राजगीर के खेल विवि में सीटें आरक्षित किए जाने की घोषणा बड़ा कदम, खेल-कूद में आगे बढ़ेंगी बेटियां
बिहार के राजगीर में स्थापित हो रहे खेल विश्वविद्यालय में एक तिहाई सीटों पर बेटियों के नामांकन की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा से लड़कियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। खेल-कूद के क्षेत्र में करियर बनाने वाली बेटियों को इससे बड़ा अवसर मिल सकेगा।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार की लड़कियां अब खेल के क्षेत्र में बेहतर कर सकेंगी। अब उन्हें अपने राज्य में ही बेहतर ट्रेनिंग मिल सकेगी। इसको लेकर सरकार ने भी सकारात्मक कदम उठाए हैं। इस क्रम में राज्य में खुलने वाले स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की एक तिहाई सीटें आरक्षित किए जाने के मुख्यमंत्री के फैसले को बड़ा कदम माना जा रहा है। सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को इस बाबत निर्देश भी दिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री ने खेल विश्वविद्यालय से संबंधित विधेयक के प्रस्तुतिकरण के बाद इस आशय की घोषणा की है।
राजगीर में की जा रही खेल विवि की स्थापना
मालूम हो कि राज्य में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए राजगीर में खेल विवि की स्थापना की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट ग्राउंड सह स्पोर्टस एकेडमी के समीप खेल विश्वविद्यालय खोला जाना है। यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रिम प्रोजेक्ट है। सीएम का मानना है कि इससे खेलकूद के क्षेत्र में लड़कियां और बेहतर करेंगी।जानकारी के अनुसार खेल विश्वविद्यालय में कई तरह के कोर्स कराए जाएंगे। इसमें सभी प्रमुख खेलों से जुड़ा कोर्स होगा। इससे एक तो राज्य में बेहतर खिलाड़ी बनेंगे तो दूसरी ओर खेल के क्षेत्र में रोजगार भी मिल सकेगा। इसके अतिरिक्त राज्य के विश्वविद्यालयों में भी खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। ताकि खेल प्रतिभा को और बेहतर मंच मिल सके।
बेटियों को नहीं जाना होगा बाहर
इस खबर से बेटियों में काफी खुशी है। उनका कहना है कि अब तक जो लड़कियां खेल के क्षेत्र में करियर बनाना चाहती थीं उन्हें दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ता था। लेकिन अब अपने राज्य में ही वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग ले सकेंगी। इसमें सामान्य परिवार की लड़कियों की प्रतिभा दब कर रह जाती थी। लेकिन अब मन मसोस कर नहीं रहना पड़ेगा। हम भी बेहतर कर सकेंगे। सरकार ने हमें बड़ा गिफ्ट दिया है।