वार्ड में ही बनेंगे प्रमाण-पत्र, मिलेंगी बैंकिंग सुविधाएं, बिहार में इसके लिए खोले जाएंगे दो हजार CSC
राज्य के शहरी वार्ड में ही सरकारी प्रमाण पत्र बनाने से लेकर बैंकिंग व वित्तीय सेवाएं मिलेंगी। इसको लेकर पहले चरण में पटना के पांच वार्डों में शुरू की जाएगी माडल सुविधा। संचालन के लिए महिलाओं को मिला प्रशिक्षण।
पटना, राज्य ब्यूरो। राज्य के शहरी वार्ड में ही सरकारी प्रमाण पत्र बनाने से लेकर बैंकिंग व वित्तीय सेवाएं मिलेंगी। इसके लिए राज्य में दो हजार कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) खोले जाने हैं। छठ के बाद इसकी शुरुआत पटना से होगी। पहले चरण में अनीसाबाद, कंकड़बाग, राजेंद्रनगर, पाटलिपुत्र जंक्शन व राजीवनगर के इलाके में माडल सेंटर खुलेंगे। सीएससी का संचालन शहरी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं करेंगी जिन्हें डिजी सखी के नाम से पुकारा जाएगा। पटना के पांच वार्डों में खुलने वाले सीएससी केंद्र के लिए महिलाओं का चयन कर प्रशिक्षण भी दे दिया गया है। अगले साल पटना की तर्ज पर राज्य के दूसरे शहरी निकायों में इसका विस्तार होगा।
सीएससी में मिलेंगी ये सुविधाएं
सीएससी के माध्यम से शहरी नागरिकों को उनके वार्ड में ही दैनिक जीवन से जुड़ी सेवाएं मिलेंगी। इसमें सरकारी प्रमाण-पत्रों के आवेदन, बैंकिंग एवं वित्तीय सेवाएं, बीमा, पेंशन, सामाजिक सुरक्षा स्कीम के आवेदन, पैन एवं आधार कार्ड, बिजली बिल, गैस बुकिंग, ट्रेन टिकट, स्वास्थ्य सेवा आदि सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके अलावा सीएससी चलाने वाली महिलाएं दिव्यांग, वृद्ध, असहाय महिला-पुरुषों का पैसा बायोमीट्रिक से निकालने में भी मदद करेंगी।
दिसंबर से फिर शुरू होगा प्रशिक्षण
पहले चरण में पटना के वार्डों के लिए इंदू, कंचन, नीतू वर्मा, सविता देवी आदि को प्रशिक्षित किया गया है। अन्य शहरी निकायों में सीएससी खोलने के लिए दिसंबर से फिर प्रशिक्षण शुरू होगा। इसके लिए न्यूनतम दसवीं पास ऐसी महिलाओं का चयन किया जा रहा है जो तकनीकी रूप से समृद्ध हों। महिलाओं के प्रशिक्षण के बाद दूसरे शहरी निकायों में भी केंद्र खोले जाएंगे।
किराये पर ले सकेंगे भवन
सीएससी के संचालन के लिए फिलहाल शहरी वार्डों में जगह की तलाश की जा रही है। नगर निगम के स्तर से भवन तलाशा जा रहा है। संबंधित वार्ड में जगह न मिलने पर किराये पर भवन लिया जाएगा। इसके बाद सीएससी संचालन के लिए फर्नीचर, कंप्यूटर व अन्य संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। पटना के माडल सेंटर की तर्ज पर ही दूसरे शहरी वार्डों में इसका विस्तार किया जाएगा।