CAA Protest: फुलवारीशरीफ में प्रदर्शन के दौरान दो गुट भिड़े, फायरिंग में कई को लगी गोली
नागरिकता संशोधन कानून एवं राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर बिहार बंद का खासा असर देखने को मिला। पटना सहित राज्य अन्य जिलों में लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया।
पटना, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून एवं राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बिहार बंद के दौरान फुलवारीशरीफ में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। यहां यहां दो गुट भिड़ गए हैं। इस दौरान लाठीचार्ज के बाद फायरिंग की नौबत आ गई है। इसमें 13 लोगों को गोली लगने के बाद गंभीर स्थिति में पीएमसीएच एम्स व अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया। रोड़बाजी में छह पुलिस कर्मी सहित 15 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। डीएम कुमार रवि ने बताया कि क्षेत्र में धारा-144 प्रभावी कर दिया गया है। एसएसपी गरीमा मलिक ने बताया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं। डीएम-एसएसपी सहित काफी संख्या में वरीय पुलिस-प्रशासन के अधिकारी तैनात हैं।
ट्रेनों का परिचालन बाधित
पटना से लेकर बक्सर, आरा, बेगूसराय, बिहारशरीफ, शेखपुरा व जहानाबाद में महागठबंधन के सहयोगी दलों एवं वाम दलों ने भी आरजेडी के बंद का समर्थन किया है। एेसे में विरोध-प्रदर्शन के बीच ट्रनों का परिचालन भी बाधित हुआ है। जगह-जगह प्रदर्शनकारी रेल पटरियों पर लेट गए हैं। कई वीआइपी ट्रेनों को रोका गया।
बसों में तोड़फोड़, कुम्हरार में पटरी पर लेटे राजद नेता
राजधानी में सुबह से ही बंद को सफल बनाने के लिए आरजेडी व अन्य पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। बंद का असर ट्रेनों पर भी पड़ा। कुम्हरार गुमती के पास कार्यकर्ता रेल पटरी पर लेट गए। इस दौरान ट्रेन को आगे निकलने नहीं दिया जा रहा था। प्रखंडों एवं कस्बों में भी बंद का असर देखने को मिल रहा है।
इनकम टैक्स चौराहे पर रोकी जज और एसएसपी की गाड़ी
राजधानी में प्रदर्शन के दौरान इनकम टैक्स चौराहे पर एसएसपी और जज की गाड़ियां रोकी गईं। हालांकि पुलिस की तत्पता से उन्हें कुछ ही देर बाद जाने दिया गया। मीठापुर बस स्टैंड पर कार्यकर्ताओं ने बसों में तोड़फोड़ की। करबिगहिया चेक पोस्ट के पास लगाई गई बैरिकेडिंग को तोड़कर सड़कों पर फैला दिया। पुरानी बाईपास के पास लोग सड़कों पर आ गए। इस दौरान आवागमन रोक दिया गया। पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के कुर्जी मोड़ पर अावागमन रोक दिया गया।
डीएम-एसएसपी ने संभाला मोर्चा
बंद के दौरान हालत काबू से बाहर आने पर डीएम कुमार रवि और एसएसपी गरिमा मलिक खुद सड़कों पर उतर आईं। दोनों ने सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया। सिर में हेलमेट और हाथ में डंडा लेकर दोनों अधिकारी फुलवारीशरीफ की सड़कों पर उतर आए। इस दौरान उग्र लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया।
पावापुरी में श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन और इस्लामपुर में पैसेंजर ट्रेन रोकी
नालंदा, एनआरसी और सीएए के विरोध में राजद के बिहार बंद का जिले में व्यापक असर दिखा। अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कई जगह महिलाएं व बच्चे हाथ में बैनर लिए आगे-आगे दिखे। बिहारशरीफ में सुबह 8 बजे से राजद कार्यकर्ता सड़क पर उतरने लगे थे। शुरू में इनकी संख्या कम थी। परंतु 10 बजते भारी संख्या में लोग सड़क पर उतर आए। 1 बजे तक हॉस्पिटल मोड़ के पास श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में 5 से 7 हज़ार की भीड़ जमी हुई थी। पुलिस के इंतजाम नाकाफी दिखे।
एसपी नीलेश कुमार ने भीड़ को सड़क पर बढ़ने से रोका तो उनके साथ धक्का-मुक्की की गई। वे महज़ 20-25 पुलिस बल और डीएसपी इमरान परवेज के साथ मौके पर डटे रहे। भीड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरोध में जमकर नारे लगाती रही। उधर, जिले में करीब दो-ढाई घण्टे तक विरोध प्रदर्शन के बाद बवाल थमा और जनजीवन सामान्य हो सका।
बंद रहे बाजार
आधे दिन तक जिले के सभी प्रमुख बाज़ार बन्द रहे। इस्लामपुर स्टेशन पर सुबह 6.20 से 7.00 बजे तक गाड़ी संख्या 63325 इस्लामपुर पटना सवारी गाड़ी को प्रदर्शनकारियों ने रोके रखा। वहीं पावापुरी रोड एवं बिहारशरीफ स्टेशन के बीच गाड़ी संख्या 12391 श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन को राजद कार्यकर्ताओं ने सुबह 8.20 बजे से 8.56 तक रोके रखा। हिलसा में बंद की कमान राजद विधायक शक्ति सिंह यादव ने संभाली। वहीं नगरनौसा में एनएच 30 ए, गिरियक में एनएच 20 व सिलाव में एनएच 82 को जाम किया गया। जिससे करीब 3 घण्टे तक आवागमन ठप रहा। सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
शेखपुरा में शांतिपूर्ण बंद
शेखपुरा में बंद की अलग ही झलक देखने को मिली। यहां शांतिपूर्ण तरीके से बंद रखा गया। राजद तथा सहयोगी ने शहर में मार्च निकाला। पेट्रोलिंग कर रहे एसपी तथा दुकान खुला रखने वालों को गुलाब का फूल भेंट किया।