25 किलोमीटर लंबे गंगा तट पर आज लाखों व्रती देंगे अर्घ्य
सूर्य की अराधना के महापर्व छठ के लिए गंगा घाट सहित 41 से अधिक तालाब व्रतियों के लिए तैयार हैं।
पटना। सूर्य की अराधना के महापर्व छठ के लिए गंगा घाट सहित 41 से अधिक तालाब व्रतियों के लिए तैयार हो गया है। 25 किलोमीटर लंबे गंगा तट पर सुरक्षा की अद्भुत व्यवस्था की गई है। गंगा में बैरिकेडिंग कर दी गई है। जाल भी लगाए गए हैं। बैरिकेडिंग को सफेद रंग से रंगने के साथ रंग-बिरंगे झंडे लगा दिए गए हैं। घाट से लेकर गंगा की तरफ जाने वाले सभी रास्ते जगमग कर रहे हैं। रात में भी दिन जैसा नजारा दिख रहा है। मंगलवार को दोपहर 12 बजे से छठ महापर्व की समाप्ति तक सुरक्षा घेरे में पूरी तरह से घाट आ जाएंगे।
बैरिकेडिंग के बाद गंगा नदी में एनडीआरएफ, घाटों पर नाव के साथ गोताखोर, सड़क से लेकर घाट एवं उसके रास्ते में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी पग-पग पर तैनात किए गए हैं। 450 दंडाधिकारी सहित तीन हजार से अधिक बल के साथ पुलिस अधिकारी घाटों पर तैनात हो गए हैं। एनडीआरएफ के जवान 70 मोटरबोट से गश्ती कर रहे हैं। गंगा नदी एवं घाटों पर बचाव की मुद्रा में 450 एनडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं। 185 नाव के साथ 315 गोताखोरों को जिला प्रशासन ने घाटों पर तैनात किया है। 105 नियंत्रण कक्ष तथा 205 वाच टावर बनाए गए हैं। सभी जगह माइक की व्यवस्था है। लगातार एनाउंसिंग होते रहेगा। घाटों पर 100 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ड्रोन से भी निगरानी होगी। इसके साथ कई स्थानों पर वीडियोग्राफी भी होगी। 21 सेक्टरों में बांटे गए हैं गंगा घाट
गंगा घाट को 21 सेक्टरों में बांटा गया है। छठ व्रतियों की सुरक्षा के साथ उनकी सुविधाओं के लिए भी व्यापक व्यवस्था की गई है। 609 चेंजिंग रूम, 314 शौचालय, 551 यूरिनल, 90 चापाकल, 10 सबमर्सिबल मोटर लगाई गई हैं। 10 यात्री शेड का निर्माण किया गया है। निजी नाव के परिचालन पर है रोक
रविवार की सुबह से छठ महापर्व की समाप्ति तक गंगा एवं सहायक नदियों में निजी नाव के परिचालन पर रोक लगा दी गई है। जिलाधिकारी कुमार रवि ने कहा कि कोई भी व्यक्ति निजी नाव पर सवार न हों। सभी अनुमंडल पदाधिकारियों और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी स्थिति में अपने-अपने क्षेत्रों में निजी नाव का परिचालन न होने दें। मोबाइल एप से लें घाटों के बारे में जानकारी
पटना। 'छठ पूजा पटना' मोबाइल एप से पटना गंगा घाट के बारे में पूरी जानकारी लें। तैनात दंडाधिकारी के नाम और मोबाइल नंबर के साथ घाट के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। एप अंग्रेजी के साथ हिन्दी भाषा में भी है। इस एप को पटना जिला प्रशासन के फेसबुक और ट््यूटर अकाउंट से भी लिंक कर दिया गया है। इस एप पर छठ महापर्व के गीत और महत्व के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई है। घाटों की लंबाई, मुख्य सड़क से दूरी आदि जानकारियां दी गई है। गूगल से इसपर डाले गए नक्शे जुड़े हैं। इस मोबाइल एप को सहायक समहर्ता तनय सुलतानियां ने नये सिरे से तैयार किया है। दवाओं के साथ घाटों पर तैनात किए गए चिकित्सक
प्रत्येक घाट पर चिकित्सक एवं पारा मेडिकल स्टाफ की तैनाती जीवन रक्षक दवाओं के साथ की गई है। घाट के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है। घाटों एवं एम्बुलेंस की अस्पतालों के साथ टैगिंग, निजी अस्पतालों-नर्सिंग होम से समन्वय, पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस में विशेष व्यवस्था एवं चार रिवर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। ड्रेस कोड में दिखेंगे पदाधिकारी और कर्मचारी
जिलाधिकारी ने बताया कि छठ घाटों पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों एवं कर्मियों की आसानी से पहचान की जा सकती है। इसके लिए ड्रेस कोड बनाया गया है। दंडाधिकारियों के लिए ब्लू रंग का फ्लोरोसेंट जैकेट, सिविल डिफेंस के लिए हरे रंग का फ्लोरोसेंट जैकेट, पुलिस कर्मी के लिए लाल रंग का फ्लोरोसेन्ट जैकेट, नगर निगम के कर्मी के लिए हल्का हरे रंग का फ्लोरोसेंट जैकेट तथा विद्युत कर्मी के लिए भी अलग ड्रेस निर्धारित की गई है। एलसीटी और कुर्जी घाट सहित कई हैं खतरनाक
एलसीटी घाट और कुर्जी घाट सहित कई घाटों को प्रशासन ने खतरनाक घोषित कर दिया है। खतरनाक घाटों पर अर्घ्य देने की व्यवस्था नहीं है। पटना सदर अनुमंडल के शिवा घाट और मीनार घाट के कुछ भाग में छठ हो रहे हैं। कुर्जी घाट, पाटलिपुत्रा घाट, एलसीटी घाट, टीएन बनर्जी घाट, मिश्री घाट, जजेज घाट, अदालत घाट, सिपाही घाट, अंटा घाट, बीएन कॉलेज घाट, बाकीपुर क्लब घाट, जहाज घाट। पटना सिटी अनुमंडल क्षेत्र के खाजेकला घाट, केशव राय घाट, अदरख घाट, मिरचाई घाट, गड़ेरिया घाट, पिरदमरिया घाट, नन्दगोला घाट, नुरूद्दीनगंज घाट तथा देवराहा बाबा घाट पर अर्घ्य देने की व्यवस्था नहीं है। प्रत्येक घाट पर 10 सफाई कर्मियों के साथ पर्यवेक्षक तैनात
पटना नगर निगम आयुक्त अनुपम कुमार सुमन ने प्रत्येक घाट पर दस-दस सफाई मजदूरों को एक-एक पर्यवेक्षकों के साथ तैनात किया है। 1100 से अधिक सफाई मजदूर तैनात हैं। पहला अर्घ्य समाप्त होने बाद घाटों की सफाई कर देंगे। रास्ते को सफाई पर सफाई कर रहे हैं। चप्पे-चप्पे पर तैनात किए गए अभियंता के साथ कामगार
छठ महापर्व को लेकर चप्पे-चप्पे अभियंता तैनात कर दिए गए हैं। फायर सिस्टम की भी व्यवस्था की गई है। सुरक्षित एवं निर्बाध ढंग से बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे। आठ स्थानों पर अस्थाई नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। इन स्थलों में दीघा स्थित घाट 93, राजापुरपुल, एसके मेमोरियल, मीना बाजार, मंगल तालाब, जक्कनपुर, शाहपुर, पीपापुल शामिल हैं। इसके साथ सभी घाटों पर अभियंता गैंग के साथ रहेंगे। पेसू महाप्रबंधक दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि छठ महापर्व की समाप्ति तक तैनात रहेंगे। अभियंता 12-12 घंटे के लिए तैनात किए गए हैं। स्थानीय अभियंता नियमित रूप से अपने-अपने क्षेत्र में तैनात रहेंगे। पब्लिक एड्रेस सिस्टम की जगह-जगह है व्यवस्था
भीड़ नियंत्रण के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम की सभी घाटों पर व्यवस्था की गई है। सभी टावरों और नियंत्रण कक्षों में भी व्यवस्था की गई है। यहां तैनात अधिकारी और कर्मचारी खुद बोलेंगे। साथ ही रिकॉर्डिग भी बजते रहेगी। प्री सेट रिकॉर्डिग में छठ घाट पर बरती जाने वाली सावधानियों का जिक्र है।