संप हाउस में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे, जलनिकासी के होंगे पुख्ता इंतजाम
पिछले साल सितंबर अंत में हुई भारी बारिश में राजधानी के कई इलाकों के जलमग्न होने के बाद जिला प्रशासन चौंकन्ना है।
पटना । पिछले साल सितंबर अंत में हुई भारी बारिश में राजधानी के कई इलाकों के जलमग्न होने एवं इस साल प्री-मानसून में भी जलजमाव होने के बाद प्रशासन काफी चौकन्ना है। शनिवार को प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में मानसून को लेकर तैयारियों की समीक्षा की गई। आयुक्त ने डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त, बुडको एमडी व अन्य अधिकारियों को पटना में जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने के लिए कई निर्देश दिए।
आयुक्त ने सभी संप स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरा लगाने, पंप ऑपरेटर की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए बायोमीट्रिक डिवाइस लगाने, संप हाउस को कार्यरत अवस्था में रखने के आदेश दिए। पेसू को संप हाउस में सुचारु एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनाए रखने, अनुमंडल पदाधिकारी और कार्यपालक पदाधिकारी को संप हाउसों की नियमित जांच का निर्देश दिया। एनएमसीएच अस्पताल में जलजमाव को आयुक्त ने गंभीरता से लिया।
निगम के अधिकारियों को राजधानी के सभी बड़े नाले, कैचपिट, मैनहोल, भूगर्भ नाले सहित गली-मोहल्ले के नालों की साफ-सफाई का काम जल्द से जल्द पूरा करने को कहा गया। आयुक्त ने निगम के अधिकारियों और अनुमंडल पदाधिकारियों को कहा कि देखें कि दो-तीन दिनों में राजधानी में कहां-कहां जलजमाव हुआ। भ्रमण कर जलजमाव के संभावित स्थलों को चिह्नित करने एवं जलनिकासी के पुख्ता इंतजाम को कहा गया। भविष्य में जलजमाव की स्थिति नहीं हो यह सुनिश्चित करने को कहा गया। नगर निगम के हेल्पलाइन नंबर पर जलजमाव से संबंधित शिकायत आने के बाद वरीय पदाधिकारी स्थल निरीक्षण कर निदान कराएं।
रूपसपुर नहर का संयुक्त निरीक्षण, बाईपास स्थित नारायणी हॉस्पिटल के पास अवरोध दूर करने, दीघा नाले में पेड़ के रहने के कारण नाला उड़ाही कार्य में आ रही समस्या दूर करने को कहा गया। आयुक्त ने मीठापुर से नंदलाल छपरा तक के नालों पर नापी कर अवैध स्थायी व अस्थायी निर्माण हटाने का आदेश दिया। बादशाही पईन से अतिक्रमण तेजी से हटाया जाए। पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को बादशाही पईन पर बनने वाले पुल का निर्माण 30 जून तक पूरा करने का निर्देश दिया।