उड़ी अटैक : घर के लिए रवाना किए गए शहीदों के शव, इंतजार जारी
कश्मीर के उड़ी में आंतकी हमले में शहीद बिहार के सैनिकों के शवों को सेना ने उनके पैतृक गांवाें के लिए रवाना कर दिया है। परिजन उनका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
पटना [वेब डेस्क]। कश्मीर के उड़ी में रविवार की सुबह भारतीय सेना मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में बिहार रेजिमेंट के 15 जवान शहीद हो गए। इनमें शामिल बिहार व यूपी के सात शहीदों के शव सोमवार को अपराह्न में वाराणसी लाए गए। वहां से उन्हें अपने गांव भेजा गया। शहीदों के शवों को ससम्मान लाने के लिए दानापुर से बिहार रेजिमेंट की टुकडि़यां वाराणसी पहुंची।
बिहार रेजिमेंट के शहीद सैनिकों में बिहार के तीन सैनिक राकेश सिंह (कैमूर), एसके विद्यार्थी (गया) व अशोक कुमार सिंह (भोजपुर) शामिल हैं। उनकी शहादत से पूरे बिहार में गर्व मिश्रित शोक की लहर है।
बताया जाता है कि शहीदों के शवों को वाराणसी से लाने के लिए बिहार रेजिमेंट से 50-50 की संख्या में सेना की टुकडि़यां वाराणसी पहुंचीं। इन टुकडि़यों का नेतृत्व डिप्टी कमांडेंट रैंक के अधिकारी कर रहे हैं।
सेना की टुकडि़यां शवों को लेकर शहीदों के गांव जा रही हैं, जहां उनका परिजन उनका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वहां शहीदों का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
बिहार सरकार ने की मुआवजा की घोषणा
इस बीच बिहार सरकार ने शहीदों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा सोमवार को गाेपालगंज में एक सभा के दौरान की।
वाराणसी हवाई अड्डे पर लाए जा रहे इन जवानों के शव
- लांस नायक राजेश कुमार यादव (बलिया)
- राकेश सिंह (कैमूर)
- हरेंद्र यादव (गाजीपुर)
- नायक एस के विद्यार्थी (गया)
- हवलदार अशोक कुमार (भोजपुर)
- अशोक कुमार सिंह (आरा)
- सिपाही राजेश कुमार (जौनपुर)