राज्य ब्यूरो, पटना। लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिजली दरों में वृद्धि के विरुद्ध आंदोलन की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि बिहार में बिजली दर में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। सरकार मौजूदा बिजली दर में 50 प्रतिशत वृद्धि करने जा रही है। यह बेहद गंभीर मामला है। इसको लेकर आम लोगों में नाराजगी है।
शनिवार को यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान चिराग ने कहा कि सरकार का यह फैसला परिवार के घरेलू बजट को सीधे तौर पर प्रभावित कर रहा है। कल कारखानों और कृषि क्षेत्र में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों में प्रति यूनिट बिजली दरों की तुलना अगर बिहार से की जाए तो यह किसी राज्य के अधिकतम दर से भी ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रति यूनिट बिजली दर 3.35 से 6.00 रुपये, उड़ीसा में 3.00 से 6.20, गोवा में 1.50 से 4.25, तमिलनाडु में 1.50 से 6.60, गुजरात में 3.20 से 5.00 रुपये तक है, जबकि बिहार में बिजली दर 6.05 से लेकर 7.70 रुपये तक है। यह साबित करता है कि कहीं ना कहीं इस खेल में कोई बड़ा घोटाला हो रहा है। चिराग ने कहा कि विभाग और सरकारी एजेंसियां अपनी ताकत और आम आदमी के टैक्स के पैसे का इस्तेमाल कर जनता को बरगलाने की कोशिश करती हैं।
पारस बोले- महागठबंधन सरकार कुछ दिनों की मेहमान
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष एवं केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि केंद्र सरकार पूरे देश में विकास योजनाओं के लिए धन दे रही है। केंद्र के पैसे से ही बिहार समेत देश के अन्य राज्यों का विकास हो रहा है। लोगों को भरोसा है कि मोदी सरकार जनहित से जुड़ी सभी समस्याओं निराकरण करेगी।
शनिवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में पारस ने कहा कि सरकार सबका साथ और सबका विश्वास के मूल मंत्र पर तेजी से काम कर रही है। बिहार में मेडिकल कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान के साथ ही राष्ट्रीय उच्च मार्गो का जाल बिछाया जा रहा है। कई केंद्र प्रायोजित योजना चलाई जा रही हैं। 2024 तक देश में प्रधानमंत्री पद के लिए कोई जगह खाली नहीं है।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की तरह दूसरा प्रधानमंत्री इस देश में आज तक नहीं हुआ। पारस ने कहा कि महागठबंधन सरकार कुछ दिनों की मेहमान है। 2024 के लोकसभा चुनाव आते आते महागठबंधन पूरी तरह से बिखर जाएगा। महागठबंधन के नेताओं का एक दूसरे पर विश्वास खत्म हो चुका है। विपक्ष में प्रधामंत्री पद के कई दावेदार हैं। सब आपस में लड़ रहे हैं।