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Bharat Bandh in Bihar: बाजार समिति की चंगुल से किसानों को मुक्त करने वाला बिहार देश का पहला प्रदेश : सुशील मोदी

Bharat Bandh सुशील मोदी ने भारत बंद का आह्वन कर खुद गायब रहने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और राहुल गांधी पर तंज कसा। कहा राहुल गांधी जैसे जब जी करता विदेश चले जाते हैं वैसे ही बिहार में महत्‍वपूर्ण अवसरों से तेजस्‍वी गायब रहते हैं।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Tue, 08 Dec 2020 09:12 PM (IST)Updated: Tue, 08 Dec 2020 10:17 PM (IST)
Bharat Bandh in Bihar: बाजार समिति की चंगुल से किसानों को मुक्त करने वाला बिहार देश का पहला प्रदेश : सुशील मोदी
पूर्व डिप्‍टी सीएम व राज्‍य सभा सदस्‍य सुशील कुमार मोदी की तस्‍वीर ।

पटना, राज्य ब्यूरो।  सुशील मोदी ने कहा कि जब किसानों से वार्ता चल रही है, इस बीच भारत बंद के आह्वान का कोई औचित्य नहीं था। एपीएमसी एक्ट को 2006 में ही रद्द कर बिहार ने देश में सबसे पहले किसानों को बाजार समिति के चंगुल से मुक्त कर दिया था। पहल का फायदा यह हुआ कि डेढ़ दशकों में पंजाब की तुलना में बिहार की विकास दर दो से ढाई गुना ज्यादा रही। सुशील मोदी भाजपा महिला मोर्चा की ओर से प्रदेश मुख्यालय के अटल सभागार में मंगलवार ( 8 दिसंबर )  नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद, विधानसभा अध्यक्ष और मंत्रियों के अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे।

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बंद का आह्वन कर गायब हो गए तेजस्‍वी

पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भारत बंद के दौरान सड़कों पर तेजस्‍वी नहीं दिखे तो मैंने पूछा- भाई ये कहां हैं, कहीं दिख नहीं रहे। जवाब मिला तेजस्‍वी दिल्‍ली चले गए हैं। चुटकी लेते हुए कहा कि बंद का आह्वन कर खुद ही बंद से क्‍यों गायब हो गए। गायब रहने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तुलना राहुल गांधी से करते हुए कहा कि चमकी बुखार, पटना में जल जमाव या विधान मंडल सत्र के दौरान बिहार से गायब रहे तो भाजपा को लंबे समय तक जनता की सेवा करने का मौका मिलेगा। 

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ट्वीट करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के किसानों को कुएं में ढकेल दिया है। राहुल गांधी को मालूम होना चाहिए कि किसानों को उस एक्ट से मुक्ति का ही नतीजा रहा कि 2005-06 में जहां पंजाब का विकास दर 5.9 तो बिहार का मात्र 0.9 फीसद था। मगर, 2008-09 में पंजाब की 5.8 की तुलना में बिहार के विकास दर में करीब ढाई गुना ज्यादा बढ़ोतरी हुई। यह 14.5 फीसद हो गया। एपीएमसी एक्ट को बरकरार रखने वाले पंजाब का 2011 से 2019 के बीच औसत विकास दर 7.5 जबकि बिहार का 13.03 फीसद प्रतिशत रहा।

हताश व निराश हैं चुनाव हार गए दल

बकौल सुशील मोदी, जनता ने जिन लोगों को नकार दिया, चुनाव में पराजित हो गए, वे हताशा व निराशा में कृषि बिल को बहाना बना कर सरकार के खिलाफ माहौल बना रहे हैं। इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा और सभी मंत्रियों ने कार्यक्रम को संबोधित किया। समारोह में भाजपा विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष टीएन ठाकुर ने भी मंत्रियों का अभिनंदन किया।


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