बिहार के इंजीनियरिंग कालेजों में होगी 345 शिक्षकों की बहाली, मिलेंगे दो हजार स्थायी टीचर
राज्य के सरकारी इंजीनियरिंग कालेजों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए यह अच्छी खबर है। जनवरी तक इंजीनियरिंग कालेजों में बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित दो हजार शिक्षकों की नियुक्ति जल्द होगी। इसको लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों का साक्षात्कार अंतिम दौर में है।
राज्य ब्यूरो, पटना : राज्य के सरकारी इंजीनियरिंग कालेजों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए यह अच्छी खबर है। जनवरी तक इंजीनियरिंग कालेजों में बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित दो हजार शिक्षकों की नियुक्ति जल्द होगी। इसको लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों का साक्षात्कार अंतिम दौर में है। चयनित शिक्षकों की सूची मिलने के बाद खाली पदों पर स्थायी शिक्षकों की बहाली सुनिश्चित की जाएगी। जनवरी तक कालेजों में सभी शिक्षक योगदान कर लेंगे।
विज्ञान एवं प्रावैधिक विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इंजीनियरिंग कॉलेजों में 2000 शिक्षकों और 53 प्राचार्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रानिक इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस और ग्राफिक डिजायनिंग जैसे विषयों में शिक्षक नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा हो गई है। जबकि प्राचार्य के पदों पर नियुक्ति के लिए भी साक्षात्कार शुरू कर दिया गया है। अभ्यर्थियों से आवेदन लिया जा चुका है। सभी 38 जिलों के लिए संचालित इंजीनियरिंग कालेजों में पढ़ाई की व्यवस्था के लिए 345 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी। इसके लिए विभाग की ओर से अधियाचना आयोग को भेजी जाएग।
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में कैबिनेट की बैठक में भी नीतीश कुमार ने इस संबंध में निर्णय लिया था। 26 कालेजों में शिक्षकों के 12-12 यानी कुल 312 पद सृजन की भी मंजूरी सीएम ने दी थी। कैबिनेट की बैठक में 26 जिलों के इंजीनियरिंग कालेज में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कराने का प्रस्ताव स्वीकृत दी गई थी। बता दें कि पहले से 12 इंजीनियरिंगग कालेजों में इस सब्जेक्ट की पढ़ाई जारी है। हर कालेज के लिए 12-12 शिक्षकों के पद सृजित किए गए हैं। जिन 26 जिलों में पाठ्यक्रम की मंजूरी दी गई है, वे हैं : पश्चिम चंपारण, अररिया, औरंगाबाद, किशनगंज, मुंगेर, जहानाबाद, मधुबनी, लखीसराय, खगडिय़ा, अरवल, सिवान, मुजफ्फरपुर, सहरसा, सुपौल, पूर्णिया, जमुई, वैशाली, बांका, शेखपुरा, बक्सर, भोजपुर, शिवहर, नवादा, कैमूर, समस्तीपुर व गोपालगंज।