बिहार अनलॉक फेज वन शुरू होने की संभावना के बीच पटना के एनएमसीएच से मिल सकती है अच्छी खबर
कल के बाद लॉकडाउन अनलॉक फेज वन शुरू होने की संभावना है। इस अवधि में नागरिकों की सतर्कता और प्रशासनिक कोशिशों से कोरोना संक्रमण नियंत्रित हुआ तो कोविड अस्पताल एनएमसीएच कोरोना मुक्त होगा। अधीक्षक ने बताया कि व्यवस्था में परिवर्तन स्वास्थ्य विभाग की सहमति मिलने पर ही किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, पटना सिटी : कल के बाद लॉकडाउन अनलॉक फेज वन शुरू होने की संभावना है। इस अवधि में नागरिकों की सतर्कता और प्रशासनिक कोशिशों से कोरोना संक्रमण नियंत्रित हुआ तो कोविड अस्पताल एनएमसीएच कोरोना मुक्त होगा। पांच सौ बेड वाले इस अस्पताल में भर्ती कोरोना के 68 मरीजों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थित 80 बेड वाले मदर एण्ड चाइल्ड हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाएगा। अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि प्रथम चरण में एनएमसीएच की इमरजेंसी, सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति विभाग तथा हड्डी रोग विभाग को कोरोना मुक्त किया जाएगा। दूसरे चरण में अन्य विभागों को कोरोना मुक्त घोषित कर ओपीडी और वार्ड में अन्य बीमारियों वाले मरीजों का इलाज शुरू होगा।
अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि व्यवस्था में यह परिवर्तन स्वास्थ्य विभाग की सहमति मिलने पर ही किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सामान्य मरीजों को चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ही पोस्ट कोविड ओपीडी और टेलीमेडिसिन सेवा शुरू की गयी है। इन दोनों सेवाओं का विस्तार किया जाएगा।
मरीज की सेवा में लगे हैं दो हजार स्वास्थ्य कर्मी
फिलहाल, एनएमसीएच में भर्ती कोरोना पॉजीटिव 68 मरीजों के इलाज, जांच से लेकर चिकित्सकीय सेवा एवं व्यवस्था में लगभग दो हजार स्वास्थ्य कर्मी लगे हैं। इनमें 750 डॉक्टर और 480 नर्स शामिल हैं। एनएमसीएच में क्लीनिकल साइड में 136 और नॉन क्लीनिकल साइड में 95 सीनियर डॉक्टर कार्यरत हैं। सीनियर रेजिडेंट और मेडिकल ऑफिसर 139, पीजी छात्र 226, जांच कार्य में 27 डॉक्टर, एमबीबीएस छात्र 99, नव नियुक्त जूनियर रेजिडेंट 25 कार्यरत हैं। इनके अतिरिक्त 479 नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ 52, चतुर्थ वर्गीय स्टाफ 113, वार्ड बॉय 200, हाउस कीपिंग स्टाफ 425 सेवारत हैं। निजी सुरक्षा कर्मियों की संख्या दो सौ से अधिक है।