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    बिहार में ऑटो किराए पर आधी छूट? मंत्री की बैठक में हुआ बड़ा फैसला!

    Updated: Tue, 02 Dec 2025 09:20 AM (IST)

    बिहार सरकार ने सार्वजनिक परिवहन को प्रदूषण मुक्त और आधुनिक बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। परिवहन मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाने, डीजल बसों को अपग्रेड करने और महिला यात्रियों के लिए सुरक्षित बस सेवाएं शुरू करने का निर्णय लिया गया। वर्तमान में 840 बसें चल रही हैं, जिनमें 266 सीएनजी और 25 इलेक्ट्रिक हैं। महिलाओं के लिए 100 पिंक बसें भी शुरू की गई हैं।

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    मंत्री की बैठक में हुआ बड़ा फैसला

    डिजिटल न्यूज, पटना। प्रदूषण मुक्त और आधुनिक सार्वजनिक परिवहन की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। परिवहन मंत्री श्रवण कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSRTC) के बेड़े को पर्यावरण-अनुकूल बनाने को लेकर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।

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    बैठक का मुख्य फोकस CNG और इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाने, डीज़ल बसों को अपग्रेड करने और विशेषकर महिला यात्रियों के लिए सुरक्षित बस सेवाएं मजबूत करने पर रहा।

    मंत्री ने बताया कि वर्तमान में BSRTC कुल 840 बसों का संचालन कर रहा है। इनमें 646 बसें निगम स्वयं चलाता है, जबकि 194 बसें पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत संचालित हैं।

    इन 840 बसों में से 266 CNG और 25 इलेक्ट्रिक बसें पहले से ही सड़क पर दौड़ रही हैं। वहीं 593 डीज़ल बसों को आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है, ताकि प्रदूषण कम हो और यात्रियों को सुविधा बढ़े।

    समीक्षा बैठक में यह दिशा-निर्देश दिया गया कि CNG और इलेक्ट्रिक जैसी पर्यावरण-अनुकूल बसों की संख्या में और वृद्धि की जाए। मंत्री ने कहा कि विभाग नई बसों की खरीद पर विस्तृत रिसर्च कर रहा है। उपलब्धता, आवश्यकता और लागत का अध्ययन करने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

    राज्य के छह प्रमंडलों में 187 रूटों पर नियमित सेवा

    BSRTC की बसें वर्तमान में छह प्रमंडलों में 187 रूटों पर नियमित रूप से चल रही हैं। इससे जिले–जिले के बीच कनेक्टिविटी मजबूत हुई है और यात्रियों को समयबद्ध सेवा मिल रही है।

    अंतरराज्यीय यात्राओं के लिए भी निगम लगातार अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहा है। बिहार–झारखंड तथा बिहार–उत्तर प्रदेश के बीच कुल 14 बसें प्रतिदिन आवागमन करती हैं।

    लोकप्रिय रूटों में मुजफ्फरपुर–रांची और गया–वाराणसी रूट पर दो-दो बसें, जबकि गया–रांची रूट पर रोजाना 10 बसों का संचालन होता है।

    महिलाओं की सुरक्षा के लिए 100 पिंक बसें

    महिला यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर जोर देते हुए BSRTC ने कुल 100 पिंक बसों का संचालन शुरू किया है। इनमें 30 बसें पटना, 20 मुजफ्फरपुर, 15–15 गया और दरभंगा, तथा 10–10 बसें पूर्णिया और भागलपुर में चलेंगी।

    ये सभी बसें CNG से चलती हैं और अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से सुसज्जित हैं। इनमें सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन, पैनिक बटन, CCTV कैमरे, GPS ट्रैकर, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, माइक–म्यूजिक सिस्टम और गर्भनिरोधक गोलियां तक उपलब्ध हैं, जो इन्हें महिला यात्रियों के लिए सुरक्षित और उपयोगी बनाती हैं।

    हालांकि 'ऑटो से आधा किराया' संबंधी चर्चा ने भी बैठक में उत्सुकता जगाई, लेकिन परिवहन विभाग ने इस संबंध में स्पष्ट नीति की घोषणा नहीं की है। फिलहाल विभाग बस बेड़े के विस्तार और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन पर ज्यादा ध्यान दे रहा है।

    कुल मिलाकर, समीक्षा बैठक ने बिहार के सार्वजनिक परिवहन को आधुनिक, सुरक्षित और पर्यावरण-अनुकूल बनाने की दिशा को और तेज कर दिया है।