Move to Jagran APP

एनएमसीएच में किशोर की मौत पर हंगामा, जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर

नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु रोग विभाग के इमरजेंसी में भर्ती 13 वर्षीय किशोर की शनिवार की दोपहर लगभग ढाई बजे मौत होने पर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 12:55 AM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 06:09 AM (IST)
एनएमसीएच में किशोर की मौत पर हंगामा, जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर
एनएमसीएच में किशोर की मौत पर हंगामा, जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर

पटना सिटी। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु रोग विभाग की इमरजेंसी में भर्ती 13 वर्षीय किशोर की शनिवार दोपहर लगभग ढाई बजे मौत होने पर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। आक्रोशित परिजनों ने इमरजेंसी में कागजात फाड़ दिए। स्वजनों ने बताया कि डॉक्टरों ने ही बीएसटी फाड़ा है। हंगामा कर रहे लोगों का आरोप था कि इलाज में डॉक्टर व नर्स द्वारा लापरवाही बरतने से किशोर की मौत हुई है। आक्रोशित स्वजनों ने विभाग के विभागाध्यक्ष के कमरे में भी तोड़फोड़ की। किशोर के परिजनों का कहना था कि मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन बिजली कटने पर समय पर जेनरेटर नहीं चालू किया गया। जेनरेटर चालू नहीं किए जाने से किशोर ने दम तोड़ दिया।

loksabha election banner

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. रवि रंजन कुमार रमण ने बताया कि शिशु रोग विभाग में कार्यरत डॉ. धर्मेंद्र कुमार व डॉ. जय किशोर के साथ मारपीट की गई है। आक्रोशित लोगों ने डॉ. जय कुमार का मोबाइल व चेन छीन लिया है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि घटना के बाद जूनियर डॉक्टर कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर चले गए हैं। जूनियर डॉक्टरों ने लापरवाही के लिए अधीक्षक व विभागाध्यक्ष को जिम्मेवार ठहराते हुए इस्तीफा की मांग किए है। उन्होंने तैनात सुरक्षाकर्मियों को अविलंब हटाने का मांग किया है।

- डेंगू पीड़ित किशोर छह दिन पूर्व हुआ था भर्ती

किशोर के स्वजनों ने बताया कि खुसरूपुर निवासी ह्दय सिंह के डेंगू पीड़ित 13 वर्षीय पुत्र रजनीश को दस नवंबर को शिशु रोग विभाग की इमरजेंसी में डॉ. सुनील कुमार के यूनिट में भर्ती कराया गया था। विभागाध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि किशोर मरीज डेंगू शाक्स सिंड्रोम से पीड़ित था। किशोर को गंभीरावस्था में भर्ती कर वेंटिलेटर पर इलाज किया जा रहा था। विभागाध्यक्ष का दावा है कि इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गई है। शनिवार दोपहर ढाई बजे किशोर की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए। आक्रोशित पिता ह्दय सिंह व संबंधी रिकू देवी का आरोप था कि इलाज में डॉक्टर व नर्सो द्वारा लापरवाही बरतने से किशोर की मौत हुई है। बिजली कटने पर समय पर जेनरेटर नहीं चालू करने से किशोर ने दम तोड़ा है।

हंगामा व मारपीट के बाद जूनियर डॉक्टरों ने किया कार्य का बहिष्कार

किशोर की मौत के बाद आक्रोशित परिजन शिशु विभाग के इमरजेंसी में कार्यरत डॉ. धर्मेंद्र कुमार व डॉ. जय कुमार से हाथापाई की। आक्रोशित परिजनों ने विभागाध्यक्ष के कक्ष में भी तोड़फोड़ की। हंगामा की सूचना मिलते ही अस्पताल सुरक्षाकर्मी व पुलिसकर्मी ने आक्रोशित भीड़ को नियंत्रित किया। आलमगंज थाना के अपर थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि जूनियर डॉक्टर व मृतक के परिजनों द्वारा आवेदन दिया गया है। दोनों एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाए हैं। सीसीटीवी फुटेज को खंगाल दोषियों पर कार्रवाई होगी।

घटना के बाद जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्यों ने अस्पताल के विभिन्न विभागों में घूमते हुए कार्य बहिष्कार किया। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. रवि रंजन कुमार रमण ने बताया कि घटना के बाद जूनियर डॉक्टर कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर चले गए हैं।

मरीजों व परिजनों के बीच हड़कंप

जूनियर डॉक्टरों के अचानक हड़ताल पर चले जाने की खबर मिलते ही इमरजेंसी में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों के बीच हड़कंप मच गया। सीनियर डॉक्टर इमरजेंसी में मरीजों का इलाज कर रहे हैं। अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों का पलायन शुरू हो गया है। अस्पताल में भर्ती मरीज व परिजनों में जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ गहरा आक्रोश दिखा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.