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Bihar Legislative Council: BJP अब बिहार विधान परिषद में होगी सबसे बड़ी पार्टी, पिछड़ जाएगा JDU; जानें...

राज्यपाल कोटे के मनोनीत 10 सदस्यों के शनिवार को रिटायर होने के बाद बिहार विधान परिषद में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। जदयू के 10 विधान पार्षद होने वाले हैं रिटायर।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 06:58 PM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 09:32 AM (IST)
Bihar Legislative Council: BJP अब बिहार विधान परिषद में होगी सबसे बड़ी पार्टी, पिछड़ जाएगा JDU; जानें...
Bihar Legislative Council: BJP अब बिहार विधान परिषद में होगी सबसे बड़ी पार्टी, पिछड़ जाएगा JDU; जानें...

पटना, अरुण अशेष। राज्यपाल कोटे के मनोनीत 10 सदस्यों के शनिवार को रिटायर होने के बाद बिहार विधान परिषद में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। हालांकि, उसकी यह हैसियत अधिक दिनों तक नहीं रहेगी। अगले कुछ दिनों में जब 12 सदस्यों का मनोनयन होगा, जदयू फिर सबसे बड़े दल की हैसियत में आ जाएगा। 

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कैबिनेट की सिफारिश पर परिषद के 12 सदस्यों का मनोनयन राज्यपाल करते हैं। 2014 में मनोनीत सभी सदस्य जदयू के थे। इनमें से दो राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और पशुपति कुमार पारस लोकसभा में चले गए। पारस 2018 में मनोनीत हुए थे। 2014 में जदयू के नरेंद्र सिंह मनोनीत हुए थे, जिनकी सदस्यता बीच में ही रद्द हो गई थी। 

फिलहाल, नए मनोनयन में भाजपा की भी हिस्सेदारी होगी। संख्या तय नहीं है, लेकिन एनडीए सरकार के पहले मनोनयन में भाजपा को 12 में से सात सीटें मिली थीं। अगर यह फार्मूला चलता है तो सहयोगी के नाते लोजपा भी एक सीट की मांग कर सकती है, इसलिए भी उसे एक सीट दी गई थी। विधानसभा कोटे से नौ सीटों का चुनाव लंबित है। इनमें से तीन जदयू, दो भाजपा, तीन राजद और एक कांग्रेस के हिस्से में जाएगी।  

जहां तक राज्यपाल कोटे के मनोनयन का सवाल है, यह पूरी तरह सरकार पर निर्भर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्राथमिकता कोरोना से निपटने की है। इस मोर्चे पर थोड़ी राहत मिलते ही वे मनोनयन की सिफारिश कर देंगे। 

ये सब हो रहे हैं शनिवार को रिटायर

  • राम लखन राम रमण, विजय कुमार मिश्रा, राणा गंगेेश्वर सिंह, जावेद इकबाल अंसारी, शिव प्रसन्न यादव, संजय कुमार सिंह, रामवचन राय, ललन कुमार सर्राफ, रणवीर नंदन तथा रामचंद्र भारती।

महत्‍वपूर्ण बातें 

  • मई महीने में राज्यपाल कोटे के अलावा विधानसभा और शिक्षक एवं स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की क्रमश: नौ एवं आठ सीट खाली हुई हैं। विधानसभा कोटे की नौ में से छह सीटें जदयू और तीन भाजपा की थीं। 
  • शिक्षक-स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की आठ में से भाजपा, जदयू और भाकपा की दो-दो सीटें थीं, जबकि कांग्रेस और निर्दलीय सदस्य एक-एक थे।

नए मनोनयन से पहले यह रहेगी दलगत स्थिति

  • भाजपा- 17+1 (निर्दलीय अशोक अग्रवाल भाजपा के सहयोगी सदस्य हैं।)
  • जदयू- 15
  • राजद-  08 +1(निर्दलीय रीतलाल यादव राजद के सहयोगी सदस्य हैं।)
  • कांग्रेस- 02
  • हम-    01
  • लोजपा- 01 

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