स्पीकर चुनाव के दौरान वेल में नियमावली लेकर पहुंचे तेजस्वी से बोले मांझी, 40 साल से हैं हम सदन में
विधानसभा के सेंट्रल हॉल में विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के क्रम में खूब हंगामा हुआ। विपक्ष का दबाव इतना अधिक था कि तेजस्वी यादव खुद कार्य नियमावली की किताब लेकर वेल में पहुंच गए। इतना होने के बाद प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी टस से मस नहीं हुए।
पटना, जेएनएन। विधानसभा के सेंट्रल हॉल में विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के क्रम में बुधवार को खूब हंगामा हुआ। विपक्ष का दबाव इतना अधिक था कि तेजस्वी यादव खुद कार्य नियमावली की किताब लेकर वेल में पहुंच गए। मोदी-मोदी की तर्ज विपक्ष के विधायक वोटिंग-वोटिंग के नारे कोरस करने लगे। एक समय विपक्ष के सदस्य स्पीकर की कुर्सी के समीप सेंट्रल हॉल की फर्श पर भी बैठ गए। इतना होने के बाद प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी टस से मस नहीं हुए।
पांच मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी कार्यवाही
वोटिंग के बाद पांच मिनट के लिए सदन को स्थगित भी करना पड़ा, पर जीतन राम मांझी लगातार यह कहते रहे कि सदन के नेता के रूप में मुख्यमंत्री सदन में रह सकते हैैं। वैसे विवाद इस बात पर भी था कि जब अशोक चौधरी और मुकेश सहनी सदन के सदस्य नहीं हैं तो किस हैसियत से विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के दौरान सदन में मौजूद हैं। जब पांच मिनट के स्थगन के बाद पुन: सदन की कार्रवाई आरंभ हुई तो अशोक चौधरी और मुकेश सहनी सदन में नहीं आए। विजय कुमार सिन्हा के निर्वाचन की घोषणा के बाद दोनों सदन में आ गए।
पूरे मिजाज में मांझी ने तेजस्वी को समझाया हम काफी पहले पढ़े हैं
हंगामा इस बात को लेकर था कि मुख्यमंत्री को भी चुनाव के क्रम में सदन में रहने की अनुमति नहीं दी जाए। वेल में जब तेजस्वी यादव नियमावली को लेकर पहुंचे तो जीतन राम मांझी ने पूरे मिजाज में उन्हें समझाया कि हमने इसे काफी पहले पढ़ लिया है। चालीस साल से सदन में हैैं। कई विवादित मुद्दों पर वोटिंग के दौरान मुख्यमंत्री को सदन मेंं वोटिंग के दौरान मौजूद देखा है। वह वोटिंग में भाग नहीं लेते हैैं पर रहते जरूर हैैं।
कांग्रेस विधायक दल के नेता को चश्मा बनवा लेने की नसीहत
कांग्रेस के अजीत शर्मा ने कई बार गुप्त मतदान की बात भी उठायी। जीतन राम मांझी ने तुरंत उसे खारिज करते हुए कहा कि ऐसी परंपरा ही नहीं है। इसके बाद शर्मा ने कहा कि अटेंडेंस रजिस्टर देखा जाए। सदन में लगता है कि कुछ बाहरी लोग बैठे हैं। तुरंत जदयू के महेश्वर हजारी ने व्यंग्य किया-चश्मा बनवा लीजिए..। जीतन राम मांझी ने फिर कहा- कोई नहीं है बाहर का सदन में।
विनोद नारायण झा तेज आवाज में माइक पर आए और एआइएमआइएम को भी गिनें
जिस समय मतदान के क्रम में एनडीए विधायकों को प्रोटेम स्पीकर ने अपनी सीट पर खड़ा कराया उस वक्त एआइएमआइएम के विधायक अख्तरउल ईमान खड़े होकर राजद के विधायकों से बात कर रहे थे। तुरंत भाजपा के विनोद नारायण झा ने माइक पकड़ा और कहा कि एआइएमआइएम के लोग भी खड़े हैैं उन्हें भी गिन लाया जाए। इसके बाद अख्तरुल अपनी सीट पर जाकर बैठ गए।