AES व लू से 300 से अधिक मौतें, CM नीतीश ने की चार-चार लाख रुपये के अनुदान की घोषणा
बिहार में भीषण गर्मी के कारण लू व एईएस से अब तक 300 से अधिक मौतें हो चुकीं हैं। इसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संवेदना जताई है। उन्होंने चार-चार लाख के अनुदान की घोषणा की है।
By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 16 Jun 2019 01:43 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 11:09 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। बिहार में भयानक गर्मी के कारण्ा लू तथा एईएस एईएस (एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम) या इंसेफेलौपैथी से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। बीते दो दिनों के दौरान लू 184 लोगों की मौत हो चुकी है। उधर, इस मौसम में एईएस से 128 मौतें हो चुकी हैं। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन मौतों पर संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने लू व एईएस से मरने वालों के परिजनों को चार-चार लाख रूपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
मृतकों के परिजनों को मुआवजा चार-चार लाख का अनुदान
मुजफ्फरपुर में एईएस से बच्चों की मौत पर संवेदना प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बीमार बच्चों के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने एईएस के कारण मरे बच्चों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने लू से मरने वालों के परिजनों को भी चार-चार लाख रुपये का अनुदान देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार प्रभावित लोगों के साथ हैं। उन्होंने लोगों की हर संभव चिकित्सकीय मदद देने का निर्देश दिया है।
वर्ष 2012 से अधिक हो गया मौत का आंकड़ा
विदित हो कि उत्तर बिहार में गर्मी के मौसम में फैले एईएस से 128 बच्चों की मौत हो चुकी है। एईएस से सर्वाधिक मौत की बात करें तो एक दशक के दौरान साल 2012 में 120 मौत का रिकार्ड है। मौत का आंकड़ा साल 2012 के पार जा चुका है। उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एसकेएमसीएच) में बीमार बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है।
तीन दिनों में लू से 184 लोगों की मौत
इन दिनों बिहार में आग उगल रहे मौसम में लू लगने से तीन दिनों में 184 मौतें हो चुकी हैं। यह सिलासला लगातार जारी है। शनिवार को बिहार में एक ही दिन में 60 लोगों की मौत हो गई। अकेले औरंगाबाद में लू से एक ही दिन में 34 लोगों की मौत हो गई। रविवार व सामवार को मौत का सिलसिला जारी रहा। रविवार को भी 101 और लोगों की माैत हो गई थी।
मृतकों के परिजनों को मुआवजा चार-चार लाख का अनुदान
मुजफ्फरपुर में एईएस से बच्चों की मौत पर संवेदना प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बीमार बच्चों के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने एईएस के कारण मरे बच्चों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने लू से मरने वालों के परिजनों को भी चार-चार लाख रुपये का अनुदान देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार प्रभावित लोगों के साथ हैं। उन्होंने लोगों की हर संभव चिकित्सकीय मदद देने का निर्देश दिया है।
वर्ष 2012 से अधिक हो गया मौत का आंकड़ा
विदित हो कि उत्तर बिहार में गर्मी के मौसम में फैले एईएस से 128 बच्चों की मौत हो चुकी है। एईएस से सर्वाधिक मौत की बात करें तो एक दशक के दौरान साल 2012 में 120 मौत का रिकार्ड है। मौत का आंकड़ा साल 2012 के पार जा चुका है। उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एसकेएमसीएच) में बीमार बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है।
तीन दिनों में लू से 184 लोगों की मौत
इन दिनों बिहार में आग उगल रहे मौसम में लू लगने से तीन दिनों में 184 मौतें हो चुकी हैं। यह सिलासला लगातार जारी है। शनिवार को बिहार में एक ही दिन में 60 लोगों की मौत हो गई। अकेले औरंगाबाद में लू से एक ही दिन में 34 लोगों की मौत हो गई। रविवार व सामवार को मौत का सिलसिला जारी रहा। रविवार को भी 101 और लोगों की माैत हो गई थी।
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