CBSE 10th Board 2021: सीबीएसई 10वीं बोर्ड में बगैर परीक्षा ही दिए जाएंगे अंक,बोर्ड ने जारी किया नोटिफिकेशन
सीबीएसई 10वीं बोर्ड के विद्यार्थियों को बगैर परीक्षा ही अंक दिए जाएंगे। जो बच्चे अपने अंक से संतुष्ट नहीं होंगे उनके लिए भी उपाय सुझाए गए हैं। बोर्ड ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। पटना स्कूल एसोसिएशन ने फैसले का स्वागत किया है।
पटना, ऑनलाइन डेस्क। सीबीएसई 10वीं बोर्ड की चार मई से 10 जून तक होनेवाली परीक्षा रद कर दी गई है। 12वीं बोर्ड की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। 10वीं बोर्ड के छात्र-छात्राओं को बगैर परीक्षा ही मार्क्स और सर्टिफिकेट देने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शिक्षा मंत्री व अन्य अधिकारियों की हाई लेवल मीटिंग के बाद आखिरी निर्णय ले लिया गया है। शिक्षा मंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल से यह जानकारी शेयर की है। कोविड-19 महामारी के दूसरे वेव और संक्रमण की तेज रफ्तार को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
बगैर परीक्षा ऐसे मिलेगा अंक
साथ ही यह भी बताया गया है कि 10वीं बोर्ड की परीक्षा लिए बगैर ही विद्यार्थियों को अंक दिए जाएंगे। अंक देने के लिए सीबीएसई बोर्ड एक क्रायटेरिया डेवलप करेगा। यदि कोई अपने अंक से संतुष्ट नहीं होगा तो उन्हें परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा, मगर यह परीक्षा तभी आयोजित की जाएगी जब कोविड-19 की स्थिति में सुधार होगा और बच्चों को इससे खतरा नहीं होगा। सीबीएसई बोर्ड ने इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।
न्यूज एजेंसी एएनआइ ने भी ट्वीट कर यह जानकारी दी है।
सीबीएसई 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के क्रमश: कैंसिल और रद होने की जानकारी और 10वीं के विद्यार्थियों को बगैर परीक्षा अंक देने की जानकारी शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने एक के बाद एक ट्विट कर जानकारी दी है। पटना में सीबीएसई स्कूलों के प्राचार्यो का कहना है कि इंटरनल परीक्षा के आधार पर बच्चों को बोर्ड परीक्षा के मार्क्स देने की तैयारी की जा रही है।
महामारी के दौर में सरकार का छात्र हित में फैसला
केंद्र सरकार द्वारा सीबीएसई दसवीं की परीक्षा रद किए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ सीबी सिंह ने कहा कि महामारी के दौर में सरकार द्वारा छात्र हित में परीक्षा रद करने का फैसला लिया गया है। इसका स्वागत किया जाना चाहिए। वर्तमान दौर में मानवता संकट में है, ऐसे में बच्चों की जान से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है । सरकार ने छात्र हित के मद्देनजर दसवीं की परीक्षा को रद कर दिया है। बोर्ड आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों को डिग्री प्रदान कर सकता हैं या बाद में परीक्षा ली जा सकती है ।
परीक्षा आधारित नहीं ज्ञान आधारित तैयारी पर जोर
सीबीएसई पाटलिपुत्र सहोदय के अध्यक्ष डॉ राजीव रंजन सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सही समय पर सही निर्णय लिया गया है । कोई भी अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने की स्थिति में नहीं है। बच्चे को परीक्षा आधारित तैयारी ना कर ज्ञान आधारित तैयारी पर ज्यादा जोर देने की जरूरत है । पाठ्यक्रम का निरंतर अध्ययन करते रहना समय की मांग है। स्थिति सुधरने की बाद परीक्षा के बारे में सीबीएसई विचार कर सकता है। पाटलिपुत्र सहोदय के पूर्व कोषाध्यक्ष एके नाग का कहना है कि काफी परिश्रम से छात्रों ने बोर्ड परीक्षा की तैयारी की थी। लेकिन महामारी के दौर में बच्चों को परीक्षा देना संभव नहीं है। ऐसे में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर ही डिग्री प्रदान एकमात्र विकल्प हो सकता है।