Bihar Weather, Flood Update: वज्रपात से पूर्णिया में एक परिवार के तीन सहित 14 की मौत; बाढ़ का खतरा गहराया
Bihar Weather Flood Update बिहार में रविवार से मौसम फिर बदल गया है। पटना सहित कई जगह बारिश हुई। वज्रपात से 14 लोगों की मौत हो गई। वहीं बाढ़ का खतरा में बढ़ गाय है।
पटना, जेएनएन। बिहार में एक बार फिर मौसम करवट ले रहा है। पटना समेत पूरे प्रदेश में रविवार से मौसम में बदलाव दिखा। राजधानी में आंधी के साथ जमकर बारिश हुई। मौसम विभाग ने पहले से ही कई जिलों में वज्रपात का अलर्ट जारी कर दिया था है। रविवार को गया, पटना, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, नवादा व बेगूसराय, सिवान, पूर्वी चंपारण में वज्रपात से 14 लोगों की मौत हो गई। इनमें पूर्णिया में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत शामिल है। उधर, नेपाल से आने वाली नदियों में उफान के कारण बाढ़ की आशंका भी गहराती जा रही है। तटबंधों पर दबाव है। कई नए इलाकों में पानी घुस गया है।
मृतकों के स्वजनों को चार-चार लाख
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात में मारे गए लोगों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि इस आपदा की घड़ी में वह प्रभावित परिवारों के साथ हैंं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि मृतक के परिजनों को अविलंब चार-चार लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने लोगों से यह अपील की है कि सभी लोग इस मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें। खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें।
रविवार को बदला मौसम
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार के अनुसार मौसम तेजी से बदल रहा है। वर्तमान में मानसून की ट्रफ लाइन झारखंड, पश्चिमी बंगाल, त्रिपुरा से गुजर रही है। इस कारण बारिश में कमी आई है, लेकिन रविवार से बदलाव के संकेत मिलने लगे। रविवार से मानसून की ट्रफ लाइन उत्तर की ओर बढ़ने से बिहार में जमकर बारिश हुई
कई जगह बारिश, वज्रपात से 14 की मौत
पूर्णिया के धमदाहा थाना क्षेत्र के विष्णुपुर पंचायत के सिंघाड़ापट्टी गांव में कैलाश मंडल, छोटे पुत्र दिलखुश कुमार और बहू निभा देवी की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। तीनों साथ में घर में बैठे थे। पूर्णिया के कसबा थाना क्षेत्र के संझेली गांव में एक युवक की मौत हो गई। उधर ,सहरसा के सोनवर्षा राज प्रखंड स्थित तीनघरा गांव के रामचंद्र सरदार की मौत भी वज्रपात में हो गई। बेगूसराय में मेघौल पंचायत के बेदुलिया गांव में राम बिलास महतो की 45 वर्षीय पत्नी विमला देवी और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हरदिया वार्ड नौ के 30 वर्षीय अनिल कुमार चौधरी की मौत हो गई। नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड के सकरपुरा पंचायत के मोहनार गांव में 35 वर्षीय युवक ज्वाला राम और सिवान में नौतन के शाहपुर गांव में प्रमोद साह उर्फ गदर तथा पटना जिले के बाढ़ में मधेपुरा निवासी मजदूर श्याम कुमार की वज्रपात से मौत हो गई। गया के फतेहपुर प्रखंड में दो महिलाओं समेत तीन की मौत हो गई। पहाड़पुर पंचायत के पिपरा में 25 वर्षीय कुंती देवी 65 वर्षीय अनवरा देवी व्रजपात से गंभीर रूप से जख्मी हो गईं। डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। धंछु में 24 वर्षीय मुकेश मांझी की मौत हो गई। पूर्वी चंपारण में ठनका गिरने से एक युवक की मौत हो गई।
कई नदियां उफान पर, बाढ़ का खतरा
जहां तक बाढ़ की बात है, कई इलाकों में खतरा मंडरा रहा है। कुछ नदियां उफान पर हैं। नेपाल से बिहार आने वाली नदियां उफान पर हैं। गंडक, कोसी, बागमती, लखनदेई, बूढ़ी गंडक जैसी नदियां सब कुछ अपने आगोश में चपेट लेने को उतारू हैं। नदियों के तेज बहाव से सड़कों का संपर्क टूट गया है। हालांकि ऐसा नहीं है कि यह खतरा अचानक से आया है बल्कि पहले से ही इसकी अंदेशा जताई जा रही थी। सड़क जलमग्न हो चुके हैं और हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ रहा है।
मिथिलांचल के नए इलाकों में फैला पानी
उत्तर बिहार में हल्की बारिश के बीच शनिवार को भी नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी रहा। गंगा, सोन और पुनपुन के जलस्तर में कमी आने लगी है। शनिवार को दरभंगा शहर, मधुबनी और समस्तीपुर जिले के नए इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया।
सीतामढ़ी में बागमती लाल निशान पार
इधर, मधुबनी के बिस्फी प्रखंड के दर्जनभर गांवों में धौस नदी का पानी फैल गया है। बेनीपट्टी में सड़कों पर पानी बह रहा है। समस्तीपुर के सिंघिया प्रखंड के दर्जनों गांव पानी से घिरे हैं। बागमती और करेह के जलस्तर वृद्धि से बिथान प्रखंड क्षेत्र की स्थिति गंभीर है। कल्याणपुर प्रखंड के निचले क्षेत्र में पानी फैल रहा है। दरभंगा शहर के पास सुतिहारा मुक्तिधाम बागमती के पानी में डूब गया है। बद्रीनारायण मंदिर के पास मोहल्ले में पानी घुसा है। केवटी प्रखंड के गोपालपुर में टूटे जमींदारी बांध की मरम्मत जारी रही। पश्चिम चंपारण में गंडक का जलस्तर 1.65 लाख क्यूसेक रहा। सीतामढ़ी में बागमती और अधवारा समूह की नदी लाल निशान के पार रही। मुजफ्फरपुर, शिवहर और पूर्वी चंपारण में पानी घटने से राहत मिली।
गंगा, सोन व पुनपुन के जलस्तर में कमी
इधर, पटना के पास गंगा का जलस्तर 24 घंटे में नौ सेंटीमीटर घटा है। शनिवार को यह 47.50 मीटर पर आ गया। शुक्रवार को यह 47.59 मीटर पर था। गंगा, सोन और पुनपुन के जलस्तर में कमी आने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है। 24 घंटे में सोन नदी का जलस्तर 14 और पुनपुन नदी का नौ सेंटीमीटर कम हुआ है।