आज से गांधी सेतु पर नहीं चलेगी बाइक और कार
पटना सिटी । उत्तर बिहार को राजधानी से जोड़ने वाले एवं महात्मा गांधी सेतु के पूरब स्थित पीप
पटना सिटी । उत्तर बिहार को राजधानी से जोड़ने वाले एवं महात्मा गांधी सेतु के पूरब स्थित पीपा पुल पर परिचालन मंगलवार की देर रात बंद हो गया। गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए बुधवार की सुबह से पीपा पुल को खोलने का काम शुरू हो जाएगा। ट्रैफिक एसपी पीके दास ने कहा कि गांधी सेतु से केवल बड़े वाहन ट्रक, बस, ट्रैक्टर, पिकअप वैन, टेम्पो की ही आवाजाही होगी। बाइक और कार के आने-जाने की इजाजत नहीं होगी। कार व बाइक को हाजीपुर से पटना आने और पटना से हाजीपुर जाने के लिए दीघा में नवनिर्मित सड़क पुल से ही जाना होगा।
सुरक्षा की दृष्टिकोण से लिया गया निर्णय :
ट्रैफिक एसपी ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से बाइक और कार का परिचालन गांधी सेतु से रोका गया है। पीपा पुल खुलने के बाद वाहनों का दबाव एक बार फिर गांधी सेतु पर पड़ेगा। ऐसी स्थिति में सेतु पर बाइक से चलना सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं। पाया संख्या 46 से लेकर 38 एवं 12 से लेकर एक तक पूर्वी लेन से ही सेतु पर वाहनों की आवाजाही हो रही है। सेतु पर जाम लगने तथा दुर्घटना की संभावना को देखते हुए बाइक व कार को सेतु से जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इन वाहनों को रोकने का निर्देश पुल पर तैनात पुलिसकर्मियों को जारी कर दिया गया है। उन्होंने यातायात की इस बदली व्यवस्था में नागरिकों से सहयोग करने की अपील की है।
अन्य पीपा पुल भी खुलेंगे :
जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना को देखते हुए महात्मा गाधी सेतु के समानांतर गायघाट स्थित पीपापुल के अलावा दानापुर-पानापुर, कच्ची दरगाह-राघोपुर एवं ग्यासपुर-काला दियारा के बीच स्थित पीपापुलों पर भी आवागमन बंद कर दिया जायेगा। इन पुलों को खोलने की कार्रवाई की जायेगी।
एक साथ चालू होंगे दो पीपा पुल :
पीपा पुल निर्माण करने वाली कंपनी सृष्टि डेवलपर्स के निदेशक शैलेंद्र कुमार ने बताया कि गंगा के जलस्तर में करीब एक फीट की बढ़ोतरी के बाद पुल निर्माण निगम द्वारा बुधवार से पुल खोलने का निर्णय लिया गया है। गंगा का जलस्तर घटने पर दिसंबर में पीपा पुल से दोबारा वाहनों का परिचालन शुरू होगा। उस समय पटना से हाजीपुर जाने और आने के लिए दो अलग-अलग पीपा पुल तैयार किए जाएंगे। दूसरे पुल के लिए भी आवश्यक सभी पीपे तैयार कर लिए गए हैं। निदेशक ने बताया कि सुबह से ही पुल खोलने का काम शुरू हो जाएगा। पानी का बहाव तेज होने से पहले पुल में लगे सभी पीपे को खोल गायघाट, भद्रघाट, महावीर घाट से लेकर खाजेकलां घाट के बीच गंगा किनारे सुरक्षित तरीके से बांध कर रखा जाएगा। ज्ञात हो कि गायघाट स्थित पीपापुल को करीब एक अरब रुपए की लागत से तैयार किया गया था।