पटना में कारोबारी की सरेआम हत्या पर भड़के व्यवसायी, शव के साथ सड़क जाम व तोड़फोड़
पटना के हाई स्क्यिूरिटी वाले इलाके में एक व्यवसायी की सरेआम हत्या कर अपराधी भाग निकले। इसके खिलाफ रविवार को व्यवसायी सड़कों पर उतर आए।
पटना [जेएनएन]। बिहार में हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला पटना के फ्रेजर रोड स्थित 'पाल केक एंड स्वीट्स' के प्रोपराइटर पुरुषोत्तम कुमार की सरेआम गोली मारकर हत्या का है। बीती रात हुई इस वारदात के खिलाफ रविवार को परिजनाें व व्यवसायियों ने शव के साथ सड़क जाम कर दिया। व्यवसायियों ने सड़कों पर उतरकर बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने जगह-जगह तोड़फोड़ व आगजनी भी की।
यह है घटना
मिठाई व्यवसायी पुरुषोत्तम कुमार शनिवार रात करीब साढ़े आठ बजे घर से कोलकाता की ट्रेन पकड़ने के लिए दानापुर स्टेशन जा रहे थे। कोलकाता जाने से पहले पुरुषोत्तम ने कई बकायेदारों से पैसा जमा किए थे। जैसे ही वे पटना के मौर्या होटल के सामने पहुंचे, चार बाइक सवार अपराधियों ने ओवरटेक कर उन्हें रोक कर बैग छीनने की कोशिश की। पुरुषोत्तम के विरोध करने पर अपराधियों ने उन्हें सीने में गोली मारकर बैग छीन लिया और फरार हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें पटना मेडिकल ऑलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो अपराधियों की एक बाइक काले रंग की थी, जबकि दूसरी बाइक पर सवार दो अपराधी हेलमेट लगाए हुए थे। बताया जाता है कि अपराधी पुरुषोत्तम पर की घर से निकलने के समय से ही नजर रखे हुए थे।
घटना के खिलाफ भड़का आक्रोश
घटना के अगले दिन रविवार को पटना में व्यवसायियों का आक्रोश भड़क उठा। उन्होंने बिहार सरकार व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सड़कों पर उतरे व्यवसायियों ने जगह-जगह सड़क जाम किया। उन्होंने दुकानें बंद रखीं। भीड़ ने कुछ जगहों पर तोड़फड़ भी की। उन्होंने कहा कि पटना में आए दिन व्यवसायियों की हत्या तथा इन मामलों में कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी जताई।
व्यवसायियों ने मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा व घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। उन्होंने व्यवसायियों की सुरक्षा व सड़कों पर पुलिस चौकसी बढ़ाने तथा ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई की भी मांग की।
पुलिस की पेट्रोलिंग पर सवाल
जिस समय वारदात हुई, इलाके में पुलिस की 'डॉल्फिन' और 'क्विक मोबाइल' टीमों का पहरा रहता है। लोगों की मानें तो कुछ दिनों से शाम ढलने के बाद पुलिस नहीं दिखती। जघन्य वारदात कर अपराधियों के आराम से भाग निकलने ने पुलिस सुरक्षा की पोल खोल दी है।
एसएसपी गरिमा मल्लिक ने बताया कि प्रथमदृष्टया यह मामला संपत्ति विवाद लग रहा है। हालांकि, पुलिस सभी बिंदुओं से जांच कर रही है।
घटना के बाद पुलिस को पहुंचना था, सो पहुंची। डीएसपी सुरेश प्रसाद ने भी रूटीन बात कही कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। बदमाशों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
किसी से दुश्मनी की जानकारी नहीं
पुरुषोत्तम की पत्नी, रिश्तेदारों और दोस्तों से पता चला कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। तीन भाइयों में पुरुषोत्तम सबसे बड़े थे। उनके दो बच्चे है। बेटा शुभम आठवीं का छात्र है और बेटी सिद्धि दूसरी कक्षा में है। पुरुषोत्तम की पहले तीन दुकानें थीं। वर्तमान में उनकी दो दुकानें हैं। पटना के डाकबंगला चौराहा स्थित दुकान के अलावा एक और दुकान मौर्या लोक में 'यमी बाइट्स' भी है।