बिहटा-औरंगाबाद रेलखंड के निर्माण का रास्ता साफ
पटना। बहुप्रतीक्षित बिहटा-औरंगाबाद रेलखंड के निर्माण का रास्ता अब पूरी तरह साफ हो चुका है। इसके लिए धनावंटन भी हो गया है।
पटना। बहुप्रतीक्षित बिहटा-औरंगाबाद रेलखंड के निर्माण का रास्ता अब पूरी तरह साफ हो चुका है। इस साल के बजट में इसके निर्माण के लिए पर्याप्त राशि स्वीकृत कर दी गई है। 3,500 करोड़ की लागत से बनने वाली इस नई रेल लाइन का शिलान्यास शीघ्र ही रेलमंत्री या अन्य वीवीआइपी कर सकते हैं। केंद्र सरकार ने इसके लिए आम बजट में 40 करोड़ की राशि का आवंटन किया है। इसके पहले अंतरिम बजट में भी इस रेल परियोजना के लिए 25 करोड़ की राशि आवंटित की गई थी। प्रथम चरण में इस रेलखंड के बिहटा से पालीगंज तक की रेललाइन का निर्माण होगा। जबकि दूसरे चरण में पालीगंज से औरंगाबाद तक रेललाइन बनेगी।
रेलवे बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बिहटा-औरंगाबाद नई रेल लाइन के निर्माण की बाधा अब खत्म हो गई है। इसे प्राथमिकता देकर बोर्ड जल्द भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू कराएगा। इसके सर्वेक्षण का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है। अधिकारियों की मानें तो बिहटा-औरंगाबाद रेलखंड का निर्माण होने से क्षेत्र का काफी विकास हो सकेगा। बिहटा से औरंगाबाद के बीच के लाखों किसानों को उनकी पैदावार की उचित कीमत मिल सकेगी। इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होने से कई तरह की फैक्ट्रियां लगने की संभावना भी प्रबल हो जाएगी। क्षेत्र के लोग पहली बार रेलवे से जुड़ सकेंगे। इसे तीन चरणों में पूरा किया जा सकता है। पहले चरण में बिहटा से पाली तक रेललाइन का निर्माण होगा।
बिहटा से औरंगाबाद के बीच बनेंगे 15 स्टेशन
करीब 118.45 किमी. लंबे इस रेलखंड पर 15 रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे। सभी स्टेशनों पर नए भवन का निर्माण होगा। बिहटा, बिक्रम, दुल्हिन बाजार, पालीगंज, बारा, अरवल, खभैणी, जयपुर, शमशेर नगर, दौंडनगर, अरंड, ओबरा, अनुग्रह नारायण रोड व भरथुली होते हुए ट्रेन औरंगाबाद तक पहुंचेगी।