रौनक की मां का दर्द सुन भावुक हुए सीएम
रौनक के माता-पिता व परिजनों ने सीएम नीतीश कुमार से मुलकात की। दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की।
पटना सिटी । 17 जनवरी की सुबह साढ़े नौ बजे घर से तैयार हो ड्रेस पहन कर स्कूल के लिए निकला रौशन लौटकर घर नहीं आया बल्कि उसकी हत्या की मनहूस खबर मिली। बड़े लाड-प्यार से रौशन को पाला था कि पुत्र होनहार हो सूबे का नाम रोशन करेगा। यह कहते-कहते पिता फफक कर सीएम नीतीश कुमार के आवास पर रो पड़े। मां रंजू देवी ने अपने आंसू पोंछते हुए सीएम से कहा कि मुझसे मेरा रौनक छीनने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दीजिए सर। एक मासूम की अपराधियों द्वारा की गई निर्मम हत्या और परिजनों का दर्द सुन कर सीएम भावुक हो गए। उन्होंने परिजनों को न्यायोचित कार्रवाई का भरोसा दिया। सीएम के आवास पर रौनक के पिता सुधीर कुमार, मां रंजू देवी, भाई राहुल, चाचा मनोज, चाची जूली, नाना प्रभु नारायण गए थे। इस दौरान डीजीपी, आईजी, डीआइजी, एसएसपी व अन्य पुलिस पदाधिकारी थे।
पिता ने सीएम को पूरी घटना की जानकारी विस्तार से दी। अपने बेटे के 17 की सुबह स्कूल जाने और शव बरामद होने तक के घटनाक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
पिता ने बताया कि फोन पर रौनक ने कहा था कि ये लोग 25 लाख रुपये फिरौती मांग रहे हैं। इसका मतलबै कि फिरौती मांगने वाले ये लोग एक से अधिक थे। पिता ने सीएम के समक्ष कहा कि कमजोर कद-काठी का विक्की अकेले कैसे रौनक का हाथ-पैर बांध मुंह में टेप साट सकता है? पिता ने बताया कि अपहरण की पूरी कहानी सुनकर सीएम भी बोले कि कमजोर कदकाठी वाला विक्की छात्र की कैसे हत्या कर देगा?
पूरा घटनाक्रम सुनकर सीएम ने वरीय पुलिस अधिकारियों से कहा कि रौनक हत्याकांड में दूध का दूध-पानी का पानी होना चाहिए। 24 से 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट हमारे सामने होनी चाहिए। रौनक हत्याकांड में प्रगति की हमें जानकारी दी जाए।
सीएम से परिजनों के मिलने के तीन घंटे बाद पटना प्रक्षेत्र के आइजी नैय्यर हसनैन खां, डीआइजी राजेश कुमार व एसएसपी मनु महाराज विक्की के दुकान और फिर मृतक रौनक के घर पहुंचकर परिजनों के पक्ष को सुनकर नए सिरे से जांच-पड़ताल प्रारंभ की।