होटल के कमरों की तरह दिखेंगी ट्रेनों की बोगियां, जानें किन ट्रेनों में मिलेंगीं ये सुविधा
भारतीय रेल यात्रियों को सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा उपलब्ध कराने में जुटी है। प्रोजेक्ट उत्कृष्ट के तहत ट्रेनों में यात्रियों को होटल जैसी सुविधा दी जाएगी।
By Edited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 08:00 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 10:40 PM (IST)
आशीष शुक्ल, पटना। आप ट्रेन की सवारी तो करते ही होंगे। अगर जल्द ही आपको गाड़ियों के डिब्बों में होटल जैसा नजारा दिखे तो चौंकिएगा नहीं। रेलवे काफी बदलाव कर रहा है। 'प्रोजेक्ट उत्कृष्ट' के तहत ट्रेनों के कोचों का अपग्रेडेशन करते हुए नई सुविधा देने की तैयारी है। प्रोजेक्ट के तहत पूर्व-मध्य रेल की 16 जोड़ी ट्रेनों का चयन किया गया है। इन ट्रेनों के कोच में फर्श, दीवार, सीलिंग से लेकर एसी बोगी में पर्दे का लुक भी बदल जाएगा। बोगी एलईडी लाइट से जगमग होगी और एसी कोचों में बदबू को रोकने के लिए ट्रेनों में ऑटो जेनिटर सिस्टम को इंस्टॉल किए जायेंगे।
'प्रोजेक्ट उत्कृष्ट' के तहत होंगे बदलाव
बोगी के अंदर की सूरत किसी होटल के कमरे की तरह नजर आयेगी। प्रथम चरण में पटना-कोटा, धनबाद-एल्लेपी और लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस का चयन हुआ है और निविदा भी निकाली जा चुकी है। 'प्रोजेक्ट उत्कृष्ट' तहत टॉयलेट्स में मार्डर्न फिटिंग्स व सोप डिस्पेंसर लगाए जायेंगे। सभी कोचों में एस ट्रैप बॉयो टायलेट लगाए जायेंगे। इतना ही नहीं, एसी कोचों में बदबू को रोकने के लिए ऑटो जेनिटर सिस्टम इंस्टॉल किए जायेंगें। कोच की पीवीसी फ्लोरिंग को बदला जाएगा। कोचों के पैनल भी बदले जायेंगे। एसी कोचों में नए डिजाइन के पर्दे भी लगाए जायेंगे। कोच के डोर-वे एवं गैंग-वे की विनाइल रैपिंग की जायेगी। कोच में सभी जगह फर्श, दीवार एवं सीलिंग में सुधार किया जायेगा। रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था हेतु सभी जगह एलईडी लाइटे लगाई जाएंगी। आरक्षित कोचों में अग्निशमन यंत्र उपलब्ध कराये जायेंगे। जबकि दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा हेतु ब्रेल लिपि में भी सूचनाएं उपलब्ध रहेंगी ।
प्रथम चरण में इन तीन ट्रेनों का बदलेगा स्वरूप
प्रथम चरण में प्रोजेक्ट उत्कृष्ट के तहत दानापुर मंडल की पटना-कोटा एक्सप्रेस, धनबाद मंडल की धनबाद- एल्लेपी एक्सप्रेस एवं सोनपुर मंडल की बरौनी-लखनऊ एक्सप्रेस का चयन किया गया है। बहुत जल्द ही आरक्षित से लेकर एसपी बोगी का लुक बदला नजर आएगा। इन ट्रेनों के अपग्रेडेशन के लिए टेंडर भी दिया जा चुका है। प्रथम चरण में दानापुर मंडल द्वारा 02 करोड़ 33 लाख का टेंडर 11 जनवरी को खोला जा चुका है। द्वितीय चरण के निविदा का कार्य प्रगति पर है। धनबाद मंडल द्वारा प्रथम एवं द्वितीय दोनों चरणों को मिलाकर 04 करोड़ 79 लाख रुपये की निविदा तथा सोनपुर मंडल द्वारा प्रथम एवं द्वितीय दोनों चरणों हेतु 06 करोड़ 55 लाख की निविदा खोली जा चुकी है। आगे की कार्यवाही भी प्रक्रियाधीन है। वहीं समस्तीपुर मंडल हेतु निविदा 29 जनवरी को खोली जायेगी।
द्वितीय चरण में श्रमजीवी सहित अन्य ट्रेनें
द्वितीय चरण में दानापुर मंडल के राजेन्द्रनगर-हावड़ा एक्सप्रेस, राजेन्द्रनगर-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस, राजगीर-नई दिल्ली श्रमजीवी एक्सप्रेस, पाटलिपुत्र-चंडीगढ़ एक्सप्रेस एवं पाटलिपुत्र-यशवंतपुर एक्सप्रेस का नाम शामिल किया गया है। इसी क्रम में धनबाद मंडल के धनबाद-पटना गंगा दामोदर एक्सप्रेस, सोनपुर मंडल के मुजफ्फरपुर-आनंद विहार सप्तक्राति एक्सप्रेस, बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस, मुजफ्फरपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस का भी नाम शामिल है। जबकि समस्तीपुर मंडल की दरभंगा-हावड़ा एक्सप्रेस, दरभंगा-मैसूर बागमती एक्सप्रेस, सहरसा-आनंद विहार पुरबिया एक्सप्रेस, रक्सौल-आनंद विहार सत्याग्रह एक्सप्रेस को भी द्वितीय चरण में शामिल किया गया है।
अच्छी क्वालिटी के लगाए जाएंगे गंतव्य बोर्ड
योजना के तहत कोचों में स्वच्छता के लिए कई नई व्यवस्था लागू की जा रही हैं। कोच एवं शौचालय में पर्याप्त संख्या में गारबेज बैग सहित डस्टबिन उपलब्ध कराए जाएंगे। उनसे नियमित अंतराल पर कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। इसके साथ ही कोच के बाहरी हिस्से पर अच्छी क्वालिटी के गंतव्य बोर्ड भी लगाए जायेंगे। अब हर दो घंटे पर होगी टॉयलेट की सफाई : ओबीएचएस (ऑनबोर्ड हाउसकीपिंग स्टाफ) सुविधा से युक्त ट्रेनों में कोच मित्रों को जीपीएस आधारित अटेंडेंस सिस्टम उपलब्ध कराया जायेगा। साथ ही ट्रेनों में अब हर दो घंटे पर टॉयलेट की सफाई भी की जाएगी। चलती ट्रेन में टॉयलेट के जाम होने पर प्रशिक्षित सफाई कर्मचारी उसे तत्काल ठीक करेंगे। इसमें कोई बहाना नहीं चलने वाला है।
'प्रोजेक्ट उत्कृष्ट' के तहत होंगे बदलाव
बोगी के अंदर की सूरत किसी होटल के कमरे की तरह नजर आयेगी। प्रथम चरण में पटना-कोटा, धनबाद-एल्लेपी और लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस का चयन हुआ है और निविदा भी निकाली जा चुकी है। 'प्रोजेक्ट उत्कृष्ट' तहत टॉयलेट्स में मार्डर्न फिटिंग्स व सोप डिस्पेंसर लगाए जायेंगे। सभी कोचों में एस ट्रैप बॉयो टायलेट लगाए जायेंगे। इतना ही नहीं, एसी कोचों में बदबू को रोकने के लिए ऑटो जेनिटर सिस्टम इंस्टॉल किए जायेंगें। कोच की पीवीसी फ्लोरिंग को बदला जाएगा। कोचों के पैनल भी बदले जायेंगे। एसी कोचों में नए डिजाइन के पर्दे भी लगाए जायेंगे। कोच के डोर-वे एवं गैंग-वे की विनाइल रैपिंग की जायेगी। कोच में सभी जगह फर्श, दीवार एवं सीलिंग में सुधार किया जायेगा। रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था हेतु सभी जगह एलईडी लाइटे लगाई जाएंगी। आरक्षित कोचों में अग्निशमन यंत्र उपलब्ध कराये जायेंगे। जबकि दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा हेतु ब्रेल लिपि में भी सूचनाएं उपलब्ध रहेंगी ।
प्रथम चरण में इन तीन ट्रेनों का बदलेगा स्वरूप
प्रथम चरण में प्रोजेक्ट उत्कृष्ट के तहत दानापुर मंडल की पटना-कोटा एक्सप्रेस, धनबाद मंडल की धनबाद- एल्लेपी एक्सप्रेस एवं सोनपुर मंडल की बरौनी-लखनऊ एक्सप्रेस का चयन किया गया है। बहुत जल्द ही आरक्षित से लेकर एसपी बोगी का लुक बदला नजर आएगा। इन ट्रेनों के अपग्रेडेशन के लिए टेंडर भी दिया जा चुका है। प्रथम चरण में दानापुर मंडल द्वारा 02 करोड़ 33 लाख का टेंडर 11 जनवरी को खोला जा चुका है। द्वितीय चरण के निविदा का कार्य प्रगति पर है। धनबाद मंडल द्वारा प्रथम एवं द्वितीय दोनों चरणों को मिलाकर 04 करोड़ 79 लाख रुपये की निविदा तथा सोनपुर मंडल द्वारा प्रथम एवं द्वितीय दोनों चरणों हेतु 06 करोड़ 55 लाख की निविदा खोली जा चुकी है। आगे की कार्यवाही भी प्रक्रियाधीन है। वहीं समस्तीपुर मंडल हेतु निविदा 29 जनवरी को खोली जायेगी।
द्वितीय चरण में श्रमजीवी सहित अन्य ट्रेनें
द्वितीय चरण में दानापुर मंडल के राजेन्द्रनगर-हावड़ा एक्सप्रेस, राजेन्द्रनगर-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस, राजगीर-नई दिल्ली श्रमजीवी एक्सप्रेस, पाटलिपुत्र-चंडीगढ़ एक्सप्रेस एवं पाटलिपुत्र-यशवंतपुर एक्सप्रेस का नाम शामिल किया गया है। इसी क्रम में धनबाद मंडल के धनबाद-पटना गंगा दामोदर एक्सप्रेस, सोनपुर मंडल के मुजफ्फरपुर-आनंद विहार सप्तक्राति एक्सप्रेस, बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस, मुजफ्फरपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस का भी नाम शामिल है। जबकि समस्तीपुर मंडल की दरभंगा-हावड़ा एक्सप्रेस, दरभंगा-मैसूर बागमती एक्सप्रेस, सहरसा-आनंद विहार पुरबिया एक्सप्रेस, रक्सौल-आनंद विहार सत्याग्रह एक्सप्रेस को भी द्वितीय चरण में शामिल किया गया है।
अच्छी क्वालिटी के लगाए जाएंगे गंतव्य बोर्ड
योजना के तहत कोचों में स्वच्छता के लिए कई नई व्यवस्था लागू की जा रही हैं। कोच एवं शौचालय में पर्याप्त संख्या में गारबेज बैग सहित डस्टबिन उपलब्ध कराए जाएंगे। उनसे नियमित अंतराल पर कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। इसके साथ ही कोच के बाहरी हिस्से पर अच्छी क्वालिटी के गंतव्य बोर्ड भी लगाए जायेंगे। अब हर दो घंटे पर होगी टॉयलेट की सफाई : ओबीएचएस (ऑनबोर्ड हाउसकीपिंग स्टाफ) सुविधा से युक्त ट्रेनों में कोच मित्रों को जीपीएस आधारित अटेंडेंस सिस्टम उपलब्ध कराया जायेगा। साथ ही ट्रेनों में अब हर दो घंटे पर टॉयलेट की सफाई भी की जाएगी। चलती ट्रेन में टॉयलेट के जाम होने पर प्रशिक्षित सफाई कर्मचारी उसे तत्काल ठीक करेंगे। इसमें कोई बहाना नहीं चलने वाला है।
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