Bihar Politics: जानें, बिहार पहुंचे RSS प्रमुख का आगे कार्यक्रम, विपक्ष ने CM नीतीश को नजर रखने की दी नसीहत
Bihar Politicsआरएसएस प्रमुख मोहन भागवत तीन दिवसीय दौरे पर पटना पहुंच गए। उनके आने के पहले से ही बिहार का राजनीतिक तापमान चढ़ने लगा था। विपक्ष ने बीजेपी और सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है। सीएम नीतीश को भागवत की मीटिंग पर नजर रखने की नसीहत दी
पटना, राज्य ब्यूरो। : Bihar Politics: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख डॉ. मोहन भागवत शुक्रवार ( 4 दिसंबर) की दोपहर तीन दिवसीय दौरे पर पटना पहुंच गए। एयरपोर्ट पर स्वयं सेवकों ने संघ प्रमुख की आगवानी की। यहां से सरसंघचालक केशवपुरम, बाइपास स्थित सरस्वती विद्या मंदिर प्रवास स्थल गए। संघ प्रमुख ने शनिवार और रविवार को बिहार -झारखंड क्षेत्र के शीर्ष 40 कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है।
भागवत के आने से पहले संघ के सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी, सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी, सह सरकार्यवाह दत्तात्रय होसबले, सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य, सह सरकार्यवाह मुकुंद सीआर, क्षेत्र कार्यवाह डॉ. मोहन सिंह, प्रांत प्रचारक राणा प्रताप और दक्षिण बिहार प्रांत प्रचार प्रमुख राजेश पांडेय ने स्वागत किया। संघ के दक्षिण बिहार प्रांत प्रचार प्रमुख राजेश पांडेय ने बताया कि कोरोना की वजह से प्रतिवर्ष दीपावली पर होने वाली राष्ट्रीय बैठक अब क्षेत्रीय बैठक में तब्दील हो गई है। इसी सिलसिले में अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की क्षेत्र स्तर की बैठक पटना में होगी।
कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए बैठक में बिहार व झारखंड के संघ से जुड़े शीर्ष 40 कार्यकर्ताओं को ही बुलाया गया है। इसमें प्रांत संघचालक, कार्यवाह और प्रचारक ही शामिल होंगे। संघ ने अपने कार्यों के सुचारु संचालन के लिए देश को 11 क्षेत्रों में बांट रखा है। इसी के तहत उत्तर-पूर्व क्षेत्र (बिहार-झारखंड) की बैठक का आयोजन पटना में किया जा रहा है। वार्षिक बैठक में संघ के कार्यक्रमों की समीक्षा के अलावा कोरोना काल में स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सेवा कार्यों पर चर्चा होगी। राम मंदिर निर्माण सहित समसामयिक विषयों पर भी चर्चा प्रस्तावित है। आगामी कार्यक्रम भी तय किए जाएंगे। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर भागवत किसी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।
भागवत पर लगाया आरोप
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बाेला है। कहा है कि मोहन भागवत आ रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार उनसे मिलने प्रत्यक्ष तौर पर तो नहीं जाएंगे। हां, रात के अंधेरे में उनसे मुलाकात करेंगे और भागवत से सरकार चलाने का मंत्र लेंगे। उन्होंने आगे कहा है कि भागवत आ रहे हैं तो 19 लाख रोजगार की बात तो करेंगे नहीं। वे उन्माद और फसाद फैलानेवाले ही बातें करेंगे।
नीतीश को नसीहत
उधर, कांग्रेस नेता व विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि मोहन भागवत जब भी आते हैं, सांप्रदायिकता की बातें करते हैं। भाजपा अपना सांप्रदायिक एजेंडा बिहार में भी तेजी से फैलाना चाह रही है। आखिर बिहार में चुनाव के बाद यहां बैठक करने का क्या मतलब है। नीतीश कुमार को आरएसएस की मीटिंग पर नजर रखनी चाहिए। इसपर बीजेपी ने पलटवार किया है कि बिहार किसी की जागीर नहीं है। अपने देश में कहीं भी आने-जाने के लिए हमें कांग्रेस के परमिशन की जरुरत नहीं है।
संघ के दक्षिण बिहार प्रांत प्रचार प्रमुख राजेश पांडेय ने बताया कि कोरोना की वजह से प्रतिवर्ष दीपावली पर होने वाली राष्ट्रीय बैठक अब क्षेत्रीय बैठक में तब्दील हो गई है। इसी सिलसिले में पांच और छह दिसंबर को अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की क्षेत्र स्तर की बैठक पटना में होगी।