बिहारः बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने किया बड़ा दावा, गालियां सुनने के बाद भी कांग्रेस नहीं छोड़ेगी राजद का साथ
लालू यादव के बयान पर सुशील मोदी ने कहा है कि दोनों दलों के रिश्ते पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कितनी भी गालियां दी जाएं वह अपना अस्तित्व बचाने के लिए अपमान के घूंट पीकर भी राजद का साथ नहीं छोड़ेगी।
राज्य ब्यूरो, पटना: राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस के बिहार प्रभारी और अनुसूचित जाति के नेता भक्तचरण दास के लिए जैसे अभद्र शब्द का प्रयोग किया, वह निंदनीय है, लेकिन इससे दोनों दलों के रिश्ते पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कितनी भी गालियां दी जाएं, वह अपना अस्तित्व बचाने के लिए अपमान के घूंट पीकर भी राजद का साथ नहीं छोड़ेगी। सुशील मोदी ने कहा कि लालू-राबड़ी राज में नरसंहार, अपहरण-हत्या और लगातार हुए घोटालों के लिए कांग्रेस भी बराबर की जिम्मेदार है। वर्ष 2000 में जब कुशासन से नाराज जनता ने राजद को बहुमत नहीं दिया था, तब कांग्रेस के सभी 23 विधायकों ने मंत्री-पद पाने के बदले अल्पमत की सरकार बचा ली थी। इसके पहले रविवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी तारापुर उप में एनडीए प्रत्यासी की जीत के लिए पद यात्रा करने पहुंचे। उन्होंने वहां कहा कि तारापुर के साथ ही कुशेश्वरस्थान में भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ही जीत होगी।
2010 में 22 सीट पर सिमट गई थी राजद : मनोज शर्मा
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने रविवार को जारी बयान में कहा है कि 2010 के बिहार विधानसभा का चुनाव में राजद 22 सीटों में सिमट गई थी। लालू प्रसाद उस समय चुनाव के मुख्य प्रचारक हुआ करते थे। मतलब साफ है कि बिहार की जनता न तो उन्हें कल पसंद करती थी और न ही आज पसंद करती है। आने वाले दिनों में भी जनता उन्हें पसंद नहीं करने वाली। लालू प्रसाद पटना आकर भी उप चुनाव में कुछ नहीं कर पाएंगे। लालू प्रसाद पटना आकर अपने पुत्र तेजस्वी यादव की योग्यता पर सवाल उठा रहे हैं। वह जानते हैं कि तेजस्वी से यह चुनाव नहीं संभलने वाला है तो, वह आकर चुनाव संभाल रहे हैं।