Bihar Board 12th Exam: बिहार बोर्ड ने बदला इंटर की परीक्षा का पैटर्न, अनिवार्य विषय में फेल होने पर नो टेंशन
Bihar Board 12th Exam बिहार बोर्ड ने इंटर की परीक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब अनिवार्य विषय में फेल छात्र-छात्राओं को नहीं होगी टेंशन। खबर में जानें।
पटना, जेएनएन। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इंटर की परीक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए अब अनिवार्य विषय में फेल छात्र-छात्राओं को अतिरिक्त विषय का अंक जोड़कर रिजल्ट घोषित करेगी। नई परीक्षा प्रणाली अगले वर्ष 2021 से लागू कर दी जाएगी। साथ ही बिहार बोर्ड ने यह भी प्रावधान किया है कि अब भाषा विषयों को भी अतिरिक्त विषय के रूप में विद्यार्थी रख सकते हैं। बोर्ड की नई परीक्षा प्रणाली से विज्ञान के विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलेगा।
वर्ष 2021 से होगा लागू
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर का कहना है कि उत्तीर्णता के फार्मूले में व्यापक बदलाव किया गया है। नई परीक्षा प्रणाली उन छात्र-छात्राओं के लिए लागू की गई है, जिन्होंने इंटर में 2019 में स्कूल-कॉलेजों में नामांकन लिए हैं। ये छात्र 2021 में आयोजित होने वाली इंटर की बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। इसका लाभ उन्हें मिलेगा।
ये हुआ है बदलाव
मालूम हो इंटर के परीक्षार्थी को पांच विषय अनिवार्य रूप से लेना होता है। किसी विषय में फेल हो जाता है तो उसे छठे विषय के रूप में लिए गए अतिरिक्त विषय के अंक से परिवर्तित कर दिया जाएगा और अतिरिक्त विषय का अंक अनिवार्य विषय में शामिल हो जाएगा, लेकिन पांच विषयों में एक भाषा के किसी विषय में पास होना अनिवार्य होगा, चाहे हिंदी हो या अंग्रेजी। अब विद्यार्थी भाषा विषयों को अतिरिक्त विषयों के रूप में रख सकते हैं। पहले विज्ञान के छात्र गणित, कंप्यूटर एवं मल्टी मीडिया को अतिरिक्त विषय के रूप में रखते थे, लेकिन अब अतिरिक्त विषय के रूप में छात्र भाषा को रख सकते हैं।
खास बातें
अनिवार्य भाषा विषय : 1
हिन्दी अथवा अंग्रेजी
भाषा विषय : 2
हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, मैथिली, संस्कृत, मगही, भोजपुरी, अरबी, पर्सियन, पाली, बंगला में से कोई एक
अतिरिक्त विषय : 1
भाषा भाग दो के विषयों में से एक, तो अनिवार्य भाषा में नहीं लिया गया हो।