BSEB, Bihar Board Matric Result: केवल 25 दिनों में रिजल्ट जारी कर बिहार बोर्ड ने रचा इतिहास
कॉपी जांच शुरू करने के बाद 25 दिनों में रिजल्ट 05 अप्रैल को रिजल्ट जारी कर बनाया रिकॉर्ड 12 मार्च से बोर्ड ने शुरू किया था मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन मूल्यांकन के लिए बनाए गए 184 केंद्र एक करोड़ से अधिक कॉपियों एवं ओएमआर शीट की हुई जांच
पटना, जागरण संवाददाता। BSEB, Bihar Board Matric 10th Board Result 2021: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) ने इस वर्ष पांच अप्रैल को मैट्रिक का रिजल्ट जारी कर नया रिकॉर्ड बनाया है। अब तक बोर्ड के इतिहास में पांच अप्रैल या इससे पहले कभी मैट्रिक का रिजल्ट नहीं जारी किया गया था। 2019 में बोर्ड ने छह अप्रैल को रिजल्ट जारी किया था। वहीं, 2020 में 26 मई को रिजल्ट जारी हुआ था। इसके पहले प्राय: जून में ही मैट्रिक का रिजल्ट जारी होता रहा है।
हाईटेक तकनीक से कम समय में रिजल्ट
इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा 17 से 24 फरवरी के बीच आयोजित की गई थी। 12 मार्च से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू किया गया और मात्र 25 दिनों में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने एक करोड़ से अधिक कॉपियों की जांच कराकर रिजल्ट जारी कर दिया। 16,54,171 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। बिहार बोर्ड ने इस वर्ष मैट्रिक की परीक्षा व रिजल्ट के लिए हाईटेक तकनीक का उपयोग किया था। परीक्षा में बारकोड व लिथोकोड युक्त प्रिंटेड कॉपी एवं ओएमआर शीट का उपयोग किया गया था। परीक्षा के लिए दस सेट में प्रश्न पत्र तैयार किए गए थे। सभी प्रश्नों के 100 फीसद विकल्प दिए गए थे। नई तकनीक का उपयोग करने से रिजल्ट को प्रॉसेस करने में काफी सफलता मिली।
हर मूल्यांकन केंद्र पर लगाए गए थे छह कंप्यूटर
इस बार बिहार बोर्ड ने मैट्रिक की कॉपियों की जांच के लिए राज्यभर में 184 मूल्यांकन केंद्र बनाए थे। कुल 1525 केंद्रों पर परीक्षा हुई थी। प्रत्येक मूल्यांकन केंद्र पर छह-छह कंप्यूटर लगाए गए थे। मूल्यांकन के बाद अंकों को अपलोड किया जा रहा था। रिजल्ट को लेकर बिहार बोर्ड ने स्वयं एक नया सॉफ्टवेयर विकसित किया था, जिससे रिजल्ट तैयारी करने में काफी मदद मिली। हर प्रश्न पत्र में 100 फीसद विकल्प परीक्षार्थियों को मुहैया कराए गए।
इस वर्ष बदला-बदला था परीक्षा केंद्रों का माहौल
परीक्षा समिति की ओर से प्रत्येक जिले में चार मॉडल परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। उन केंद्रों को फूलों व गुब्बारों से भव्य तरीके से सजाया गया था। वहां का माहौल पूरी तरह से बदला-बदला था। सभी परीक्षार्थी काफी उत्साह से परीक्षा दे रहे थे। इससे रिजल्ट में भी सुधार देखा गया।