रंगदारी नहीं देने पर दुकान में घुसकर किराना व्यवसायी की गोली मार हत्या
बिक्रम थाने से सौ गज की दूरी पर स्थित एक दुकान में घुसकर बुधवार को एक व्यापारी की रंगदारी न देने पर हत्या कर दी गई।
बिक्रम (पटना)। बतौर रंगदारी दस हजार रुपये की डिमांड ने पूरी करने पर बिक्रम बाजार में बुधवार की सुबह दो बदमाशों ने थाने से महज 100 गज की दूरी पर एक किराना स्टोर में घुसकर दुकानदार को गोली मार दी। बाइक सवार दोनों बदमाश वारदात को अंजाम देने के बाद पिस्तौल लहराते हुए फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने दुकानदार को गंभीर हालत में पारस अस्पताल पहुंचाया। बाद में इलाज के दौरान व्यवसायी की मौत हो गई। उधर, दुकानदार की हत्या के बाद आक्रोशित व्यवसायियों ने एनएच-98 एवं एसएच को जाम कर दिया। दर्जनों दुकानदार शहीद चौक पर प्रदर्शन करने लगे। पुलिस अधिकारी को बुलाने एवं अपराधी को गिरफ्तार करने की माग करने लगे। इधर, पुलिस बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए नाकेबंदी कर छापेमारी में जुट गई।
वारदात के चार घंटे बाद पुलिस ने पटना-भोजपुर बॉर्डर पर स्थित जनपारा गांव से मुख्य आरोपित गोलू उर्फ बापजी को पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया, जो बापजी गिरोह का बताया जा रहा। पुलिस एक अन्य बदमाश की तलाश में जुटी है। मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के बाद एसपी अभिनव कुमार और डीएसपी मनोज कुमार पांडेय ने मौके पर पहुंच प्रदर्शन कर रहे व्यवसायियों को समझाया-बुझाया। इसके बाद करीब नौ घंटे बाद यातायात सामान्य हुई।
गोली की आवाज सुनकर दुकान पर पहुंचे लोग
बिक्रम बाजार में किराना व्यवसायी भरत गुप्ता के पुत्र संतोष कुमार (35 वर्ष) प्रतिदिन की तरह बुधवार सुबह करीब आठ बजे अपनी दुकान खोलकर साफ-सफाई कर रहे थे। इसी दौरान बाइक से दो अपराधी दुकान पर पहुंचे। एक बदमाश ने पिस्तौल निकाली और चंद सेकेंड बातचीत के बाद दुकानदार के पेट में गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग दुकान की तरफ दौड़ पड़े। भीड़ जुटती कि इसके पहले ही बदमाश बाइक पर सवार हो पिस्तौल लहराते हुए फरार हो गए। इसी बीच थोड़ी दूर स्थित चौक पर खड़ी पुलिस मौके पर पहुंच गई और संतोष को लहूलुहान हालत में पीएचसी ले गई। वहां से पारस हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां कुछ देर उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतका की बेटी का आरोप है कि बदमाश पिता से रंगदारी मांग रहे थे। कुछ दिन पूर्व बाजार में दो-तीन अन्य दुकानदारों से भी तीन-चार लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी, लेकिन पुलिस बदमाशों को पकड़ नहीं सकी। रंगदारी नहीं मिलने पर दुकानदार की हत्या से आक्रोशित लोग सड़क पर उतर गए। डीएसपी ने बताया कि दुकानदार से पूर्व में रंगदारी मांगने की बात सामने नहीं आई थी।
सांसद और विधायक भी धरने में हुए शामिल
घटना से स्थानीय व्यवसायियों में काफी नाराजगी है। सैकड़ों व्यवसायी अपनी दुकानें बंद कर शहीद चौक पर प्रदर्शन करने लगे। इस बीच पाटलिपुत्र के सांसद सह पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव, विधायक सिद्धार्थ सिंह, पूर्व विधायक रामजन्म शर्मा आदि भी पहुंचे। व्यवसायियों ने अपराधियों का एनकाउंटर करने, बाजार में पुलिस पिकेट बनाने, गश्ती दल बढ़ाने एवं सीसीटीवी कैमरा लगाने की माग की।
ट्रक ड्राइवर और खलासी बनकर बालू टाल पहुंची पुलिस :
वारदात के बाद पुलिस ने आसपास के इलाके की घेराबंदी शुरू की। सूचना मिली कि दो बाइक सवार संदिग्ध तेजी से पटना-भोजपुर सीमा क्षेत्र की तरफ जाते देखे गए। पुलिस ने सीमाक्षेत्र में घेराबंदी कर तलाश शुरू की। बदमाश पुलिस की पहचान न कर सके, इसलिए डीएसपी व थानेदार ट्रक ड्राइवर और खलासी बनकर बालू टाल में पहुंचे। करीब चार घटे बाद जनपारा गांव के पास बालू टाल में छिपे मुख्य आरोपित गोलू उर्फ बापजी को वारदात में इस्तेमाल पिस्तौल और बाइक के साथ दबोच लिया गया। गोलू बिक्रम के खोरैठा गांव का रहने वाला है। वह सोन नदी के रास्ते भोजपुर भागने की फिराक में था। पुलिस का दावा है कि दूसरा बदमाश भी गांव के आसपास कहीं छिपा है। उसकी तलाश में देर रात तक छापेमारी चल रही थी। बदमाशों ने दो सप्ताह में दो बार की फायरिग
बुधवार की देर शाम संतोष का शव पोस्टमॉर्टम के बाद घर लाया गया। परिवार के सदस्यों ने बताया कि अपराधी रंगदारी की माग कर रहे थे। दो सप्ताह के भीतर अपराधियों ने बाजार में दो-दो बार फायरिंग भी की। बावजूद पुलिस सचेत नहीं हुई, जिसके कारण इतनी बड़ी घटना हो गई।
कोट-------------
घटना के तुरंत बाद डीएसपी के नेतृत्व में ऑपरेशन चलाते हुए मुख्य आरोपित को पकड़ लिया गया है। अन्य अपराधी 24 घटे में पकड़ लिए जाएंगे।
- अभिनव कुमार, सिटी एसपी
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