94 फीसद बच्चों के अभिभावकों के खाते में भेजे गए किताब के पैसे
्रजिले के सरकारी विद्यालयों में पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता की रविवार को जिलाधिकारी ने दी।
पटना। जिले के सरकारी विद्यालयों में पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता की रविवार को जिलाधिकारी कुमार रवि ने समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने पाया कि जिले में 94 प्रतिशत बच्चों या उनके अभिभावकों के खाते में पाठ्य पुस्तक की राशि हस्तातरित की जा चुकी है। 18 फीसद बच्चों के पास पुरानी किताबें उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि 25 जुलाई के पूर्व सभी संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक की मदद से पुन: सघन अनुश्रवण कर सभी बच्चों को पुस्तकें उपलब्ध कराएं। इसके साथ ही समन्वयक को सभी सरकारी स्कूलों के बच्चों की उपस्थिति का भी निरीक्षण कर वास्तविक स्थिति से अवगत कराने को कहा गया है।
जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सरकारी एवं निजी विद्यालयों में पानी के स्रोत के पास सोकपिट का निर्माण इस प्रकार से कराया जाए कि पानी इसमें बह कर आने के पूर्व पोस्ट में उपलब्ध खाने का बचा भाग एवं अन्य गंदगी छन जाए। उन्होंने सभी नव पदस्थापित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को विद्यालयों की जमीन पर पौधारोपण कराने का निर्देश दिया। इसके लिए विद्यालयों को वन विभाग से पौधा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही जर्जर विद्यालयों को चिह्नित कर वहां पठन-पाठन कार्य नहीं कराने का निर्देश दिया। ऐसे विद्यालयों को समीप के विद्यालयों में शिफ्ट करने को कहा गया है। कमरों की उपलब्धता पर्याप्त नहीं रहने पर वैसे विद्यालयों को दो पाली में संचालित करने का निर्देश दिया।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि जिले के 4,257 विद्यालयों में से 3,507 विद्यालयों के आंकड़ों की ऑनलाइन प्रविष्टि हो चुकी है। तीन दिनों के अंदर सारे विद्यालयों के आकड़ों की प्रविष्टि सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। निजी विद्यालयों में 25 फीसद आरक्षित सीटों पर नामाकन की प्रक्रिया 30 जुलाई तक पूर्ण कर लेने का निर्देश दिया गया। बैठक में ज्योति कुमार, नीरज कुमार, रूपेंद्र कुमार सिंह, मोतिउर रहमान आदि मौजूद थे।
-जिलाधिकारी ने की सरकारी विद्यालयों में पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता की समीक्षा
-डीएम ने 25 जुलाई के पूर्व सभी बच्चों को पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने को दिया निर्देश