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पटना में सिंदूर खेला की मची धूम, विजयादशमी पर महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगा मांगा अखंड सुहाग

विजयादशमी के अवसर पर सिंदूर खेला कर बंगाली समाज की महिलाओं ने मां से सुहाग की लंबी उम्र की प्रार्थना की। ढाक की थाप पर थिरकी महिलाएं। उल्‍लास के बीच मां की विदाई का गम भी चेहरे पर दिखा। शुभ विजया के उद्घोष के बाद निकली विसर्जन शोभायात्रा।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Fri, 15 Oct 2021 01:10 PM (IST)Updated: Fri, 15 Oct 2021 01:37 PM (IST)
पटना में सिंदूर खेला की मची धूम, विजयादशमी पर महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगा मांगा अखंड सुहाग
पटना के भिखना पहाड़ी में सिंदूर खेला में शामिल महिलाएं। जागरण

पटना, जागरण संवाददाता। विजयादशमी यानि बुराई पर अच्‍छाई की जीत का दिन। भावुक माहौल में माता की विदाई की तैयारी चल रही है। इस क्रम में कई जगहों पर बंगाली समाज की महिलाओं ने सिंदूर खेला कर अखंड सौभाग्‍य का वरदान माता से मांगा। पटना में कई जगहों पर सिंदूर खेला का आयोजन किया गया। सजी-धजी महिलाओं ने एक-दूसरे को सुहाग का प्रतीक सिंदूर लगाकर इस रस्‍म को पूरा किया। शहर के भिखना पहाड़ी, कंकड़बाग समेत कई जगहों पर इसका आयोजन किया गया। पटना सिटी के गौरीशंकर कॉलोनी स्थित गुलजारबाग सांस्कृतिक परिषद बंगाली अखाड़ा, मारूफगंज बड़ी देवी जी तथा विवेकानंद कॉलोनी में भी इसका आयोजन किया गया।

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(कंकड़बाग में एक-दूसरे को सिंदूर लगातीं महिलाएं। जागरण)

पटना सिटी में किया गया माता का भव्‍य शृंगार 

गुलजारबाग सांस्कृतिक परिषद बंगाली अखाड़ा, मारूफगंज बड़ी देवी जी तथा विवेकानंद कॉलोनी में दुर्गापूजा महोत्सव के अंतिम दिन सुबह से ही शुभ विजया का उद्घोष गूंजने लगा। विधि विधान से पूजा विशेष पूजन के बाद माता का भव्य शृंगार किया गया। लाल पाड़ की साड़ी, हाथों में पूजा की थाली और चेहरे पर सिंदूर का लेप। हर जुबां पर मां दुर्गा की महिमा को बखान करते बोल। बंगाली समाज की महिलाओं ने मां को सिंदूर अर्पित कर सुहाग की लंबी उम्र की कामना की। इसके बाद सिंदूर खेला का उल्लास उमड़ पड़ा। परंपरागत ढाक की थाप ने माहौल को और भक्तिमय बना दिया। महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाकर पर्व की खुशियां मनाई।

उलुदेवा और शंख ध्‍वनि से माहौल में छाया उल्‍लास 

सिंदूर से सराबोर महिलाओं ने मां के साथ सेल्फी भी खूब ली। इस दौरान महिलाओं के मुख से विशेष प्रकार की ध्वनि उलुदेवा निकली। शंख की ध्वनि से गुलजारबाग सांस्कृतिक परिषद का प्रागंण मां की भक्ति से सराबोर हो गया। पश्चिम बंगाल की परंपरा सिंदूर खेला धूमधाम से मनाई गई। मां को विदाई की बेला आई मां से बिछड़ने का दर्द सिंदूर खेला के उल्लास में चमकते चेहरों पर झलकने लगा। मां को विदा करते हुए मंगलवार को महिलाओं की आंखें भर आई। बंगाली समाज की महिलाओं ने विसर्जन शोभायात्रा निकाली। विसर्जन शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ निकली। महिलाओं की टोली उलुदेवा करती हुई आगे बढ़ी। राजाघाट पहुंचकर विधि-विधान से विसर्जन किया गया।

(सिंदूर खेला के दौरान झूमतीं महिलाएं। जागरण)

(पटना सिटी में सिंदूर खेला का दृश्‍य। जागरण)

(कदमकुआं में सिंदूर खेला। )


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