बिहार में BSP को मिली पहली झलक... रामगढ़ सीट पर बढ़त के साथ उम्मीद की लौ जली
पटना से मिली खबर के अनुसार, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बसपा के लिए रामगढ़ सीट से अच्छी खबर आ रही है। सतीश कुमार सिंह यादव की बढ़त ने पार्टी में उत्साह भर दिया है। 2020 में मामूली अंतर से हारने के बाद, इस बार बसपा को यहाँ मजबूत समर्थन मिल रहा है। यह जीत बसपा के लिए बिहार में अपनी पकड़ मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है।

रामगढ़ विधानसभा सीट पर BSP के सतीश कुमार सिंह यादव की बढ़त
डिजिटल डेस्क,पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत सामने आया है। आयोग के शुरुआती रुझानों के अनुसार, रामगढ़ विधानसभा सीट पर BSP के सतीश कुमार सिंह यादव की बढ़त बन रही है, जो इस सेंस में पार्टी के लिए बड़ी सफलता हो सकती है।
यह सीट BSP के लिए मायने रखती है क्योंकि पार्टी ने पूरे बिहार में 243 सीटों पर चुनाव लड़ा था, और अभी तक सिर्फ रामगढ़ में ही उसे मजबूत पकड़ नज़र आ रही है।
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में BSP की अंबिका सिंह यादव ने रामगढ़ पर बहुत मजबूती से प्रदर्शन किया था, वह महज 189 मतों की बढ़त से RJD से हार गई थीं।
रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र का पिछला इतिहास दिलचस्प रहा है। यह सीट कैमूर जिले में आती है और पिछली बार, उपचुनाव में BJP ने जीत दर्ज की थी।
लेकिन इस बार BSP ने फिर उम्मीद जगाने का स्तर बढ़ा दिया है। वर्तमान रुझान यह दिखा रहे हैं कि पार्टी ने ग्रामीण और पिछड़े वर्गों में अपनी मजबूत पकड़ को वोट में बदले जाने का काम किया है।
विश्लेषकों का कहना है कि अगर यह बढ़त कायम रहती है, तो BSP का यह प्रदर्शन न सिर्फ एक सीट जीतने जैसा होगा, बल्कि उसकी बिहार में स्थिरता की कोशिश का प्रतीक भी बनेगा। पार्टी सुप्रीमो मायावती के लिए यह एक बड़ा रणनीतिक मापदंड हो सकता है कि वह बिहार में अपनी जड़ों को और मजबूत करें।
हालांकि, रुझान अभी शुरुआती हैं और मतगणना पूरी होनी बाकी है। BSP समर्थकों में उत्साह है, लेकिन आने वाले राउंड और अंतिम नतीजे यह तय करेंगे कि यह बढ़त कितनी मायने रखती है।
रामगढ़ में BSP की यह बैतकरी हो सकती है, क्या यह शुरुआत है बिहार में पार्टी की नई उम्मीदों की? तारीख बदलेगी या यह सिर्फ शुरुआती चमक बची रहेगी, यह आगे के मतगणना राउंड बताएंगे।

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