सुरक्षा घेरा तोड़ धोनी के पास पहुंच गये बिहार के प्रकाश, जानें फिर क्या हुआ
बिहार स्थित बक्सर के रहनेवाले हैं प्रकाश पांडेय। वह इंडियन क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को अपना भगवान मानते हैं। अचानक बीच मैच में वे धोनी से मिलने पहुंच गए पिच पर। जानें क्या हुआ
बक्सर [जेएनएन]। बिहार स्थित बक्सर के रहनेवाले हैं प्रकाश। वह इंडियन क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को अपना भगवान मानते हैं। दिल्ली के फिरोजकोटला के मैदान में चेन्नई सुपरकिंग की ओर से खेल रहे महेंद्र सिंह धोनी से मिलने के लिए प्रकाश मैदान में पहुंच गए। उन्होंने सुरक्षा घेरा का भी ख्याल नहीं किया। यह सब हुआ मंगलवार को। बिहार के इस युवक का अब फोटो वायरल हो रहा है।
दरअसल दिल्ली के फिरोजाशाह कोटला मैदान में चेन्नई सुपरकिंग और दिल्ली कैपिटल के बीच आइपीएल का मुकाबला चल रहा था। इस दौरान बक्सर निवासी प्रकाश सुरक्षा घेरा तोड़ पिच पर महेंद्र सिंह धोनी के पांव छूने पहुंच गए। प्रकाश को धोनी के पांव छूते करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों ने देखा। धोनी के इस फैन का पूरा नाम प्रकाश पांडेय है तथा वे बक्सर के सिविल लाइन में रहते हैं।
अचानक अपने एक प्रशंसक को पांव छूते देख धोनी जरा भी विचलित नहीं हुए और बड़े प्यार से प्रकाश को गले लगाया, उन्हें आशीर्वाद दिया और सुरक्षा कर्मियों से बचा सुरक्षित स्टैंड में वापस भेजा। प्रकाश ने बताया कि देश के सबसे महानतम क्रिकेटरों में एक धोनी को अच्छा खिलाड़ी से कहीं ज्यादा एक अच्छा इंसान यूं ही नहीं कहा जाता। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि वो तेजी से भागते हुए बीच मैदान पर पहुंचे और धोनी सर के पांव छू लिये। उसे पांव छूटा देख धोनी सर ने उन्हें उठाया और नाम पूछा, प्रकाश ने उन्हें बताया कि वह बहुत दूर बिहार के बक्सर से उनसे मिलने आया है और आज उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी मुराद उसकी पूरी हो गई।
प्रकाश बताते हैं कि धोनी ने उन्हें उठाकर गले लगाया और बहुत बढिय़ा कहते हुए स्टैंड की ओर जाने को कहा। लाइव प्रसारण में यह साफ दिखा कि कुछ सुरक्षा कर्मी भी मैदान की ओर प्रकाश के पीछे दौड़े, तो धोनी ने इशारा किया और इसके बाद प्रकाश वापस स्टैंड में आकर मैच देखने लगे।
एलआइसी में कार्यरत सिविल लाइन निवासी मदन पांडेय के पुत्र प्रकाश बक्सर के एमवी कॉलेज से विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई करते हुए और वाराणसी में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे दिल्ली में एयरफोर्स की परीक्षा देने गए थे और इसी क्रम में वहां सीएसके और दिल्ली का मैच था। अपने कुछ दोस्तों के साथ उन्होंने 1500 की टिकट खरीदी और अपने क्रिकेट के 'भगवान' से मिलने मैदान में पहुंच गए।