चिराग ने अब बेरोजगारी पर सवाल दागा, कहा- सबसे ज्यादा बिहारी ही दूसरे राज्यों में कमाने क्यों जाते हैं...
चिराग पासवान शनिवार को लखीसराय व शेखपुरा में थे। उन्होंने अब बेरोजगारी को लेकर सवाल पूछा। कहा- सबसे ज्यादा बिहारी ही दूसरे राज्यों में कमाने क्यों जाते हैं। सफाई भी दी।
लखीसराय/ शेखपुरा, जेएनएन। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट यात्रा के तहत शनिवार को लखीसराय व शेखपुरा में थे। एक बार फिर उन्होंने बिहार में बढ़ते अपराध को गिनाया। कहा कि बिहार में अपराध बढ़ गए हैं। इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी सवाल दागा कि आखिर सबसे ज्यादा बिहारी ही दूसरे राज्यों में कमाने के लिए क्यों जाते हैं। बेरोजगारी की समस्या कैसे दूर होगी। हालांकि, आज उन्होंने थोड़ी सफाई भी दी कि सरकार की कमी गिनाने का यह मतलब नहीं कि सरकार को कोई दिक्कत है। बिहार में फिर से डबल इंजन की सरकार बनेगी। चिराग ने यह भी कहा कि लोजपा बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी 243 सीटों पर अपनी तैयारी कर रही है। पूछे जाने पर उन्हाेंने कहा कि पिछले दिनों विधान सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की मुलाकातों का कोई राजनीतिक मायने नहीं निकालना चाहिए।
चिराग पासवान शनिवार की शाम लखीसराय पहुंचे। यहां उन्होंने जिला सर्किट हाउस में बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट यात्रा के बारे में मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान मेरे द्वारा उठाए गए मुद्दे को सरकार के खिलाफ जोड़ कर देखा जा रहा है, लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं खामियों को नहीं रख रहा हूं। मैं सुधार की बात कर रहा हूं। उन्हाेंने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है और 2020 चुनाव में डबल इंजन की सरकार फिर से बनेगी और सारे काम पूरे होंगे। इस दौरान शिक्षकों के समान काम समान वेतनमान की मांग का समर्थन भी किया।
इसके पहले चिराग ने शेखपुरा में कहा कि इस साल होने वाले विधान सभा के चुनाव में उनकी पार्टी नियोजित शिक्षकों के मुद्दे को चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करेगी। उन्होंने जाति-धर्म की राजनीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस तरह की राजनीति से विकास नहीं हो सकता। विकास के लिए उनकी पार्टी एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार करेगी। विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने के लिए पार्टी युवाओं, विद्यार्थियों, किसानों, व्यापारियों, महिलाओं की अलग-अलग राय लेगी। यही भारतीय लोकतंत्र की असली तस्वीर है।
चिराग ने तेजस्वी यादव को सलाह दी कि वे अपनी बेरोजगारी यात्रा से बिहार में हंगामा नहीं मचाएं, बल्कि मुख्यमंत्री से वार्ता करके उन्हें सलाह दें कि राज्य से बेकारी कैसे खत्म होगी। इस मुद्दे पर राज्य सरकार को चिराग ने आड़े हाथ भी लिया। पूछा आखिर बिहारी ही कमाने के लिए दूसरे राज्यों में क्यों जाते हैं। बाहर के लोग बिहार क्यों नहीं आते हैं।
अपनी इस यात्रा को चिराग ने सरकार तथा जनता के बीच कड़ी बनने का प्रयास बताया। कहा कि 2020 के चुनाव में बिहार एनडीए का निर्विवाद नेता तथा चेहरा नीतीश कुमार ही हैं। साथ ही कहा कि उनकी पार्टी राज्य की सभी 243 सीटों पर चुनावी तैयारी कर रही है। अपने मिशन को लेकर कहा कि 15 साल के नीतीश राज में बिहार का बहुत विकास हुआ है और अब बिहार को छलांग लगाने की जरूरत है। बिहार को देश के सबसे अग्रणी राज्य बनाना है। नीतीश कुमार के विशेष राज्य के दर्जे के राग पर चिराग ने कहा कि हम भी इसके समर्थक हैं मगर इसमें तकनीकी दिक्कत है।