।
वामदलों ने किया था बिहार बंद
बिहार में नागरिक संशोधन कानून CAA को लेकर गुरुवार को जहां वामदलों ने बिहार बंद का आह्वान किया और जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया गया, वहीं देश के कई राज्यों में भी इसे लेकर हंगामा जारी है। बंद के दौरान ट्रेनें रोकी गईंं। सड़कों पर जुलूस निकाला गया और सरकार विरोधी नारे लगाए गए। अब इसी मुद्दे को लेकर शनिवार को राजद का बिहार बंद है।
नीतीश ने सीएए पर तोड़ी थी चुप्पी, कही थी बड़ी बात
इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों को लेकर गुरुवार को गया में एक कार्यक्रम के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी थी और कहा था कि बिहार में जबतक हम हैं, तबतक अल्पसंख्यक पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा था कि वो गारंटी देते हैं कि जब तक हम लोगों की सरकार है अल्पसंख्यकों के हितों की कोई अनदेखी नहीं कर सकता।