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दिल्‍ली के गणतंत्र दिवस परेड में इस बार नहीं दिखेगी बिहार की झांकी, जल-जीवन-हरियाली पर नहीं बनी बात

दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान इस बार बिहार की झांकी नहीं दिखेगी। राज्‍य की जल जीवन हरियाली थीम पर अनुमति नहीं मिली।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Thu, 02 Jan 2020 07:26 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jan 2020 10:16 PM (IST)
दिल्‍ली के गणतंत्र दिवस परेड में इस बार नहीं दिखेगी बिहार की झांकी, जल-जीवन-हरियाली पर नहीं बनी बात
दिल्‍ली के गणतंत्र दिवस परेड में इस बार नहीं दिखेगी बिहार की झांकी, जल-जीवन-हरियाली पर नहीं बनी बात

पटना, राज्य ब्यूरो। दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान इस बार बिहार की झांकी नहीं दिखेगी। राज्‍य की जल जीवन हरियाली थीम पर अनुमति नहीं मिली। दूसरे विषय पर झांकी की मांग केंद्र की ओर से हुई, लेकिन बिहार सरकार दूसरे विषय के लिए तैयार नहीं हुई। 

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दरअसल, बिहार की ओर से इस बार प्रस्ताव दिया गया था कि वह जल-जीवन-हरियाली अभियान को केंद्र में रख अपनी झांकी तैयार करेगा। गणतंत्र दिवस परेड में किस राज्य की झांकी को अनुमति मिलेगी, इसे तय करने के लिए रक्षा मंत्रालय के अधीन एक कमेटी है। कमेटी के स्तर पर झांकी के विषय को मंजूरी मिलती है। रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्यरत कमेटी ने जल-जीवन-हरियाली अभियान को केंद्र के जलशक्ति मंत्रालय का विषय बता दिया। यह भी कहा कि यह विषय राज्य सरकार का नहीं हो सकता है। इस वजह से जल-जीवन-हरियाली अभियान पर झांकी बनाए जाने को अनुमति नहीं दी जा सकती है। बिहार सरकार कोई दूसरा प्रस्ताव दे। राज्य सरकार की ओर से कहा गया कि वह इस विषय को छोड़कर किसी अन्य विषय पर झांकी तैयार नहीं करेगी।

रक्षा मंत्रालय की कमेटी ने गणतंत्र दिवस परेड के दौरान दिखाई जाने वाली झांकी के संबंध में नियमों का हवाला देते हुए बिहार सरकार के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में यह कहा कि राज्य सरकार को अपने यहां की सांस्कृतिक विशेषता, इतिहास व धरोहर आदि पर झांकी का प्रस्ताव देना है। इस क्रम में यह नसीहत भी दी गई कि वह चाहे तो जैन या बुद्ध धर्म से संबंधित कोई झांकी तैयार कर ले।

बिहार की झांकी का प्रस्ताव लेकर बैठक में पहुंचे अधिकारियों ने रक्षा मंत्रालय की कमेटी को कहा कि बिहार देश में इकलौता राज्य है जिसने पर्यावरण की समस्या को समझ कर इतने बड़े अभियान की शुरूआत की है। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यात बिल गेट्स जब बिहार आए थे तो उन्होंने जल-जीवन-हरियाली अभियान की न सिर्फ सराहना की बल्कि दिल्ली में कई जगहों पर इस अभियान की खूब चर्चा की। झांकी के लिए तय मानदंडों में एक मानदंड अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर किसी मुद्दे की ब्रांडिंग का है। इस आधार पर जब जल-जीवन-हरियाली अभियान के प्रस्ताव पर अनुमति की बात कही गई तो कमेटी ने यह कह दिया कि राज्य सरकार का यह विषय ही नहीं हो सकता।


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