CIMP निदेशक पर लगा छेड़छाड़ का आरोप, पीड़ित पूर्व छात्रा ने फेसबुक पर सुनाई आपबीती Patna News
चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना की एक पूर्व छात्रा ने निदेशक पर छेड़खानी करने का आरोप लगाया है। मामला तीन साल पुराना है।
पटना, जेएनएन। चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना (सीआइएमपी) एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। कुछ दिन पहले छात्रा के खुदकशी करने के प्रयास के बाद शुक्रवार को एक पूर्ववर्ती छात्रा ने निदेशक डॉ. वी. मुकुंद दास पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। इस संबंध में पीड़ित ने जक्कनपुर थाने में लिखित शिकायत दी है। सिटी एसपी (पूर्वी) जितेंद्र कुमार ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
तीन साल पहले का है मामला
पीड़ित छात्रा संस्थान के 2016-18 बैच की है। उसने बताया कि करीब तीन साल पहले जब वह संस्थान में आई थी। तभी निदेशक ने एक दिन शाम को ऑफिस स्टाफ को भेजकर उसे केबिन में बुलाया। पूछा कि तुम कंप्यूटर पर टाइप करना जानती हो। छात्रा ने 'हां' कहा तो उसे कंप्यूटर के सामने बैठने को कहा गया। टाइप कराने के बहाने निदेशक उसके शरीर पर यहां-वहां हाथ लगाने लगे। वह निदेशक का हाथ झटककर भाग गई। इसके बाद उसने क्लास के छात्र-छात्राओं को यह बात बताई, लेकिन निदेशक के रसूख के आगे मामला ठंडा पड़ गया।
फेसबुक पर साझा की पीड़ा
दो दिन पहले उसे अखबार के माध्यम से जानकारी मिली कि संस्थान के निदेशक और कुछ शिक्षकों की प्रताडऩा से तंग आकर एक छात्र ने खुदकशी करने का प्रयास किया तो उसने फेसबुक पर अपनी पीड़ा लिखी। उसके पोस्ट पर कई छात्राओं ने कमेंट कर बताया कि उनके साथ भी ऐसी हरकत हुई थी। तब उसे महसूस हुआ कि आवाज उठानी चाहिए। इसलिए उसने थाने में आकर तहरीर दी।
पूर्व वार्डन भी आईं साथ
छात्रा के साथ गल्र्स हॉस्टल की पूर्व वार्डन भी आई थीं। उन्होंने पुलिस को बताया कि निदेशक से जुड़े संस्थान के दो लोगों ने उन्हें गलत करने का इशारा किया था, लेकिन उन्होंने अनदेखी कर दी। इसके बाद उनके लिए बिजली रूम में टेबल-कुर्सी रख दी गई। उन्होंने प्रताडऩा से तंग आकर पिछले साल संस्थान छोड़ दिया।
कोलकाता से की पुलिस से बात
युवती के फेसबुक पर कमेंट करने वाली एक पूर्ववर्ती छात्रा ने भी जक्कनपुर थाने की पुलिस से बात की और आपबीती सुनाई। वह कोलकाता में रहती है। उसने बताया कि दुर्गा पूजा पर वह घर चली गई थी तो निदेशक ने उसे कॉल किया। कहा कि तुम मेरी इजाजत के बिना कहीं नहीं जाओगी। वहां से आने के बाद तुम सीधे मेरे बोङ्क्षरग रोड स्थित घर आ जाना। मैं कार भेज दूंगा। युवती ने जब सख्ती से पूछा कि घर पर क्यों आना होगा तो निदेशक का लहजा बदल गया। जवाब में उन्होंने कहा कि तुम छोड़ दो। मैंने ऐसी ही कहा था।
संस्थान की छवि धूमिल करने का प्रयास
सीनियर लाइजन कंसलटेंट कुमोद कुमार ने बताया कि जिस पूर्ववर्ती छात्रा ने निदेशक पर निराधार गंभीर आरोप लगाए हैं, वह दो वर्ष पूर्व संस्थान छोड़ चुकी है। पूर्ववर्ती छात्रा के साथ एक पूर्व कर्मी भी थाने पहुंची थीं जिन्हें गंभीर आरोप में संस्थान से निकाला जा चुका है। यह पूरी प्रक्रिया संस्थान की छवि खराब करने का प्रयास है। संस्थान पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करता है।
पुराने मामले में बनाया गया है आरोपी
सीआइएमपी निदेशक प्रो. डॉ. वी. मुकुंद दास ने कहा कि भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप पर एक साल पहले मैंने लेडीज हॉस्टल की केयरटेकर को संस्थान से निकाल दिया था। इसी कारण उसने मुझपर ये आरोप लगाए हैं।