कैद में भी मुस्कुरा रहा था बीमार ब्रजेश ठाकुर, कहा- 'बाहर आ ही रहे हैं' CBI ने तरेरी आंख
कोर्ट में पेशी के दौरान जिस तरह से बालिका गृह के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर ने पूरे आत्मविश्वास और हंसते हुए मीडिया से बात की। अब सीबीआइ उसकी हेल्थ रिपोर्ट लेकर उसकी जांच कर रही है।
पटना [जेएनएन]। बालिका गृह यौनशोषण मामले का मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को जब विशेष पॉक्सो कोर्ट में बुधवार को पेशी के लिए कैदी वैन से लाया जा रहा था तो उसके चेहरे मुस्कुराहट थी। उसे अपनी गलती का कोई एहसास नहीं था। इससे पहले भी पेशी के दौरान पुलिस अभिरक्षा में उसने हंसकर यह प्रदर्शित करने की कोशिश की थी कि वह बेहद क्षमतावान है।
पेशी के दौरान बुधवार को ब्रजेश ने बड़े दबंग अंदाज में वैन से ही बयान देने के लिए मीडिया को बुलाया और कहा-'बाहर आ ही रहे हैं।'
केस की जांच कर रही सीबीआई ने मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की इस तरह की हंसी को देखकर उसके हेल्थ कंडीशन को लेकर संदेह जाहिर किया है। बता दें कि आरोपी ब्रजेश ठाकुर फिलहाल खुदीराम बोस अस्पताल में भर्ती है।
बुधवार को सीबीआइ की टीम खुदीराम बोस केंद्रीय कारा पहुंची और जेलर से इस मामले के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर की मेडिकल रिपोर्ट ली। उसके जेल से एसकेएमसीएच में इलाज के लिए जाने और फिर वापस जेल लाए जाने के बारे में पूछताछ की।
बता दें कि ब्रजेश ठाकुर को पुलिस ने जब से गिरफ्तार किया है, उसने सिर्फ पांच दिन ही जेल के वार्ड में बिताया है। ब्रजेश को पीठ दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां वह 17 दिनों तक खुलकर अपने समर्थकों से मिलता रहा था। उसकी आजादी पर पाबंदी तब लगी जब नवनियुक्त जेल अधीक्षक राजीव झा ने अस्पताल से उसकी हेल्थ रिपोर्ट मांगी।
कहा-जेल अधीक्षक ने
बिना कोर्ट के आदेश के कोई भी व्यक्ति कैदी से पूछताछ नहीं कर सकता है। सीबीआइ की टीम यहां केवल ब्रजेश ठाकुर की मेडिकल रिपोर्ट और स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी लेने आई थी।
- राजीव कुमार, जेल अधीक्षक, खुदीरामबोस केंद्रीय कारा, मुजफ्फरपुर
बढ़ाई गई सुरक्षा
पेशी के लिए आए ब्रजेश पर कोर्ट कैंपस में स्याही फेंके जाने के बाद जेल के भीतर भी ब्रजेश ठाकुर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उसको जेल के अस्पताल में आठ नंबर वार्ड में रखा गया है। उसमें बीस कैदी हैं। ब्रजेश पर रात को कोई कैदी अटैक नहीं करे इसके लिए विशेष सुरक्षा दी गई है।