दानापुर में व्यवसायी ने की खुदकशी, जांच में जुटी पुलिस
दानापुर थाना क्षेत्र के गोला रोड डीराम डीएवी स्कूल के पास लकड़ी के व्यवसाय से जुड़े व्यवसायी ने खुदकशी कर ली।
By Edited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 01:23 AM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 01:23 AM (IST)
दानापुर। दानापुर थाना क्षेत्र के गोला रोड डीराम डीएवी स्कूल के पास लकड़ी के व्यवसाय से जुड़े दिनेश कुमार नाम के युवक ने गले में फंदा डालकर खुदकशी कर ली। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतक दिनेश की उम्र 45 वर्ष थी। वह दानापुर के सुल्तानपुर निवासी देव नारायण महतो का पुत्र था।
मृतक दिनेश फर्नीचर के बिजनेस के साथ ही पेप्सी की एजेंसी ले रखी थी। पुलिस आत्महत्या के कारणों को तलाश रही है। मौके से कोई भी सुसाइड लेटर नहीं मिला है। हर पहलू से जांच की जा रही है। बताया जाता है कि होली के दूसरे दिन शुक्रवार को उसकी पत्नी बच्चों के साथ मैके गई थी। घर में दिनेश अकेले था। उसी घर के दूसरे हिस्से में उनके भाई सुनील रहते हैं। उनका परिवार भी घर पर नहीं था। बच्चे ननिहाल गए थे। सुनील ने बताया कि शनिवार को शाम में दिनेश को नहीं देखा।
उसके मोबाइल पर कॉल किया लेकिन नहीं लगा। रविवार को उसके कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। काफी आवाज लगाई पर कोई जवाब नहीं मिला। खिड़की से देखा तो सन्न रह गया। पंखा के सहारे उसने दुपंट्टा को फांसी का फंदा बनाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली थी। तुरंत ही उसके परिजनों व पुलिस को इसकी सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंचे एएसआई नागेंद्र सिंह ने बताया कि प्रथमदृष्टया ऐसा लगता है कि दिनेश ने पंखा से दुपट्टा के सहारे गले में फंदा डालकर खुदकशी कर ली है। उधर, मौत की खबर मिलते ही पत्नी व परिजन चीत्कार करते घर पहुंचे। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था। घर के लोगों ने किसी तरह उसे संभाला।
मृतक दिनेश फर्नीचर के बिजनेस के साथ ही पेप्सी की एजेंसी ले रखी थी। पुलिस आत्महत्या के कारणों को तलाश रही है। मौके से कोई भी सुसाइड लेटर नहीं मिला है। हर पहलू से जांच की जा रही है। बताया जाता है कि होली के दूसरे दिन शुक्रवार को उसकी पत्नी बच्चों के साथ मैके गई थी। घर में दिनेश अकेले था। उसी घर के दूसरे हिस्से में उनके भाई सुनील रहते हैं। उनका परिवार भी घर पर नहीं था। बच्चे ननिहाल गए थे। सुनील ने बताया कि शनिवार को शाम में दिनेश को नहीं देखा।
उसके मोबाइल पर कॉल किया लेकिन नहीं लगा। रविवार को उसके कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। काफी आवाज लगाई पर कोई जवाब नहीं मिला। खिड़की से देखा तो सन्न रह गया। पंखा के सहारे उसने दुपंट्टा को फांसी का फंदा बनाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली थी। तुरंत ही उसके परिजनों व पुलिस को इसकी सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंचे एएसआई नागेंद्र सिंह ने बताया कि प्रथमदृष्टया ऐसा लगता है कि दिनेश ने पंखा से दुपट्टा के सहारे गले में फंदा डालकर खुदकशी कर ली है। उधर, मौत की खबर मिलते ही पत्नी व परिजन चीत्कार करते घर पहुंचे। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था। घर के लोगों ने किसी तरह उसे संभाला।
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