Patna: मूर्ति विसर्जन के दौरान गंगा घाट पर बड़ा हादसा, निगम के ट्रक समेत नदी में समाया सफाईकर्मी; तलाश जारी
पटना में मूर्ति विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा हो गया। कृत्रिम तालाब में गंगाजल भरने के लिए नगर निगम की ओर से मशीन लाई गई थी। विसर्जन की अवधि खत्म होने के बाद निगमकर्मी मशीन को ट्रक में चढ़ाने की कोशिश कर रहे थे। तभी ब्रेक फेल हो गया।
पटना, जागरण संवाददाता। दीघा थाना क्षेत्र के जनार्दन घाट पर रविवार की दोपहर पटना नगर निगम का मिनी ट्रक और सफाईकर्मी प्रमोद गंगा में समा गए। देर शाम तक एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की रेस्क्यू टीम उन्हें बाहर निकालने का प्रयास करती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली। ट्रक को बाहर निकालने के लिए क्रेन मंगाई गई है। प्रमोद की तलाश के लिए सोमवार की सुबह फिर से सर्च ऑपरेशन जारी है। वहीं, हादसे में ट्रक का चालक बाल-बाल बच गया। उसने वाहन का ब्रेक फेल होना दुर्घटना का कारण बताया है। नदी से वाहन निकालने के बाद मोटरयान निरीक्षक उसकी जांच करेंगे। तब हादसे की वजह सामने आ पाएगी। थानाध्यक्ष राजकुमार पांडेय ने बताया कि रेस्क्यू आपरेशन अभी जारी है।
मशीन लाने गई थी निगम की टीम
बताया जाता है कि सरस्वती पूजा के उपरांत प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए जनार्दन घाट पर कृत्रिम तालाब बनाया गया था। उसमें नदी से गंगा जल भरने के लिए नगर निगम की ओर से मशीन लगाई गई थी। विसर्जन की अवधि समाप्त होने के बाद रविवार की दोपहर निगमकर्मी उसी मशीन को वापस लाने गए थे।
चालक अपनी सीट पर बैठा था और पीछे निगमकर्मी मशीन को ट्रक में चढ़ाने की कोशिश कर रहे थे। तभी ब्रेक फेल हो गया और पीछे की तरफ ट्रक तेज रफ्तार में ढलने लगा। इस दौरान अफरातफरी मच गई और चालक ने वाहन से कूद कर जान बचाई। हालांकि, प्रमोद का पैर ट्रक के पिछले बंपर में फंस गया और वह वाहन के साथ नदी में समा गया।
पीड़ित परिवार को निगम करेगा आर्थिक सहयोग
हादसे की खबर पाकर पाटलिपुत्र अंचल की कार्यपालक पदाधिकारी प्रतिभा सिन्हा समेत नगर निगम के कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। दीघा थाने की पुलिस भी आई। प्रमोद के घर वालों ने घाट पर पहुंचते ही रुंदन-क्रंदन शुरू कर दिया।
कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि प्रमोद एजेंसी के माध्यम से दैनिक वेतनभोगी सफाईकर्मी हैं। वे तकनीकी दक्ष थे और उन्हें मशीन के संचालन का ज्ञान था। यही कारण था कि प्रमोद को मशीन लाने के लिए भेजा गया था। प्रमोद बैरिया इलाके के रहने वाले हैं। उनके दो बेटे हैं। फिलहाल, वे गंगा में लापता हैं। पीड़ित परिवार को नगर निगम की ओर से आर्थिक सहयोग दिया जाएगा।