राज्य ब्यूरो, पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के केंद्रीय मदद से जुड़े बयान के बाद भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा का दावा है कि बिहार में 105 ऐसी योजनाएं चल रही हैं, जिनमें केंद्र सरकार सहायता दे रही है। मुख्यमंत्री का बयान आने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने गुरुवार को भाजपा कार्यालय में प्रेस प्रतिनिधियों से कहा कि पिछले 17 वर्षों से भाजपा का वित्त मंत्री रहा, लेकिन कभी भी राज्य में वित्तीय स्थिति नहीं गड़बड़ाई, लेकिन आज मुख्यमंत्री कह रहे कि केंद्र से सहायता नहीं मिल रही। ऋण भी नहीं मिल रहा। मुख्यमंत्री जी को यह देखना चाहिए कि उनके वित्त मंत्री इतने अक्षम हैं क्या।
डॉ. जायसवाल ने कहा कि बिहार में आज सिर्फ विकास की सभी योजनाओं को लटकाने, भटकाने और अटकाने का काम चल रहा है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 41687 करोड़ रुपए बिहार सरकार स्वयं संग्रह करती है और छह करोड़ रुपए का प्रबंध होता है। केंद्र से राजस्व में जीएसटी के कारण 91181 करोड़ मिलता है। इसके अलावा 41 हजार करोड़ रुपए कलेक्शन करने वाले राज्यों को केंद्र जो मदद करता है, उसके तहत बिहार को 58 हजार करोड़ दिए जा रहे हैं।
किसी सक्षम व्यक्ति को बनाना चाहिए वित्त मंत्री
डॉ. जायसवाल ने दावा करते हुए कहा कि राज्य सरकार की हिस्सेदारी मात्र 26 प्रतिशत है जबकि केंद्र की 76 प्रतिशत हिस्सेदारी है, वहीं महाराष्ट्र को केंद्र द्वारा मात्र 28 प्रतिशत राशि ही मिलती है। बिहार में 105 ऐसी योजनाएं चल रही हैं, जिसमे केंद्र सहायता दे रहा है। इस तरह यह साफ है कि बिहार में वित्तीय संचालन सही ढंग से नहीं हो रहा, जिस कारण ऐसी स्थिति हो रही है। मुख्यमंत्री को किसी सक्षम व्यक्ति को वित्त मंत्री बनाना चाहिए।
राजद-जदयू पर हमलावर होते हुए डॉ. जायसवाल ने कहा कि बिहार की वैशाली की धरती ने देश ही नहीं पूरे विश्व को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया है, लेकिन दुर्भाग्य है कि आज इसी धरती पर क्षेत्रीय दलों में लोकतंत्र नहीं है। दो बड़े क्षेत्रीय दलों में से एक में एक परिवार से आने वाली पीढ़ी ही अध्यक्ष बनेगी, जबकि दूसरे दल में एक व्यक्ति की तानाशाही हावी है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति लोकतंत्र के लिए अच्छी नहीं है।