Bihar Politics: शहीद वीर कुंवर पर परिवहन मंत्री शीला मंडल ने की विवादित टिप्प्णी, भड़का आक्रोश
Bihar Politics शीला मंडल शहीदों की श्रद्धांजलि यात्रा पर निकली थीं। सीतामढ़ी जिले के बाजपट्टी में अमर शहीद रामफल मंडल को ले भावुक हो गई। 1857 के महान क्रांतिकारी शहीद वीर कुंवर सिंह से उनकी तुलना करते हुए कह दी यह बड़ी बात तो बिहार में मचा बवाल।
पटना/ बाजपट्टी (सीतामढ़ी , जेएनएन। बिहार की परिवहन मंत्री शीला मंडल अपने हालिया बयान को लेकर घिर गईं हैं। उनके बयान पर बिहार में बवाल मचा है। मंत्री द्वारा बाबू वीर कुंवर सिंह पर अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में शनिवार (4 दिसंबर) को वीर कुंवर सिंह जागरण मंच ने मंत्री का पुतला दहन किया। आक्रोशित लोगाें ने मंत्री पर कार्रवाई की मांग करते हुए देश भर में आंदोलन की चेतावनी दी है।
दरअसल, सीतामढ़ी जिले के बाजपट्टी में उन्होंने अमर शहीद रामफल मंडल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उनकी तुलना 1857 के महान क्रांतिकारी बाबू वीर कुंवर सिंह से कर दी । उन्होंने कहा कि राजपूत समाज से बाबू वीर कुंवर सिंह आते थे इसलिए उन्होंने सिर्फ एक हाथ कटाई तो उनका महिमामंडन हो गया। किताबों में उनकी जीवनी छप गई। बच्चे-बच्चे को उनके बारे में पता है लेकिन, रामफल मंडल शहीद होने के बावजूद गुमनामी में हैं, उन्हें उचित सम्मान नहीं मिला। शीला मंडल यहीं नहीं रुकीं।
कहा, अगड़ी जाति के शहीद होते तो परिजन बन गए होते बड़े नेता
मंत्री ने कहा शहीद पिछड़ी जाति के थे, इसलिए उनके स्वजन बदहाल हैं। अगड़ी जाति के होते तो अब तक स्वजन बड़े नेता बन गए होते और न जाने क्या-क्या सम्मान मिल गया होता। मंत्री ने स्वजनों से कहा कि यदि सरकार की ओर से इन्हें भवन नहीं दिया गया तो वह अपने निजी कोष से घर बनवा देंगी। अभी तक जो भी घोषणा शहीद रामफल मंडल जी के नाम पर हुई है उन्हें भी पूरा कराने का प्रयास करेंगी। शीला मंडल मधुबनी के फुलपरास विधानसभा सीट से चुनाव जीत कर आई हैं और नीतीश कुमार कैबिनेट में पहले दिन परिवहन मंत्री पद की शपथ ली।
देश भर में आंदोलन की चेतावनी
मंच के सचिव विजय वसंत ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह की शौर्य की गाथा इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में दर्ज है। भारत का बच्चा-बच्चा उनको प्रेरणा मानता है लेकिन एक संवैधानिक पद पर विराजमान व्यक्ति द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान घोर निंदनीय है। मंच के सदस्यों ने कहा कि बिहार सरकार अविलंब शीला मंडल को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें नहीं तो बिहार ही नहीं देशभर में आंदोलन तेज होगा।
वीर कुंवर सिंह जागरण मंच के पूर्व अध्यक्ष सह राजद नेता अजय कुमार सिंह ने कहा है कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह को जाति में बांधने वाले लोग इतिहास के स्वर्णिम पन्नो पर काली स्याही पोतने का असफल प्रयास कर रहे हैं। बाबू वीर कुंवर सिंह को इतिहासकारों ने भी अपेक्षित जगह नहीं दिया। मगर कोई लाख कोशिश कर ले, उनके कद को कम नहीं किया जा सकता है।
भावुक हुईं मंत्री
बता दें कि अमर शहीदों की श्रद्धांजलि यात्रा पर निकलीं शीला मंडल खासतौर पर 29 नवंबर को बाजपट्टी पहुंची। इस दौरान उन्होंने प्रखंड मुख्यालय में अमर शहीद रामफल मंडल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद मंत्री का काफिला अमर शहीद रामफल मंडल के पैतृक घर पहुंचा। उनका घर प्रखंड की मधुरापुर पंचायत स्थित मंडल टोल में पड़ता है। शहीद के स्वजन से सहानुभूति जताते हुए कहा कि रामफल मंडल की कुर्बानी हम लोगों को व्यर्थ नहीं जाने देना है। आज हम और आप स्वतंत्र हैं और गर्व से जीवन जी रहे हैं तो उसका श्रेय शहीदों को जाता है ।
ब्रिटिश सरकार ने दी थी फांसी
बलिदानी रामफल मंडल आजादी की लड़ाई में शहीद हो गए थे। शहीद रामफल मंडल ने 1942 के 24 अगस्त को सीतामढ़ी के बाजपट्टी चौक पर अंग्रेजी हुकूमत के तत्कालीन एसडीओ हरदीप नारायण सिंह, पुलिस इंस्पेक्टर राममूर्ति झा, हवलदार श्याम लाल सिंह व सेवापाल दरवेशी सिंह की हत्या कर दी थी। इस मामले में अंग्रेजी हुकूमत ने 23 अगस्त, 1943 को फांसी दे दी।