बिहार के आधा दर्जन डाकघरों में CBI का छापा, दस्तावेजों को खंगाला; डाककर्मियों में हड़कंप
बिहार के आधा दर्जन डाकघरों में सीबीआई ने बुधवार को छापेमारी की है। इससे डाककर्मियों में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि सीबीआई टीमों ने घंटों दस्तावेजों को खंगाला।
पटना/पूर्वी चंपारण, जेएनएन। बिहार के आधा दर्जन डाकघरों में सीबीआई (CBI) ने बुधवार को छापेमारी की है। इससे डाककर्मियों में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि पटना की सीबीआई टीमें बुधवार को एक साथ कई जिलों में पहुंची थीं। रक्सौल डाकघर (Raxaul Post Office) के अलावा अन्य डाकघरों में छापेमारी की। रक्सौल डाकघर में लगभग चार घंटे तक टीम रुकी हुई थी। कई आवश्यक जानकारी लेने के बाद वहां से टीम निकली। हालांकि इस मामले में रक्सौल डाकघर के अधिकारी कुछ भी बोलने से बचे रहे हैं। लेकिन सीबीआई टीम के पहुंचने की पोस्ट मास्टर (Post Master) ने पुष्टि की। विदित हो कि इस वर्ष मई महीने में नवादा में राशि की बड़ी गड़बड़ी सामने आई थी। मामले के प्रकाश में आने पर सीबीआइ ने केस दर्ज कर इसकी जांच शुरू की थी।
दरअसल, नवादा के डाकघर में राशि की बड़ी गड़बड़ी पाए जाने के बाद प्रदेश के डाकघर सीबीआइ के निशाने पर हैं। बुधवार को सीबीआइ ने छह अलग-अलग जिलों के मुख्य डाकघरों पर एक साथ दबिश डाली। सीबीआइ के सूत्र बता रहे कि यह संयुक्त औचक निरीक्षण (ज्वाइंट सरप्राइज चेक) था। बुधवार को सीबीआइ की अलग-अलग टीमों ने एक साथ भागलपुर, बांका, बेगूसराय, सहरसा, पूर्णिया और रक्सौल के मुख्य डाकघरों में एक साथ निरीक्षण अभियान शुरू किया। निरीक्षण के दौरान सीबीआइ टीम के साथ डाकघरों के अधिकारी भी थे। बताया जाता है कि तीन से साढ़े तीन घंटे की इस कार्रवाई के दौरान सीबीआइ ने डाकघरों की फाइलों, लेजर और शक के दायरे में आने वाले दूसरे कागजात की जांच की। जांच के क्रम में सीबीआइ के अधिकारियों ने मुख्य डाकघरों का लेखा मिलान भी किया।
उधर पूर्वी चंपारण से जेएनएन के अनुसार, रक्सौल स्थित डाकघर के मेन गेट पर सीबीआई की चार सदस्यीय टीम सुबह करीब 09:30 बजे पहुंची। वहां से टीम ने चंपारण प्रमंडल के डाक अधीक्षक राजकुमार दूबे को फोन पर इसकी जानकारी दी। फिर एकाउंट सेक्शन पहुंची। वहां उपलब्ध कैश की जांच की। फिर उससे संबंधित अभिलेखों को देखा। इसके बाद टीम ने दो-तीन दिन पहले उप डाकघरों को भेजे गए नकदी के विषय में अधिकारियों से पूछताछ की।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई ने स्ट्रांग रूम में कुछ रुपये अधिक पाया। वे रुपये प्रतिदिन बंद के समय रोकड़ बही के मिलान से अधिक था। इस संबंध में अधिकारी एवं कर्मचारियों से पूछताछ की। सीबीआई की टीम ने करीब चार घंटों तक विभिन्न अभिलेखों को खंगाला।
बताया जाता है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने बिहार में एक साथ करीब छह जगहों पर छापेमारी की है। इसमें पूर्वी चंपारण जिले के सीमावर्ती शहर रक्सौल स्थित डाकघर भी शामिल है। सूत्र बताते हैं कि सीबीआई को जानकारी मिली है कि डाकघर के माध्यम से कैश का अाना-जाना हो रहा है। हालांकि अधिकारी इससे इनकार कर रहे हैं।
इस संबंध में पूछे जाने पर रक्सौल डाकघर के पोस्टमास्टर धनंजय कुमार ने बताया कि सीबीआई पटना की चार सदस्यीय टीम सुबह के करीब 09:30 बजे पहुंची थी। टीम के अधिकारियों ने विभिन्न बिंदुओं पर जांच की। इसके बाद टीम दोपहर करीब डेढ़ बजे चली गई। यह विभागीय जांच थी। सूत्रों की मानें तो भले ही डाककर्मी कुछ भी बताने से बच रहे हैं, लेकिन अंदर ही अंदर उन सबों में हड़कंप मचा हुआ है।
पूर्णिया से जेएनएन के अनुसार, पटना से सीबीआइ के अधिकारी एके जायसवाल के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम के पहुंचते ही डाकघर में हड़कंप मच गया। डाकघर खुलने के साथ ही सीबीआइ सहित पटना डाक विभाग के अधिकारी पहुुंचे। इसके बाद करीब पांच घंटे तक डाकघर के कोषागार से संबंधित सभी दस्तावेजों को अपने संरक्षण में लेकर बारी-बारी से जांच की गई। सीबीआइ की टीम जांच के बाद कुछ दस्तावेजों की फोटो कॉपी अपने साथ ले गई। छापेमारी के संबंध में डाक अधीक्षक आरपी प्रसाद ने बताया कि वित्तीय जांच में पहुंची सीबीआइ की टीम को यहां कोई गड़बड़ी नहीं मिली।