कौन हैं विनोद तावड़े, जिन्हें बीजेपी नेतृत्व ने दी है बिहार भाजपा प्रभारी की जिम्मेदारी; एक रिकार्ड भी है इनके नाम
Bihar Politics भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार कई प्रदेस के प्रभारी और सह प्रभारियों को बदल दिया। भूपेन्द्र यादव के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद बीजेपी प्रभारी का पद खाली था। महाराष्ट्र की सियासत में अपनी दखल रखने वाले विनोद तावड़े को अब ये जिम्मेदारी दी गई है।
पटना, आनलाइन डेस्क। Vinod Tawde: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कई राज्यों के प्रभारी और सह-प्रभारियों को बदला है। भाजपा नेतृत्व ने महाराष्ट्र की सियासत में पकड़ रखने वाले विनोद तवड़े को बिहार का प्रभारी बनाया है। भूपेन्द्र यादव के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद से बिहार प्रभारी का पद खाली था। तावड़े महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री के साथ ही मुंबई महानगर बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। तावड़े के नाम एक रिकार्ड भी दर्ज है। विनोद तावड़े के पास बिहार से पहले हरिणाया की जिम्मेदारी थी।
कौन हैं विनोद तावड़े
भाजपा ने महाराष्ट के रहने वाले विनोद तावड़ो को बिहार का प्रभारी बनाया है। तावड़े महाराष्ट्र की सियासत में दखल रखते हैं। उनका जन्म 20 जुलाई 1964 मुंबई के गिरगांव इलाके में एक मराठी परिवार में हुआ था। विनोद तावड़े ने पार्ले कालेज से अपनी पढ़ाई की है।
विनोद तावड़े का सियासी सफर
विनोद तावड़े फिलहाल भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री हैं। वो बाल स्वंय सेवक भी रहे हैं। कुशल संगठनकर्ता के साथ कुशल प्रशासक भी माने जाते हैं। 1995 में उन्हें पहली बार बीजेपी की तरफ से महाराष्ट्र महासचिव बनाया गया। उनके सांगठनिक क्षमता को देखते हुए नेतृत्व ने उन्हें 2002 में ये जिम्मेदारी फिर से सौंपी। तावड़े का सियासी सफर आगे बढ़ता गया और 1999 में उन्हें मुंबई महानगर इकाई के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी बीजेपी ने दी। बताया जाता है कि इस पद के लिए चुने गए सबसे कम उम्र के उम्मीदवार होने का रिकार्ड उनके नाम है।
2014 में चुने गए पहली बार विधायक
विनोद तावड़े अपनी काबिलियत के बल पर सियासी सिढ़ी चढ़ते गए।और 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें बोरीवली विधानसभा से प्रत्याशी बनाया। तावड़े ने जीत दर्ज की और महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य बने। देवेन्द्र फडणवीस की सरकार में उन्हें शित्रा विभाग समेत उच्च और तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, मराठी भाषा और सांस्कृतिक मामलों का मंत्री बनाया गया। इसके साथ ही तावड़े 12वीं और 13वीं लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की समन्वय समिति के प्रमुख सदस्य थे। विनोद तावड़े के बारे में यह कहा जाता है कि वो कुशल प्रशासक के साथ-साथ कुशल संगठनकर्ता भी हैं।